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क्या गाजर खाने से आंखों की रौशनी बढ़ती है?
अपनी आंखों की रोशनी को बनाए रखने के लिए हमें विटामिन ए की जरुरत होती है। मांसाहारी व्यंजनों में जिगर विटामिन ए का सबसे अच्छा स्रोत है जबकि सब्जियों में गाजर, विटामिन ए की अधिक मात्रा से समृद्ध है। विटामिन ए की कमी से व्यक्ति शुष्काक्षिपाक का शिकार हो सकता है। आंखों में आंसू ना आना, आंखों में सूखापन, सूजी हुई पलकें व कॉर्निया अल्सर इस रोग के लक्षण हैं।
गाजर, रेटिना (सक्रिय विटामिन ए का रूप) व कैरोटीन (बीटा-कैरोटीन) का एक अच्छा स्रोत है। विटामिन ए को बनाने के लिए शरीर बीटा-कैरोटीन का उपयोग करता है। विटामिन ए रोशनी को संकेत के रुप में तबदील करके मस्तिष्क को भेजता है। यह प्रक्रिया मंद रोशनी में चीजों को देखने में हमारी मदद करती है। अतः विटामिन ए हमारी आंखों के विकास व उसकी सेहत के लिए बहुत जरुरी है। अगर शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए ना मिले तो आंखों का कॉर्निया गायब हो सकता है। read: पुरुषों के लिये किस तरह गाजर होती है फायदेमंद
अन्य अनुसंधानों के अनुसार, बीटा-कैरोटीन कुशलता से विटामिन ए में परिवर्तित नहीं होता है। इसके अलावा, बीटा-कैरोटीन को आंतों में विटामिन ए को परिवर्तित करने की आवश्यकता है। यह भी अनुमान लगाया गया है कि विटामिन ए के सिर्फ एक अणु को बनाने के लिए हमारे आहार में बीटा-कैरोटीन के 12 से 21 अणु शामिल होने चाहिए। इसका मतलब है कि गाजर के बजाय विटामिन ए की गोलियां इसका एक अच्छा स्रोत हो सकती हैं। इसके अलावा, अगर शरीर में पर्याप्त बीटा-कैरोटीन मौजूद होगा तो शरीर उसे विटामिन ए में परिवर्तित नहीं करेगा। अतः हमारा शरीर पदार्थ के विषाक्त स्तर को एकत्रित होने से रोकने के लिए विटामिन ए की अधिक मात्रा को नियंत्रित करेगा।
चूंकि गाजरों को खाने से कोई फर्क नहीं पडेगा। इसलिए विकसित देशों में रहने वाले लोगों के लिए पर्याप्त विटामिन ए का सेवन करना कोई मुद्दा नहीं है। अतः हमारा शरीर अन्य पोषक तत्वों एवं विटामीन बी की तरह विटामिन ए का भी संग्रह करता है। वर्ष 1999-2000 के बीच नेश्नल सेंटर ऑफ हेल्थ स्टटिस्टिक द्वारा किए गए तीसरे राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं पोषण परीक्षा सर्वेक्षण (एनएचएएनईएस तृतीय) से पाया गया कि औसत वयस्क को प्रति दिन 3300 आइयू के आसपास पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए प्राप्त होता है जो जरुरत से अधिक है।
गाजर खाने से भले ही हमारी नज़र तेज़ ना हो लेकिन गाजर विटामिन सी व ई का अच्छा स्रोत है। इन पोषक तत्वों के कारण हमारी आँखों को आख की मैक्यूला का व्यपजनन व मोतियाबंद का खतरा नहीं रहता तथा इसलिए गाजर का सेवन हमारी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद है। विटामिन ए की कमी के कारण आंखों का फॉटो रिसेप्टर्स नष्ट होने लगता है जिसके कारण हमारी नज़र कमजोर हो जाती है।