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आइए मिलते है ऐसी मदर्स से जो सच में बहुत खास हैं
ये कहानियां उन मांओं की है जिन्होंने मुश्किल से मुश्किल हालातों में भी हार नहीं मानी और दुनिया के सामने मातृत्व की अलग मिसाल पेश की।
मां त्याग, बलिदान, क्षमा, धैर्य, ममता की मूर्त होती है और यह सब सद्गुण ही उसके आभूषण होते हैं। जन्म लेने के उपरांत शिशु सबसे पहले जिसका स्पर्श महसूस करता है वो मां होती है।
मां न सिर्फ बच्चें की परवरिश में एक अहम भूमिका निभाती है। बल्कि वो आखिरी सांस तक अपने बच्चों के लिए संघर्ष करती है। इसीलिए आज हम आपको कुछ ऐसी मांओं के बारे में बताने जा रहें हैं जिन्हों ने दुनिया को यह दिखाया है कि अगर कोई माँ किसी भी काम को करने का ठान लेती है तो उसके लिए दुनियां में कुछ भी नामूमकिन नहीं है।
कैसे वो किसी असंभव को संभव बना सकती है। आइये जानते हैं कुछ ऐसी मांओं के बारे में।
एलिजाबेथ एन बटल
एलिजाबेथ एन बटल एक ऐसी माँ हैं जिन्हों ने अपने बच्चों के बीच सबसे ज्यादा उम्र का अंतर रखा है। इन्हों ने अपनी बेटी को तब जन्म दिया था जब ये 19 वर्ष की थी और बेटे को 60 साल की उम्र में जन्म दिया है।
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कैरोलिना चिरंद्जा
इन्हे "द ट्री लेडी" के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि ये गर्भ से थी जब ये बाढ़ में फंस गई। और इन्हों ने पेड़ पर ही किसी तरह अपने बच्चे को जन्म दिया, जो आज 17 साल का है।
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महजबीन शेख
इन्होंने रुमासा नाम की बेटी को जन्म दिया था जिसका वजन 8.6 औंस था। यह बच्ची जब पैदा हुई थी तो इसके साथ एक भ्रातृतीय जुड़वां बहन भी थी। ऐसा कहा जाता है कि यह अब तक कि सबसे छोटी बच्ची है जो ज़िंदा है।
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स्टेसी हेराल्ड
स्टेसी सिर्फ 2 फीट चार इंच लम्बी हैं। जो अब तक दुनिया की सबसे बोनी मां हैं। इन्हे डॉक्टरों ने कहता था कि ये अगर इन्होंने बच्चे को जन्म दिया तो इनकी जान को खतरा हो सकता है। इसके बावजूद इनके तीन बच्चे हैं और ये और बच्चे पैदा करना चाहती हैं।
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एड्रियाना इलीसिस्कु
ये दुनिया की सबसे बुज़ुर्ग मांंओं में शामिल हैं। जिन्हों ने 2005 में 66 साल की उम्र में अपनी बेटी को जन्म दिया था। अब ये 78 साल की हो गई हैं और फिर से बच्चे जो जन्म देना चाहती हैं।
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हीदर टाउन
हीदर टाउन जब गर्भवती थी तो एक बार वे तूफान में फंस गयी थी। इन्होने अपनी तीन साल की बेटी को बचाने के लिए अपने शरीर में छुपा लिया था । लेकिन दुर्भाग्य से इस हादसे में हीदर टाउन की मौत हो गयी थी।
नेटली सुलेमान
ये एक ओक्टोमॉम हैं जिन्होंने ऑक्टोप्लेट्स (आठ बच्चों ) को जन्म दिया है। इसके अलावा ये पहले भी छह ऑक्टोप्लेट्स को जन्म दे चुकी हैं।
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कैरोल हॉर्कक
कैरोल हॉर्कक ने सरोगसी की मदद से 13 बच्चों को जन्म दिया था। इसके बाद इन्होने कहा था कि यह सिर्फ वो एक बार करेंगी। लेकिन फिर जैसे जैसे साल बीतने लगे। उन्हें महसूस हुआ की वे कितना अच्छा काम कर रही हैं। इसीलिए वे आज भी सरोगसी करती हैं।
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राजो देवी लोहान
राजो देवी लोहान अब तक की सबसे बुज़ुर्ग माँ हैं। जिन्हों ने 70 वर्ष की उम्र में आईवीएफ की मदद से बच्चे को जन्म दिया। सूत्रों की माने तो बच्चा और माँ बिलकुल स्वस्थ हैं।
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जोन्ना क्रेजस्टोनेक
प्रेगनेंसी के 22 सप्ताह में जोन्ना ने अपने triplets में से एक को खो दिया है और उसके बाद अपने दो बच्चों को बचाने के लिए उन्हें 30 डिग्री के कोण बनाकर सोना पड़ता था। दो महिनों से अधिक तक वो इसी मुद्रा में सोया करती थी। ऐसा उन्होंने लेबर पेन से बचने के लिए किया। इसके बाद उन्होंने दो स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया।
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