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अपने गुर्दों का ख्याल कैसे रखें
खूब पानी और केवल पानी पीजिए। पिये जाने वाले पानी का हिसाब-किताब रखने के लिए अपने साथ 2 लीटर पानी की बोतल रखें। पूरे दिन में इसे खत्म करने की कोशिश करें। औसत ऊंचाई वाले व्यक्ति को 2 लीटर पानी पी लेना चाहिए।
फल एवं सब्जियां : चूंकि इन सबमें पानी होता है, अतः खाने वाली चीजों की सूची में ये चीजें सबसे ऊपर होनी चाहिए। कुछ दूसरे हैल्थ प्रैक्टिशनर्स “किडनी क्लीन्ज” नामक प्रक्रिया के द्वारा किडनी के विषहरण की जरूरत पर बल देते हैं जिसके अंतर्गत कोई व्यक्ति केवल सब्जियां और फल खाकर उपवास करता है। यह प्रक्रिया व्यक्ति की क्षमता के अनुसार 3 से 5 दिन तक चलती है। एक विशिष्ट विषहरण प्रोग्राम में सफाई करने वाले फल जूस जैसे कि मौसमी, कीवी, नीबू तथा करौंदा और कुछ हर्बल उपचारों को शामिल किया जाता है। गुर्दे की सफाई और स्वास्थ्य के बारे में और अधिक जानने के लिए इस कालम से जुड़े रहें। READ: गुर्दे की बीमारी के 12 लक्षणों के बारे में जानें
अपना वजन और रक्तचाप ठीक रखकर आप गुर्दों की काफी मदद कर सकते हैं। मोटापा तथा उच्च रक्तचाप दोनों ही गुर्दों की बीमारी के खतरे को बढ़ा देते हैं और अपूर्णीय क्षति का कारण बन सकते हैं।
अगर
स्वस्थ
रहना
चाहते
हैं,
तो
धूम्रपान
छोड़
दें-
चाहे
ह्रदवाहिनियों
की
बात
हो
या
गुर्दे
की
बात
हो,
दोनो
की
भलाई
के
लिए।
अपनी
दिनचर्या
में
व्यायाम
को
भी
शामिल
करें।
व्यायाम
न
केवल
आपके
गुर्दों
को
स्वस्थ
बनाये
रखने
में
मदद
करता
है,
बल्कि
यह
आपके
रक्तचाप
के
साथ-साथ
आपके
ब्लड
शुगर
लेवल
को
भी
ठीक
बनाये
रखता
है।
गुर्दे
की
पथरी
के
लिए
बहुत
जरूरी
है
कि
अजवायन
का
पानी
दिन
में
दो
बार
लिया
जाए।
पहले,
कुछ
मात्रा
(लगभग
8
से
10
दाने)
लें,
उसे
ठीक
से
धो
लें।
फिर
उसे
किसी
पात्र
में
रखें
और
2
से
3
कप
पानी
मिलाएं
फिर
लगभग
10
मिनट
तक
उबालें।
आप
देखेंगे
की
अब
पानी
कुछ
हल्का
हरा
सा
हो
गया
है,
उसे
ढ़क
दें
फिर
सुबह
शाम
यह
अजवायन
का
पानी
पियें।
शतावर
गुर्दे
का
एक
और
हितकारी
है।
खाने
में
नमक
कम
रखना
भी
गुर्दों
की
ठीक
रखने
के
लिए
एक
और
एहतियात
बरतने
वाली
बात
है.
क्योंकि
यह
गुर्दे
में
पथरी
बनने
से
रोकता
है।
हल्का
नमक
दिल
के
लिए
भी
फायदेमंद
है
(
क्योंकि
यह
रक्तचाप
को
नीचा
रखता
है)
तथा
जल
के
अधिक
एकत्रीकरण
को
रोकता
है
(जैसे
टांगो
में
फुलाव
या
सूजन)।
क्या आपको मालूम था कि 10 मिनट की धूप भी आपके गुर्दों की मदद कर सकती है? जी हां, सूरज की किरणें विटामिन डी को उत्सर्जित करती हैं जो हमारे शरीर के कैल्शियम और फास्फोरस को नियमित करके हमारे गुर्दों की मदद करती हैं। तनाव वास्तव में हमारे गुर्दों पर दबाव डालता है, इसलिए निश्चिंत रहना गुर्दों के स्वास्थय के लिए एक बहुत बड़ा उपाय है।