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एचआईवी होने के 12 लक्षण
एच आई वी यानि ह्यूमन इम्युनडिफिशिएंशी वायरस एक विषाणु है जो बॉडी के इम्यून सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव ड़ालता है और व्यक्ति के शरीर में उसकी प्रतिरोधक क्षमता को दिनोंदिन कमजोर कर देता है। भारत की बात करें तो यहां एड्स के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां सबसे ज्यादा एचआईवी एड्स के केस (13107) महाराष्ट्र में दर्ज हुए हैं। वहीं दूसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश है। HIV/AIDS से पीड़ित रोगी को क्या खाना चाहिये और क्या नहीं
अगर पिछले वर्षों से तुलना करें तो संख्या लगातार बढ़ रही है। 209-10 में 246,627 केस पूरे देश में आये, जबकि 2010-11 में यह संख्या बढ़कर 320,114 रही। इस साल अप्रैल से लेकर दिसंबर तक 275,377 केस आ चुके हैं। सही तरीके से देखभाल न करने की दशा में यह बीमारी बढ़कर एड्स का रूप धारण कर लेती है।
एक सर्वे के अनुसार, एच आई वी के शुरूआती स्टेज में इसका पता नहीं चल पाता है और व्यक्ति को इलाज करवाने में देर हो जाती है। इसीलिए आपको एच आई वी के शुरूआती 12 लक्षणों के बारे में पता होना जरूरी है।
बार - बार बुखार आना :
हर दो तीन दिन में बुखार महसूस होना और कई बार तेजी से बुखार आना, एच आई वी का सबसे पहला लक्षण होता है।
थकान होना :
पिछले कुछ दिनों से पहले से ज्यादा थकान होना या हर समय थकावट महसूस करना एच आई वी का शुरूआती लक्षण होता है।
मांशपेशियों में खिचावं :
आपने किसी प्रकार का भी भारी काम नहीं किया या फिर आप शारीरिक मेहनत का कोई काम नहीं करते , फिर भी मांशपेशियों में हमेशा तनाव और अकड़न रहती है। यह भी एच आई वी का लक्षण होता है।
जोड़ों में दर्द व सूजन :
ढ़लती उम्र से पहले ही अगर आपके जोड़ों में दर्द और सूजन हो जाती है तो आपको एच आई वी टेस्ट करवाने की जरूरत है।
गला पकना :
अक्सर कम पानी पीने की वजह से गला पकने की शिकायत होती है लेकिन अगर आप पानी पर्याप्त मात्रा में पीते हैं और फिर भी आपके गले में भयंकर खराश और पकन महसूस हो, तो यह लक्षण अच्छा नहीं है।
सिर में दर्द :
सिर में हर समय हल्का - हल्का दर्द रहना, सुबह के समय दर्द में आराम और दिन के बढ़ने के साथ दर्द में भी बढ़ोत्तरी एच आई वी का सबसे बड़ा लक्षण है।
धीरे - धीरे वजन का कम होना :
एच आई वी में मरीज का वजन एकदम से नहीं घटता है। हर दिन धीरे - धीरे बॉडी के सिस्टम पर प्रभाव पड़ता है और वजन में कमी होती है। अगर पिछले दो महीनों में बिना प्रयास के आपके वजन में गिरावट आई है तो चेक करवा लें।
स्कीन पर रेशैज होना :
शरीर में हल्के लाल रंग के चक्त्ते पड़ना या रेशैज होना भी एच आई वी का लक्षण है।
बिना वजह के तनाव होना :
आपके पास कोई प्रॉब्लम नहीं है लेकिन फिर भी आपको तनाव हो जाता है, बात - बात पर रोना आ जाता है तो नि:संदेह आपको एच आई वी की जांच करवाना जरूरी है।
मतली आना :
हर समय मतली आना या फिर खाना खाने के तुरंत बाद उल्टी होना भी शरीर में एच आई वी के वायरस का होना इंडीकेट करते हैं।
हमेशा जुकाम रहना :
मौसम आपके बेहद अनुकूल है लेकिन उस हालत में भी नाक बहती रहती है। हर समय छींक आती है और रूमाल का साथ हमेशा चाहिए होता है।
ड्राई कफ :
आपको भयंकर खांसी नहीं हुई थी लेकिन हमेशा कफ आता रहता है। कफ में कोई ब्लड़ नहीं आता। मुंह का जायका खराब रहता है। अगर आपको इनमें से अधिकाशत: लक्षण अपने शरीर में लगते हैं तो आप एच आई वी टेस्ट जरूर करवाएं।