Just In
- 24 min ago Kamada Ekadashi 2024 Wishes: श्रीहरि विष्णु की कृपा के साथ प्रियजनों को भेजें कामदा एकादशी की शुभकामनाएं
- 8 hrs ago जहरीले अंगूर खाने से बिगड़ सकती हैं तबीयत, एक्सपर्ट ने बताया खाने से पहले कैसे करें साफ
- 9 hrs ago गर्मियों में फ्रेशनेस और ग्लो के लिए चेहरे पर लगाए तरबूज का नेचुरल टोनर, ये है बनाने का तरीका
- 9 hrs ago इन राशियों के लिए Sorry कहना है दुनिया का सबसे मुश्किल काम, नहीं मानते हैं अपनी गलती
Don't Miss
- News Weather Update: हल्की बारिश से आज मिल सकती है राहत
- Education Jharkhand Board 10th Result 2024: कल आयेगा झारखंड बोर्ड 10वीं का परिणाम, कैसे चेक करें JAC Matric Result
- Movies VIDEO: भगवान कृष्ण के सामने सीमा ने की अश्लीलता, वीडियो देख भड़के लोग बोले- कौन से कोठे पर...
- Finance Quarter 4 Result: Bajaj और Infosys ने जारी किया चौथे क्वार्टर का रिजल्ट, दोनों को मिला है बंपर मुनाफा
- Technology डॉक्सिंग क्या होती है, क्या इसके लिए जेल जाना पड़ सकता है?
- Travel बोरिंग जिंदगी से चाहिए ब्रेक तो घूम आएं ये 6 बटरफ्लाई पार्क, जहां फूलों में रंग भरती हैं तितलियां
- Automobiles टोल प्लाजा पर अब नहीं होंगे ये बोर्ड! केंद्र सरकार ने लिया अहम फैसला, जानें डिटेल्स
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
ऐसे लगाएं नींबू का पेड़
सिट्रस फलों के बिना कई बार जिंदगी की कल्पना मुश्किल लगने लगती है। हमारे भोजन और ड्रिंक्स को यह न सिर्फ स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि यह विटामिन सी का भी बेहतरीन स्रोत है। साथ ही यह एक प्रभावी घरेलू औषधि का भी काम करता है। सिट्रस फ्रूट हमारे शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। इसमें कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं और यह दिल की बीमारी व कैंसर से लेकर सूरज की रोशनी से त्वचा को होने वाले नुकसान से भी बचाता है।
मजेदार
बात
यह
है
कि
सिट्रस
के
पेड़
न
सिर्फ
हमें
फल
देते
हैं,
बल्कि
यह
खुद
भी
सजावटी
पौधे
के
रूप
में
काफी
लोकप्रिय
है।
वैसे
तो
इस
पौधे
को
उगाना
काफी
आसान
है,
पर
कई
बार
कुछ
गार्डनर
को
परेशानियों
को
सामना
करना
पड़ता
है।
अगर
आप
अपने
गार्डन
में
सिट्रस
पौधा
लगाने
के
बारे
में
सोच
रहे
हैं,
तो
निश्चित
रूप
से
नीचे
बताए
गए
टिप्स
आपके
लिए
फायदेमंद
साबित
होंगे।
सिट्रस
फलों
को
गार्डन
में
उगाने
के
टिप्स
पौधे की रोपाई: सिट्रस के पौधे को सूरज की पर्याप्त रोशनी चाहिए होती है। दिन में करीब 5 घंटे सूरज की रोशनी उनके लिए अच्छी होती है। इसलिए अगर आप गार्डन में सिट्रस पौधे को लगाना चाहते हैं तो ऐसी जगह चुनें जहां सूरज की पर्याप्त रोशनी पहुंचती हो। बसंत का समय सिट्रस पौधे के लिए सबसे आदर्श होता है।
क्या आपको पता है कि सिट्रस फलों को उगाने के लिए आपको बहुत बड़े पिछवाड़े की जरूरत नहीं होती है। इसकी ऊंचाई आमतौर पर तीन से पांच फीट की होती है। बौने प्रजाति के सट्रिस पौधे को आप गमले में भी उगा सकते हैं। ठंड के समय आप गमले को घर के अंदर रख दें, क्योंकि बाहर रखने पर कड़ाके की ठंड में पौधे को नुकसान पहुंच सकता है।
गमले वाले सिट्रस का रखें खास ख्याल: अगर आप गमले में बौने प्रजाति के सिट्रस पौधे को उगा रहे हैं तो उसे ऐसी जगह पर रखें जहां पर्याप्त मात्रा में धूप आती हो। गमले में सिट्रस पौधे को उगाने पर आपको इसका नियमित रूप से ख्याल रखना पड़ता है। इस बात का ध्यान रखें कि आपके गमले में पौधे के फलने-फूलने के लिए पर्याप्त जगह हो। सूरज की रोशनी के अलावा इसे नियमित रूप से पानी देना भी बेहद अहम है।
बाग में सिट्रस पौधे की गार्डनिंग: जो लोग सिट्रस पौधे को बाग में उगाना चाहते हैं, वह इस बात का ध्यान रखें कि पौधे के तने के सामने घास न उगे। इससे सड़ने का खतरा रहता है। साथ ही पौधे को लगाते समय दो पौधों के बीच करीब दो मीटर की दूरी रखें।
सिट्रस
पौधे
के
मरने
की
मुख्य
वजह:
खराब
जल
निकासी
व्यवस्था,
ज्यादा
पानी
देना
ऐसे
कुछ
कारण
हैं,
जिससे
सिट्रस
पौधे
अचानक
से
मर
जाते
हैं।
वहीं
पौधा
जब
बड़ा
हो
जाता
है
तो
तने
के
पास
साघ
के
सडऩे
से
भी
यह
मर
जाते
हैं।
कटाई:
फलों
की
तोडऩा
भी
बेहद
अहम
है।
जब
फल
पूरी
तरह
से
पक
जाए
तो
आप
इसे
तोड़
लें।
आमतौर
पर
तीन
फीट
ऊंचा
पेड़
20
फल
से
ज्यादा
का
भार
सहन
नहीं
कर
सकेगा।