Just In
- 14 min ago Good Friday के पवित्र दिन ईसाई क्यों खाते हैं मछली, इसके पीछे जुड़ी वजह हैरान देगी आपको
- 2 hrs ago Good Friday: इस दिन सूली पर चढ़ाए गए थे ईसा मसीह फिर क्यों कहा जाता है 'गुड फ्राइडे'
- 3 hrs ago Bengaluru Water Crisis : चिरंजीवी को सताई जल संकट की चिंता, एक्टर ने शेयर किए पानी बचाने के टिप्स
- 3 hrs ago First Surya Grahan 2024: साल 1970 में लगा था ऐसा सूर्य ग्रहण, यह अद्भुत घटना क्या भारत में आएगी नजर?
Don't Miss
- News 'SP कैंडिडेट के लिए नहीं करूंगा प्रचार', मुरादाबाद सांसद एसटी हसन के बदले सुर, अखिलेश को लेकर कही ये बात
- Movies करीना-करिश्मा राजनीति में रखेंगी कदम? लोकसभा चुनावों पर आई बड़ी खबर, इस पार्टी से लड़ सकती हैं चुनाव
- Finance National Pension System में आधार वेरिफिकेशन हुआ अनिवार्य, अब इस तरह लॉग इन होगा अकाउंट
- Automobiles हो जाइए तैयार: 15 अगस्त को आ रही है Mahindra Thar 5-door SUV, पावरफुल इंजन के साथ मिलेंगी जबरदस्त फीचर्स
- Travel Good Friday की छुट्टियों में गोवा जाएं तो वहां चल रहे इन फेस्टिवल्स में भी जरूर हो शामिल
- Technology Samsung Galaxy M55 5G ट्रिपल कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानिए कीमत
- Education SSC CPO 2024 Registration: 4187 सीपीओ पदों पर बंपर भर्ती के लिए आवेदन करें आज ही, देखें सीधा लिंक
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
इन्सेफेलाइटिस बुखार आपकी जान भी ले सकता है
भारत में इन्सेफेलाइटिस एक महामारी बनती जा रही है। पिछले महीने इस बीमारी ने भारत के पूर्वी भागों में 700 से भी अधिक लोगों की जान ली है। जिस बीमारी से लोग आज तक अंजान थे, वह अब एक खतरनाक बीमारी बनती जा रही है। इन्सेफेलाइटिस एक प्रकार का बुखार है जो मस्तिष्क को प्रभावित करता है। बुखार व फ्लू के साथ मस्तिष्क की सूजन इस बीमारी के कुछ लक्षणों हैं। कुछ जटिल स्थितियों में इन्सेफेलाइटिस बुखार, दिमागी बुखार के साथ मिलकर हो सकता है। इबोला बीमारी से बचने के लिए 8 टिप्स
इन्सेफेलाइटिस बुखार के लक्षणों को पहचानना बहुत मुश्किल है। इन्सेफेलाइटिस बुखार के सामान्य लक्षणों में फ्लू, सिरदर्द,विभ्रान्ति, गर्दन में अकड़न व चिड़चिड़ापन शामिल हैं। स्वाभाविक रूप से बुखार से निजात पाने के तरीके? आप देख सकते हैं कि ये सारे लक्षण आम बुखार के लक्षणों की तरह हैं तथा किसी ठोस चिकित्सा की ओर इशारा नहीं करते।
बच्चों में इन्सेफेलाइटिस बुखार काफी आम है। लकिन, अब इस बुखार ने बड़ों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। यह जानलेवा रोग मच्छर के काटने से फैलता है, जिसके कारण इस बीमारी को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल है। कई मामलों में, इन्सेफेलाइटिस एक घातक बीमारी भी साबित हो सकती है। यहां इस बीमारी को जानलेवा बनाने वाले कुछ महत्वपूर्ण कारण दिए गए हैं।
इन्सेफेलाइटिस बुखार आपकी जान भी ले सकता है
1 यह एक मस्तिष्क ज्वर है
इन्सेफेलाइटिस एक वायरल संक्रमण है जोकि मस्तिष्क की सूजन का कारण बनता है। इस वायरल संक्रमण के कारण बुखार व सिरदर्द होता है। मस्तिष्क से संबंधित कोई भी बुखार खतरनाक तथा घातक होता है।
2 इसके लक्षणों को पहचानना बहुत मुश्किल है
इन्सेफेलाइटिस के लक्षणों को पहचानना आसान नहीं हैं। अगर बुखार के साथ आपकी गर्दन में अकड़न है, तो इन दो लक्षणों को देखकर कहना मुश्किल है कि यह इन्सेफेलाइटिस बुखार है।
3 ना ज्यादा तेज बुखार
आमतौर पर, यह बुखार तथा इसके साथ जुड़े लक्षण ज्यादा गंभीर रुप से नज़र नहीं आते। जैसे, प्रारंभिक स्थिति में यह बुखार फ्लू के हल्के लक्षण प्रकट करेगा। परंतु बाद में, उन्माद व भ्रम जैसे लक्षण देखने मिलेंगे।
4 ना कोई विश्वसनीय व आसान तकनीक
मस्तिष्क में लुंबर पंचर के माध्मय से एकत्रित किए द्रव के परीक्षण के सहारे हम इन्सेफेलाइटिस बीमारी की जांच कर सकते हैं। अगर एकत्रित किए द्रव में सफेद रक्त कोशिकाएं तथा प्रोटीन अधिक हैं, तो स्पष्ट है कि आप इस खतरनाक बीमारी का शिकार हो गए हैं।
5 सीटी स्कैन से भी पता नहीं लगाया जा सकता
मस्तिष्क के सीटी स्कैन से भी आपको इस बीमारी के कोई संकेत नहीं मिलेंगे। सीटी स्कैन प्लेट को देखकर इन्सेफेलाइटिस बुखार को स्पष्ट रुप से कहना मुश्किल होगा।
6 बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं
इस बीमारी के कारण बच्चों में चिडचिड़ापन आ जाता है जोकि इस बीमारी को पकड़ने का एक अस्पष्ट लक्षण है। अतः इसी के कारण, बच्चों में इस बीमारी के बारे में पता लगाना बहुत कठिन हो जाता है।
7 यह बीमारी बच्चों में मुख्य रुप से पाई जाती है
इस बुखार की संभावनाएं 15 साल से कम उम्र वाले बच्चों में अधिक होती है। बड़ों की तुलना में बच्चों में रोगक्षमता कम होती है, जिसके कारण इन्सेफेलाइटिस उनके लिए एक घातक बीमारी साबित हो सकती है।
8 यह एक वेक्टर जनित रोग है
मच्छर द्वारा फैलने वाली बीमारी को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल होता है। केवल एक मच्छर का ड़ंक आपको इस खतरनाक वायरल रोग से संक्रमित कर सकता है।
9 ना कोई टीकाकरण
हालांकि, इन्सेफेलाइटिस के लिए टीका उपलब्ध है, लेकिन बच्चों को इसे नियमित आधार पर नहीं दिया जाता है। इसलिए, यह टीका बच्चे की पूर्ण टीकाकरण अनुसूची का हिस्सा नहीं होता। लेकिन, ड़ॉक्टर की सलाह लेकर आप अपने बच्चे को यह टीका लगा सकते हैं।