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क्‍या है अक्षय तृतीया का अर्थ और महत्व

By Super
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यह एक असीम सच्चाई है कि ‘जो देता है वही पाता है’। ब्रह्मांड एक रहस्यमय जगह है जिसके अनेक रहस्यमयी कानून हैं। जिंदगी में सफलता प्राप्त करने का एक मंत्र है साफ़ दिल से और निःस्वार्थ भाव से दूसरों को देना। जिन्होंने ऐसा किया है वे सच्चे दिल से देने की इस ताकत को समझते हैं। हमारे पूर्वजों के अनुसार जितना आप दान करते हैं वह किसी न किसी रूप में उससे कई गुना आपके पास वापस आता है... इतना की तुम आशा भी नहीं कर सकते।

लाभप्राप्ति के लिए दान देने के इस पौराणिक विज्ञान को अक्षय तृतीया या स्वर्णिम दिन के पवित्र मौके पर आप आजमा सकते हैं। स्वर्णिम दिन या सोने के दिन से तात्पर्य यह नहीं है कि इस दिन आप सोना खरीदें। यह दिन तीसरा चन्द्रमा है जो अप्रैल या मई के बीच में आता है जो कि दान के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है।

इस दिन सूर्य और चन्द्रमा अपनी चमकदार स्थिति में होते हैं और यह दान और उदारतापूर्व कार्यों के लिए एक पवित्र दिन माना जाता है।

क्‍यूं मनाई जाती है अक्षय तृतीया?

इस दिन दान करने से होता है लाभ

इस दिन दान करने से होता है लाभ

पैसा या अन्य कोई वस्तु का दान आप आज देते हैं, वह निकट भविष्य में उससे कई गुना अपने पास आती है। भूखे को खाना देना या गरीब की मदद करने से आपको आर्थिक और आध्यात्मिक आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन देने से वह किसी न किसी रूप में उससे कई गुना होकर आपके पास लोटती है। यह कहा जाता है कि जब भगवान ने जब इस दुनिया को रचने की ठानी तो सबसे पहले उनके मुह से शब्द निकला ‘अक्षय' जिसका अर्थ है अनंत या असीमित। धन को बढ़ने का यह एकमात्र दिन है। वर्षपर्यंत अच्छा भाग्य और समृद्धि की आशा में कई लोग इस दिन सोना भी खरीदते हैं

पौराणिक कथा के अुसार...

पौराणिक कथा के अुसार...

पौराणिक कथों के अनुसार इस दिन कुबेर को भगवान शिव के द्वारा धन की प्राप्ति हुई थी। इसके अलावा इसी दिन भगवान शिव ने देवी लक्ष्मी को धन का आशीर्वाद दिया था। वास्तव में भगवान शिव ने ही कुबेर को धन का देवता और लक्ष्मी को धन की देवी घोषित किया था। शिवपुरम में भगवान कुबेर ने शिव की आराधना की थी। यह आराधना उन्होंने जमीन के नीचे स्थित मंदिर में की जहाँ हजारों शिव लिंग थे। उन्होंने कहा कि इस जगह आने से और यहाँ पूजा करके धन धान्य की प्राप्ति होगी और बुरे कर्मों से छुटकारा मिलेगा।

भूखे को खाना जरुर खिलाएं

भूखे को खाना जरुर खिलाएं

भूखे को खाना खिलाना सबसे महत्वपूर्ण दान है। कुछ लोग इस दिन गरीब बच्चों को छाते, चप्पल आदि भी दान करते हैं। तीसरे चन्द्रमा के दिन पूजा करने से भी फल की प्राप्ति होती है। चूँकि नया चाँद आने के तीसरे दिन यह दान का दि९न आता है इसलिए इसे तृतीया कहते हैं।

सोना खरीदने का कोई जिक्र नहीं

सोना खरीदने का कोई जिक्र नहीं

पुराणों में इस दिन सोना या अन्य ज्वेलरी आदि खरीदने के बारे में कोई जिक्र नहीं किया गया है। यह सिर्फ अपना व्यापार बढ़ाने और सामान बेचने वालों की चालें है जो धर्म और आस्था के नाम पर भोले भाले लोगों को सामान खरीदने पर मजबूर करते हैं।

हमारे पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन दान करने के जो लाभ हैं वो हम आपको बता रहें हैं

हमारे पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन दान करने के जो लाभ हैं वो हम आपको बता रहें हैं

1. यदि आप इस दिन दान करते हैं तो आपको मृत्यु के भय से छुटकारा मिलता है।

2. यदि आप गरीब और दलितों की मदद करते हैं तो अगले जन्म में आपको इसका अच्छा फल मिलता है।

3. यदि आप गरीबों को कपडे दान करते हैं तो आपको बीमारी से छुटकारा मिलता है।

4. यदि आप फल दान करते हैं तो आपको एक अच्छी जीवन शैली मिलती है।

5. यदि आप मक्खन, दूध, दही, छाछ आदि दान करते हैं तो विद्या की प्राप्ति होती है।

हमारे पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन दान करने के जो लाभ हैं वो हम आपको बता रहें हैं

हमारे पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन दान करने के जो लाभ हैं वो हम आपको बता रहें हैं

6. यदि आप अनाज दान करते हैं तो अकाल मृत्यु नहीं होगी।

7. यदि आप देवों का तर्पण करते हैं तो गरीबी से मुक्ति मिलती है।

8. यदि आप दही, चांवल आदि दान करते हैं तो बुराइयों पर विजय मिलती है जीवन में उन्नति होती है।

English summary

The Significance & Importance of Akshaya Tritiya

You can practice this ancient science of giving to get supreme benefits on the sacred "Akshaya Trtiya" or "Day of Gold". No, this doesn't mean gold buying day. This day is the 3rd moon that falls during Mid-April and Mid May every year, is considered to be the single most powerful day for charities.
Story first published: Tuesday, April 29, 2014, 9:46 [IST]
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