Just In
- 8 min ago First Surya Grahan 2024: साल 1970 में लगा था ऐसा सूर्य ग्रहण, यह अद्भुत घटना क्या भारत में आएगी नजर?
- 53 min ago Relationship Tips: रिश्ते में बढ़ेगा प्यार, बस रोजाना की इन आदतों में लाएं बदलाव
- 1 hr ago कौन हैं काव्या मारन, जिनका IPL 2024 में SRH की जीत पर रिएक्शन हो रहा है वायरल, नेटवर्थ जान दंग रह जाएंगे
- 2 hrs ago घर, गाड़ी, पैसा, लोकसभा चुनाव लड़ने से मना करने वाली निर्मला सीतारमणके पास कितना हैं धन दौलत?
Don't Miss
- News MP Weather: रंगपंचमी पर मौसम बदलेगा रंग, इन जिलों में होगी बारिश, ओले गिरेंगे
- Education Delhi School Result 2024: डीओई दिल्ली ने कक्षा 3 से 7 स्कूल रिजल्ट edudel.nic.in पर जारी किया, सीधा लिंक यहां
- Movies इस खूबसूरत सांसद का आया तीन बच्चों के पिता पर दिल, मोहब्बत में बनी 'दूसरी औरत'
- Automobiles Jackie Shroff : बॉलीवुड के जग्गू दादा का कार कलेक्शन देख हैरान हो जाएंगे आप, गैराज में खड़ी है BMW और Jaguar
- Finance Gold Silver Price Today: आज सोना हुआ सबसे महंगा, जानिए कितना बढ़ा गोल्ड का रेट
- Technology WhatsApp से भारतीय यूजर्स UPI के जरिए कर सकेंगे इंटरनेशनल पेमेंट, यहां जानें सभी डिटेल
- Travel अब दिल्ली वाले भी आस्था के सागर में लगाएं गोते, वाराणसी के तर्ज पर शुरू हो चुकी है यमुना आरती
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
सज्जन परुषों की 8 सबसे अच्छी ख़ूबियां
क्या
आप
एक
बलवान
और
सुंदर
दिखने
वाले
पुरुष
को
एक
सज्जन
पुरुष
कहते
हैं!!
जबकि
ऐसा
नहीं
है।
एक
सज्जन
पुरुष
में
कुछ
विशिष्ट
गुण
होते
हैं
जिनका
पालन
वह
जीवन
भर
करता
है,
ये
केवल
उनके
बाहरी
व्यक्तित्व
को
ही
नहीं
बल्कि
उनके
आंतरिक
व्यक्तित्व
को
भी
दर्शाते
हैं।
इसलिए,
एक
सज्जन
व्यक्ति
को
पहचानें
के
लिए,
यहां
कुछ
सर्वोच्च
गुण
दिए
गए
हैं।
सज्जन
परुषों
की
सबसे
अच्छी
ख़ूबियां
1 सशक्त पुरुष: एक सशक्त पुरुष अपने आसपास हो रही नकारात्मक चीजों से घबराता नहीं है, वह गंभीर स्थितियों में रोने के बजाय उनका मुकाबला करता है, वह समस्याओं के बारे में शिकायत करने के बजाय उनका हल ढूंढता है, वह मामूली खांसी होने पर ड़ॉक्टर के पास नहीं जाता। वह अपने कार्यों तथा अपने शब्दों की पूरी जिम्मेदारी लेता है। एक सज्जन पुरुष पूरी दुनिया को जीतने का जज़्बा रखता है।
2
केंद्रित
रहता
है:
एक
सज्जन
पुरुष
में
महत्वपूर्ण
और
अमहत्वपूर्ण
स्थितियों
के
अंतर
को
पहचानें
की
क्षमता
होती
है,
वह
उन
स्थितियों
को
आमंत्रित
नहीं
करता
जिनका
कोई
उपयोग
या
लाभ
नहीं
है।
अगर
शौक
की
बात
की
जाए,
तो
उन्हें
बहुत
सारे
शौक
होते
हैं,
जो
उन्हें
उनके
लक्ष्य
तक
पहुंचने
में
मदद
करते
हैं
एवं
उन्हें
प्राप्त
करने
में
उनके
शरीर
तथा
उनके
मन
को
स्थिर
रखते
हैं।
उनका
ध्यान
बल,
परिवार
और
धन
पर
केंद्रित
होता
है
ना
कि
कामुकता
पर।
पुरुषों
के
लिये
जरुरी
स्किन
केयर
टिप्स
3 वे परिवार के महत्व को जानते हैं: एक सज्जन पुरुष अपने परिवार का आधार होता है, वह अपने परिवार को मजबूत बनाता है और अपने पूर्वजों द्वारा दी गई जिम्मेदारियों और परंपराओं को बखूबी निभाता है। वह अपने बच्चों का पूरा ख्याल रखता है साथ ही उन्हें अनुशासित भी रखना जानता है। वह पारिवारिक तथा कमाकाजी जिम्मेदारियों पर पूरा ध्यान देता है।
4 वह एक आदर्श व्यक्ति बनें का प्रयास करता है: एक सज्जन पुरुष स्वयं एवं दूसरों का सम्मान करता है; वह अपने अनुशासन को ही अपनी सीमाएं मानता है। वह अपने समय का प्रभावी ढ़ंग से इस्तेमाल करता है और फलदायक परिणाम हासिल करता है। एक सज्जन पुरुष के कारनामें कुछ ऐसे होते हैं कि वे दूसरों को भी प्रेरित करते हैं, वह चुनौतियों को स्वीकारता है और उन्हें किसी भी किमत पर पूर्ण करता है।
5 वह कभी चुगली नहीं करता: एक सज्जन पुरुष हमेशा चुप रहता है, वह कभी भी उन चीजों तथा व्यक्तियों के बारे में बात नहीं करता जिसके बारे में उसे कोई ज्ञान ना हो। वह कभी लड़कियों की तरह दूसरों की चुगली नहीं करता। वह आवश्यकता पड़ने पर ही अपनी बात को रखता है।
6 उसके वचन ही उसकी सीमा है: एक सच्चे पुरुष के लिए उसके वचन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। वह हमेशा अपना वादा निभाता है और कभी ऐसा वादा नहीं करता जिसे वह पूरा ना कर पाएं। वह वचनबंध रहता है और जानता है कि उसके कार्यों की तरह उसके वचन भी बहुत शक्तिशाली है।
7 एक सज्जन पुरुष स्वयं अपने भाग्य को निर्मित करता है: एक सज्जन पुरुष अपने भाग्य पर निर्भर नहीं रहा ना ही वह अच्छे समय के दस्तक देने की प्रतिक्षा करता है। वह चीजों को विश्लेषित करता है और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने कार्यों की योजनाएं बनाता है। वह तक़दीर का सिक्का उछालकर अपनी सफलता की कहानी को लिखता है।
8 वह स्त्री रुप को नहीं अपनाता: एक सज्जन पुरुष स्त्रियों की तरह लंबे बाल या मैनीक्योर नहीं करवाता। वह अपने छाती के बालों को नहीं निकालता क्योंकि वे स्वीकारणीय हैं। वह महसूस करता है कि उसकी स्वच्छता की जरुरतों पर स्त्री को ध्यान देना चाहिए।