Just In
- 1 hr ago Suhana Khan Beauty Tips : खुल गया सुहाना खान की खूबसूरती का राज, बेदाग त्वचा के लिए रखती हैं ऐसे ख्याल
- 4 hrs ago गर्मी में पेट को शांत रखता है यूपी-बिहार का सन्नाटा रायता, ये हैं फायदे और बनाने का तरीका
- 4 hrs ago Mangal Gochar 2024: ग्रहों के सेनापति मंगल ने किया मीन राशि में प्रवेश, इन 3 राशियों के लिए शुरू हुआ बुरा समय
- 5 hrs ago मूंछों की वजह से 10वीं टॉपर का बना मजाक, इस बीमारी से लड़कियों के फेस उगते है बाल
Don't Miss
- News 2G Spectrum Case: स्पेक्ट्रम नीलामी पर केंद्र ने किया SC का रुख, आदेश में संशोधन की मांग की
- Movies श्रीदेवी संग जया प्रदा का रहा 36 का आंकड़ा, मृत्यु के बाद एक्ट्रेस को लेकर बोल गई थी ये बड़ी बात
- Technology अब हार्ट अटैक आने से पहले मिलेगी वॉर्निंग, डेवलपिंग फेज में नया AI मॉडल
- Finance Gold or Silver Investment: क्या इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड और सिल्वर को अभी शामिल करना होगा सही?
- Travel आजाद भारत का एक रेलवे ट्रैक, जिसपर भारत नहीं आज भी अंग्रेजों का है कब्जा, क्यों?
- Education Jharkhand JPSC Pre Result 2024: झारखंड जेपीएससी सीसीई प्रारंभिक परीक्षा परिणाम 2023 जारी, करें PDF डाउनलोड
- Automobiles चिलचिलाती गर्मी में लखनऊ ट्रैफिक पुलिस को मिला खास हेलमेट, अब और एक्शन में नजर आएगी पुलिस
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
आपकी यौन उत्तेजना को बढ़ाने के लिए 8 आवश्यक तेल
कामुकता की बाइबल कहे जाने वाले कामसूत्र के साहित्य में इत्र और सुगंधित तेलों के गहन उपयोग का उल्लेख किया गया है। प्रचीन काल से ही इन तेलों का उपयोग इच्छाओं और कामुक भावनाओं को जगाने के लिए व्यापक रूप से किया जाता है। इन आवश्यक तेलों की गंध ही पिट्यूटरी ग्रंथि को उत्तेजित करती है जो हमारे हार्मोन को नियंत्रित करती है और अप्रत्यक्ष रूप से हमारी यौन इच्छाओं को जगाती है।
इन तेलों का प्रभाव इतना है कि हमारे वेदों ने भी वैजिकर्ण तंत्र (बांझपन और पौरुष का विज्ञान) में भी इनके उपयोग और लाभ का जिक्र किया है। कामोत्तेजना को बढ़ाने वाले कुछ तेलों की सूची निम्नलिखित हैः
1. गुलाब का तेल
क्या आप जानते है कि प्रेम और कामुकता की देवी, एफ्रोडाइट अपनी प्रेम की गुफा को गुलाब की पंखुडि़यों से सजाकर रखती थी? किसी कारण के बिना नहीं! यहाँ तक कि मिस्र सुंदरी क्लियोपेट्रा स्नान के लिए गुलाब की पंखुडि़यों का उपयोग करती थी। ऐसा कहा जाता है कि गुलाब का तेल सेक्स संबंधी चिंताओं को दूर करके इंद्रियों को शांत करता है। चूंकि यह हृदय चक्र से कार्य करता है, इसलिए यह आध्यात्मिक और शारीरिक प्रेम को जोड़ने में सहायक होता है।
2. चमेली का तेल
चमेली को एक कामोत्तेजक तेल माना जाता है क्योंकि यह मानव इंद्रियों पर शक्तिशाली वासनोत्तेजक प्रभाव डालता है। प्रलोभन के लिए इस फूल का उपयोग काफी समय से होता आया है। यह एक समृद्ध, भावनात्मक रूप से जगाने वाला उत्तम तेल है जो आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है और यौन जागरुकता को नए स्तर तक ले जाता है।
याल्ग तेल
इस तेल के काफी गुण चमेली के तेल से मिलते हैं। ष्यह आकर्षक है और इसकी एक बहुत प्यारी सी फूलों की खुशबू है जो आपको खुशी से भर देती है। ऐसा कहा जाता है कि यह तेल पार्टनर्स के बीच आकर्षण को बढ़ाता है। आपके बिस्तर के पास रुई के फाहे में इस विशेष तेल की केवल एक बूंद ही अपना जादू बिखेरने के लिए पर्याप्त है।
4. जीरे का तेल
जीरे का तेल अपने कामोत्तेजक गुणों के कारण अधिक प्रसिद्ध नहीं है, जबकि यह महिलाओं और पुरुषों के लिए बहुत फायदेमंद है। ऐसा कहा जाता है कि यह तेल महिलाओं की प्रजनन क्षमता में सुधार करता है। पुरुषों में यह तेल आकर्षण की तीव्र भावनाओं को जगाता है और कामुक मनोदशा को उत्तेजित करता है।
5. क्लैरी सेज तेल
पुराने अखरोट की खुशबू के कारण क्लैरी सेज तेल अन्य तेलों से काफी अलग है। क्लैरी सेज तेल आरामदायक व कामुक है और आपको खुशी का अहसास भी कराता है। अगर आप गर्भवती होना चाहती है, तो आपको यह तेल नहीं लगाना चाहिए।
6. लौंग का तेल
डिप्ररेशन को दूर करने के लिए यह तेल सबसे अच्छा है। लौंग की कली का तेल एक उत्तेजक के रूप् में भी कार्य करता है। यह आपको अधिक कामुक बना देता है और आप ऐसे आनंद का अनुभव करते हैं जो आपने पहले कभी नहीं किया होगा।
7. पचौली का तेल
पचौली के तेल की गंध मसाले और कस्तूरी की खुशबू का मिश्रण है। यह महिलाओं और पुरुषों दोनों को पसंद आता है और इसे क्लैरी सेज तेल, जेरेनियम और लैवेंडर जैसे तेलों के साथ मिलाया जा सकता है। पचौली का तेल तनाव और डिपरेशन को दूर करता है और आपके मूड को अच्छा बनाता है।
ध्यान देने योग्य बातें
कृप्या ध्यान रखें कि अगर आप उच्च रक्तचाप या सांस की समस्याओं से पीडि़त हैं तो आप डाक्टर की सलाह के बिना इन तेलों का उपयोग न करें। इसके अलावा इन तेलों को आंतरिक रूप से न लें और हमेशा आग की लपटों से दूर रखें।