Just In
- 57 min ago Save Earth Rangoli Design : इन रंगोली डिजाइन से दें पृथ्वी बचाओ का संदेश, यहां से लें आइडिया
- 3 hrs ago Pickle in Diabetes : डायबिटीज में आम का अचार खा सकते है या नहीं? इस सवाल का जवाब जानें
- 3 hrs ago गर्मी में बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर किसी को पसंद आएगी मैंगो स्टफ्ड मलाई कुल्फी, यह रही रेसिपी
- 16 hrs ago Blackheads Removal Tips: नहीं निकल रहे हैं ठुड्डी पर धंसे हुए ब्लैकहेड्स? 5 मिनट में ये नुस्खें करेंगे काम
Don't Miss
- Finance बच्चों के लिए बीमा पॉलिसी लेते समय ध्यान रखें ये जरूरी बातें, जानिए कौन सी पॉलिसी है बेहतर
- Automobiles Bajaj Chetak इलेक्ट्रिक स्कूटर का किफायती वेरिएंट जल्द होगा लॉन्च, जानिए कितनी होगी कीमत?
- News Rewa News: वोट डालने पर दुकानों में मिलेगा बड़ा डिस्काउंट, कैसे और कब तक ले सकते हैं लाभ?
- Technology पुराने स्मार्टफोन को कार डैशकैम की तरह कैसे यूज़ करें?
- Movies ट्रेन में बैठकर गुटखा खा रहा था शख्स, गंदगी मचाने पर टोका तो कह दी ऐसी बात कि अब सीधा रेलवे लेगी एक्शन
- Travel 5 शहर जो जुझ रहे हैं अत्यधिक भीड़ की समस्या से, अभी ड्रॉप कर दें यहां घूमने जाने का प्लान
- Education यूपी बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2024 वेबसाइट, SMS और डिजिलॉकर से कैसे करें डाउनलोड
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
निगेटिव प्रेग्नेंसी टेस्ट के 5 कारण
जीवन के किसी न किसी मोड़ पर आकर हर महिला को मन ही मन मां बनने की इच्छा होती है और जब उसके जीवन में स्थितियां सही हो जाती हैं तो वह मां बनने का फैसला, पार्टनर की सहमति से ले लेती है।
इस प्रक्रिया में गर्भधारण हुआ या नहीं, यह जानने के लिए सबसे पहले प्रेग्नेंसी टेस्ट किया जाता है जिसे सकारात्मक या नकारात्मक होने पर ही पता चलता है कि महिला इस बार मां बनेगी या नहीं।
एक्सपर्अ के अनुसार, मासिक धर्म रूक जाने के बाद महिला को कुछ समय तक इंतजार करना चाहिए, ताकि एचसीजी स्तर का आकलन परीक्षण में हो पाये। अगर गर्भधारण करने के 10 दिनों के भीतर ही जांच कर ली जाती है तो परीक्षण अक्सर नकारात्मक मिलते हैं। ऐसे में पीरियड्स न होने के दो सप्ताह के बाद ही टेस्ट करें।
बोल्डस्काई के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि प्रेग्नेंसी टेस्ट के निगेटिव आने के पीछे 5 कारण क्या हो सकते हैं। ये कारण निम्न प्रकार हैं:
1. पतली पेशाब होना: टेस्ट करने से पहले बहुत ज्यादा मात्रा में पानी पीने के कारण पेशाब पतली होने की वजह से कई बार टेस्ट निगेटिव आ जाता है जिससे पता नहीं चल पाता है कि स्त्री ने गर्भधारण किया भी है या नहीं। ऐसे में पतली पेशाब की वजह से परीक्षण के लिए आवश्यक तत्वों में कमी हो जाती है।
2. गलत समय पर परीक्षण करना: अगर प्रेग्नेंसी टेस्ट को गलत समय पर किया जाये तो भी परिणाम नकारात्मक ही आते हैं। अगर गर्भ की सही जांच करनी है तो सुबह उठकर पहली बार पेशाब जाने पर करें। इस समय शरीर में उपस्थिति एचसीजी के सही स्तर का पता चल जाता है।
3. समय से पहले ले लेना : शरीर में अंडें के निषेचन के ठीक बाद ही जांच करना सही नहीं होता है और इससे पता भी नहीं चलता है। संभोग करने के कम से कम दस दिन बाद ही टेस्ट करें, अन्यथा आपकी किट बेकार चली जाएगी, क्योंकि इतनी जल्दी परीक्षण में गर्भ का पता चल पाना मुश्किल होता है। मासिक धर्म जब तक बंद नहीं हो जाते हैं, तब तक भी टेस्ट न करें।
4. टेस्ट किट का बेकार हो जाना: टेस्ट करने से पहले किट की तिथि को देख लें, उसके बाद किट को खोलकर तुरंत ही इस्तेमाल कर लें। डॉक्टरों का कहना है कि खुली हुई किट सिर्फ 10 घंटे के लिए ही सही होती है, उसके बाद यह बेकार हो जाती है। खराब किट से टेस्ट करने पर हमेशा निगेटिव ही आएगा।
5. पूर्वानुमान न लगाये जाने वाले हारमोन: महिलाओं की जिन्दगी में हारमोन्स का बड़ा स्थान है। कई बार शरीर में ऐसे हारमोन्स की मात्रा ज्यादा हो जाती है जिसकी वजह से टेस्ट में सही रिजल्ट नहीं आ पाता है और प्रेग्नेंसी टेस्ट, निगेटिव आ जाता है। कई महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो संभोग किए बिना ही सिर्फ वहम के कारण टेस्ट करती हैं।