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शिशु के खाने का सामान्य शिड्यूल
पहले कुछ महीने तक तो बच्चे खाने और सोने की मशीन लगते हैं। उनकी मांग पर उन्हें दूध पिलाना यह सुनिश्चित करने का सबसे बच्छा तरीका है कि उन्हें जरूरत के हिसाब से भोजन मिल रहा है। फिर चाहे आप स्तनपान कराते हों या बोतल के जरिए दूध पिलाते हों।
बच्चा
कितनी
मात्रा
में
और
कितनी
बार
फीडिंग
कर
रहा
है,
इससे
जुड़ी
गाइडलाइन
से
आपको
यह
जानने
में
मदद
मिलेगी
कि
आपके
बच्चे
की
खाने
की
आदत
सामान्य
है
या
नहीं।
या
फिर
कहीं
कोई
संभावित
गड़बड़ी
तो
नहीं।
डिमांड
फीडिंग
आप
बच्चे
में
भूख
के
कुछ
लक्ष्ण
देखते
हैं
और
उसी
के
आधार
पर
उन्हें
फीडिंग
कराते
हैं।
अगर
आप
किसी
शिड्यूल
के
बजाय
बच्चे
को
भूख
लगने
का
इंतेजार
करते
हैं
तो
आपको
इतना
ज्यादा
इंतजार
नहीं
करना
चाहिए,
जिससे
आपके
बच्चे
को
बहुत
ज्यादा
भूख
लग
जाए
और
वह
चिड़चिड़ा
जाए।
साथ
ही
जब
वह
भूखा
न
हो
तो
उसे
फीडिंग
नहीं
करानी
चाहिए।
बच्चे
को
जब
भूख
लगती
है
तो
वह
अंगूठा
वगैरह
चूसना
शुरू
कर
देता
है
या
फिर
उनके
मुंह
में
मूवमेंट
होने
लगती
है।
वह
ब्रेस्ट
या
बोतल
को
ढूंढने
के
लिए
इधर—उधर
हाथ
मारने
लगता
है।
अंतत:
रोना
भूख
लगने
की
सबसे
बड़ी
निशानी
होती
है।
अगर
आप
बच्चे
के
रोने
से
पहले
ही
फीडिंग
कराएंगे
तो
उन्हें
शांत
करना
आसान
हो
जाएगा।
कितनी
बार
कराएं
फीडिंग
बच्चा
कितनी
बार
फीडिंग
करता
है
यह
उनकी
उम्र
पर
निर्भर
करता
है।
नवजात
बच्चे
को
बड़े
बच्चे
की
तुलना
में
ज्यादा
बार
फीडिंग
करानी
होती
है।
नवजात
बच्चे
को
हर
दो
या
तीन
घंटे
में
फीडिंग
कराएं।
यानी
24
घंटे
में
उन्हें
12
बार
फीडिंग
कराएं।
फारमूला
फीडिंग
वाले
बच्चे
में
दो
फीडिंग
के
बीच
का
समय
थोड़ा
ज्यादा
होता
है,
क्योंकि
शरीर
ब्रेस्ट
मिल्क
की
तुलना
में
फारमूला
को
धीरे—धीरे
पचाता
है।
आपका
बच्चा
जैसे—जैसे
बड़ा
होता
है,
वैसे—वैसे
फीडिंग
के
बीच
का
समय
बढ़ता
चला
जाता
है।
छह
महीने
का
हो
जाने
पर
ज्यादातर
बच्चे
को
दिन
में
चार
से
छह
फीडिंग
की
जरूरत
होती
है।
हालांकि
यह
इस
बात
पर
भी
निर्भर
करता
है
कि
क्या
बच्चा
सालिड
फूड
ले
रहा
है
या
नहीं।
मात्रा
नवजात
बच्चे
हर
फीडिंग
में
दो
से
तीन
ओंस
दूध
पीते
हैं।
क्योंकि
नवजात
बच्चे
का
पेट
छोटा
होता
है
इसलिए
वह
थोड़ा—थोड़ा
कई
बार
फीडिंग
करता
है।
एक
महीने
का
होने
के
बाद
उसे
हर
फीडिंग
में
करीब
4
से
6
औंस
दूध
की
जरूरत
होती
है।
साथ
ही
दो
फीडिंग
के
बीच
समय
भी
बढ़
जाता
है।
6
महीने
का
हो
जाने
पर
बच्चे
को
हर
दिन
24
से
30
औंस
की
जरूरत
होती
है,
जो
4
से
6
फीडिंग
के
जरिए
आता
है।
अगर
आप
ब्रेस्ट
फीडिंग
करा
रहे
हैं
और
आपको
पता
नहीं
चल
रहा
है
कि
आपका
बच्चा
कितनी
मात्रा
में
आहार
ले
रहा
है
तो
उन्हें
तब
तक
फीडिंग
करने
दें,
जब
तक
कि
उनका
पेट
न
भर
जाए।
नवजात
बच्चे
को
हर
ब्रेस्ट
के
लिए
20
मिनट
का
समय
चाहिए
होता
है।
टिप्स
बच्चे
के
नेचुरल
फीडिंग
शिड्यूल
के
लिए
उनके
संकेतों
का
अनुसरण
करें।
इस
बात
का
ध्यान
रहें
कि
शिड्यूल
पूरे
साल
के
दौरान
कई
बार
बदल
सकता
है।
खासकर
तब
जब
बच्चे
का
विकास
तेजी
से
होता
है।
जब
आप
बच्चे
की
मांग
पर
फीडिंग
करते
हैं
तो
इस
बात
की
संभावना
काफी
ज्यादा
रहती
है
कि
उन्हें
सही
मात्रा
में
आहार
मिलेगा।
अगर
आपके
बच्चे
के
भूख
की
इच्छा
कम
हो
जाए,
वजन
बढ़ना
रुक
जाए
या
वह
डाइपर
कम
गीला
करने
लगे,
तो
डाक्टर
से
जरूर
परामर्श
लें।