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7 बातें,जो अपने टीनएज बच्चों को बताना है जरुरी
एक अभिभावक होने के नाते आपको अपने टीनएज बच्चों की चिंता होना स्वाभाविक है। उम्र के इस दौर में बच्चों में काफी परिवर्तन आते हैं ऐसे में उनके साथ डील करना, उनकी समस्या समझना और उसका उनके हिसाब से समाधान करना थोड़ा मुश्किल होता है। कभी - कभी समझ में नहीं आता कि टीनएज बच्चों को समझाने की शुरूआत कहां से की जाएं।
आज कल का दौर इंटरनेट का है जहां पर बच्चे न चाहते हुए भी सब कुछ देख और पढ़ सकते हैं। आज इंटरनेट और सोशलनेटवर्किंग के बदौलत हमारे टीनएज बच्चे बड़ होते जा रहे हैं। यहां हम आपको बता रहे है 7 बेसिक बातें, जिन पर आप अपने किशोर बच्चे के साथ चर्चा शुरू सकते हैं।
1) सेक्स और कामुकता
आपके टीनएज बच्चे इस उम्र में सेक्स के बारे में सबसे ज्यादा जानना चाहते है और मीडिया या अपने निजी अनुभवों से सेक्स के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी बटोरना चाहते है। ऐसे में आप अपने टीनएज बच्चों के साथ गर्भनिरोधक, अनचाहे गर्भधारण और गर्भपात जैसे महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा कर सकते हैं। उन्हे बताने की आवश्कता है कि उनकी सीमा रेखा क्या है और उन बातों की सही उम्र क्या है।
2) ड्रग्स, शराब और अन्य चीजें
टीनएज बच्चों को पार्टी बहुत भाती है, खासकर जब वे हाईस्कूल या कॉलेज के शुरूआती दिनों में प्रवेश लेते है। ऐसे में इन पार्टियों के दौरान वह अपने दोस्तों के साथ सम्पर्क में आने पर ड्रग्स, शराब और अन्य नशीले पदार्थो के सम्पर्क में आ जाते है। अगर कोई बच्चा ये सब लेने से इंकार करता है तो दोस्त उसे जबरन पिलाने की कोशिश करते है। यह मामला वाकई में चर्चा करने लायक है। अपने टीनएज बच्चों को इस बारे में जरूर बताएं और समझाएं कि ऐसा करना उनके लिए बेहद घातक भी होता है।
3) पैसे के साथ लेन - देन
अगर आपका टीनएज बच्चा पैसे कमाता है तो उसे मनी की वैल्यू पता होगी और उसे यह भी पता होगा कि इसकी बचत करना कितना आवश्यक है। अगर वह नहीं कमाता या कमाती है तो उसे समझाएं कि पैसों की बचत कैसे करें और पैसे की बचत करना क्यूं आवश्यक है।
4) परिवार का महत्व
टीनएज के बच्चे बाहरी दुनिया में ज्यादा रहना पसंद करते है क्योंकि उन्हे केवल अपने दोस्त और अपना क्राउड ही पसंद होता है। ऐसे में अक्सर टीनएज के दौरान बच्चों की परिवार से दूरी काफी हो जाती है। आप अपने बच्चों के साथ बैठकर बात करें और कई बातों से उन्हे धीरे - धीरे बताएं कि परिवार का महत्व जीवन में ज्यादा होता है। उन्हे परिवार के प्रत्येक व्यक्ति के साथ एक हेल्दी रिलेशन को बनाएं रखने को कहें।
5) डेटिंग और रिलेशनशिप
टीनएज बच्चे सोचते है कि पार्टनर को जल्दी - जल्दी बदलना कूल बात है। उनके लिए ब्रेकअप करना नॉमर्ल बात है। किसी और के साथ दुबारा रिलेशन में कमीटेड होना उनहे बेहद पसंद आता है। अपने बच्चे को ऐसा न करने दें। उसे गलत मूल्यों के साथ बड़ा न होने दें।
6) ऑनलाइन उपस्थिति
टीनएज हमेशा ऑनलाइन रहते है, किसी न किसी सोशल साइट्स से चिपके रहना उनकी आदत होती है जिसके कारण वह अपनी पढ़ाई और कॅरियर दोनो चौपट कर लेते है। अगर आप अपने टीनएज की ऑनलाइन गतिविधियों पर कड़ी नजर नहीं रख सकते है तो उन्हे स्पष्ट तरीके से इसके ड्रा बैक बता दें ताकि वह समझ सकें कि वह क्या गलती कर रहे हैं। बच्चों को इंटरनेट के भयानक परिणाम बताना ज्यादा आवश्यक होता है।
7) सफलता का अर्थ
अपने बच्चे को सफलता के सही अर्थ को समझाएं और उसे सफल होने के लिए हमेशा प्रेरित करें। अपने बच्चे से आउटलाइन होकर भी बात करें। पढ़ाई के अलावा, खेलकूद आदि के बारे में भी सफलता के मानकों के बारे में बताएं। ध्यान रहें, आपका बच्चा सफलता के बारे में आपके द्वारा कही गई हर बात को हमेशा याद रखता है।