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सिर की हर समस्या को दूर करे भृंगराज तेल
अगर आपको अहसास हो कि रोज आपके कुछ बाल गिर रहे हैं, तो परेशान होना लाजमी है। लेकिन, आप अकेले नहीं हैं जिसे ऐसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। डर्माटॉलोजिस्ट का कहना है कि हम सबके रोजाना 50 से 100 बाल गिरते हैं। यह बिलकुल सामान्य बात है क्योंकि इन बालों की जगह नये बाल आ जाते हैं। हालांकि, कई बार गर्मी, केमिकल उपयोग आदि के कारण भी बाल गिरने लगते हैं। भृंगराज इस मामले में आपकी काफी मदद कर सकता है। यह एक कुदरती तरीका है, जो बालों की बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए इसका इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है।
भृंगराज
तेल
क्या
होता
है
भृंगराज
एक
औषधि
है।
इसका
नाम
एक्लिप्टा
एल्बा
है।
आयुर्वेदे
में
इसे
'रसायन'
माना
जाता
है।
इसमें
ऊर्जावान
बनाने
और
उम्र
के
असर
को
कम
करने
के
गुण
होते
हैं।
देखा
जाए
तो
बालों
की
देखभाल
के
लिए
यह
सबसे
उत्तम
औषधि
है।
इसके
साथ
ही
कई
बालों
का
झड़ना
रोकने
और
बालों
को
घना
बनाने
में
यह
बेहद
उपयोगी
होता
है।
और
इसके
इसी
गुण
के
कारण
हर
हेयरकेयर
उत्पाद
में
यह
जरूर
इस्तेमाल
किया
जाता
है।
भृंगराज
ऑयल
आमतौर
पर
भृंगराज
के
सत्त
को
नारियल
या
तिल
के
तेल
में
मिलाया
जाता
है।
भृंगराज
के
कुछ
महत्वपूर्ण
गुण
इस
प्रकार
हैं।
बालों
के
लिए
आलू
है
फायदेमंद
बालों
को
सेहतमंद
बनाये
आयुर्वेद
के
मुताबिक
बालों
का
झड़ना
और
बालों
से
जुड़ी
अन्य
समस्यायें
पित्त
दोष
के
कारण
होती
हैं,
और
भृंगराज
का
तेल
इसी
समस्या
को
दूर
करने
में
मदद
करता
है।
यह
बालों
को
बढ़ाने
में
मदद
करता
है।
नियमित
तौर
पर
बालों
में
भृंगराज
तेल
से
मसाज
करने
से
स्कैल्प
में
रक्त
प्रवाह
बढ़
जाता
है।
इससे
बालों
की
जड़ें
सक्रिय
हो
जाती
हैं
और
बालों
का
बढ़ना
शुरू
हो
जाता
है।
भृंगराज
का
तेल
को
बनाते
समय
इसमें
शिकाकाई,
आंवला
जैसी
अन्य
औषधियां
भी
मिलायी
जा
सकती
हैं।
इसके
साथ
ही
इसमें
तिल
या
नारियल
का
तेल
भी
मिलाया
जा
सकता
है।
ये
सब
मिलकर
आपके
बालों
को
स्वस्थ
और
घना
बनाते
हैं।
डैंड्रफ
दूर
करे
भृंगराज
के
तेल
से
नियमित
मसाज
करने
से
स्कैल्प
पर
संक्रमण
नहीं
होता।
इससे
डैंड्रफ
दूर
रहती
है।
इसका
नियमित
इस्तेमाल
बालों
को
असमय
सफेद
होने
से
रोकता
है
और
बालों
का
कुदरती
रंग
बरकरार
रखता
है।
तनाव
दूर
भगाये
आयुर्वेद
के
अनुसार
पित्त
के
असंतुलन
से
शरीर
और
मन
में
तनाव
होने
लगता
है।
और
भृंगराज
का
नियमित
इस्तेमाल
पित्त
दोष
को
कम
करता
है।
इस
प्रकार
यह
तनाव
को
कम
करने
में
भी
मदद
करता
है।
यह
उन
लोगों
के
लिए
खासतौर
पर
बहुत
फायदेमंद
हो
सकता
है,
जिन्हें
तनाव
के
साथ-साथ
बाल
झड़ने
की
समस्या
है।
इतना
ही
नहीं,
भृंगराज
तेल
से
मसाज
करने
से
चिंता
और
सिरदर्द
से
भी
राहत
मिलती
है।
कैसे
करें
भृंगराज
तेल
का
इस्तेमाल
आपको
बाजार
में
भृंगराज
तेल
आसानी
से
मिल
सकता
है।
इसक
सत्त
अन्य
तेलों
में
मिलाकर
बेचा
जाता
है।
इसके
अलावा
आप
भृंगराज
का
पााउश्र
खरीदकर
इस्तेमाल
के
समय
इसे
तेल
में
मिला
सकते
हैं।
इस
तेल
से
हल्के
हाथ
से
सिर
मसाज
करें
और
कुछ
घंटे
के
लिए
इसे
छोड़
दें।
इसके
बाद
माइल्ड
शैंपू
से
इसे
धो
लें।
बेहतर
रहेगा
अगर
आप
शिकाकाई
और
रीठा
पाउडर
से
सिर
धो
लें।
भृंगराज एक कुदरती उत्पाद है और इसलिए इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं होते। हालांकि, इसकी ठंडी प्रकृति के कारण रात भर इसे लगाकर सोने की सलाह नहीं दी जाती। इसके साथ ही सर्दियों में भी इसका इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी जाती है। खासतौर पर उन लोगों को जिन्हें ठंड अधिक लगती हो।