For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

बोटॉक्स और फिलर्स स्किन पर अलग तरह से करते हैं काम, जानिए

|

आज के समय में अधिकतर व्यक्ति अपनी सुंदरता को और भी अधिक बढ़ाने के लिए कई तरह के ब्यूटी ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं और इन्हीं में से कुछ है बोटॉक्स व फिलर्स। झुर्रियों और उम्र बढ़ने के अन्य लक्षणों को कम करने के लिए बोटॉक्स और फिलर्स दो ऐसे कॉस्मेटिक उपचार हैं, जो बेहद ही पॉपुलर हैं। आमतौर पर, लोग इन दोनों ट्रीटमेंट को एक जैसा ही समझते हैं, लेकिन इनके उपयोग से लेकर प्रभावकारिता को देखते हुए इनमें काफी अंतर होता है। इसलिए, अगर आप किसी ब्यूटी ट्रीटमेंट को लेने का मन बना रहे हैं, तो पहले आप दोनों को इनके बीच के अंतर के बारे में जानना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको इन दोनों के बीच के अंतर के बारे में बता रहे है, ताकि आपको यह समझने में मदद मिल सके कि आपके लिए कौन सा विकल्प सबसे अच्छा है-

बोटॉक्स क्या है?

बोटॉक्स क्या है?

जब बोटॉक्स को आपकी त्वचा में इंजेक्ट किया जाता है, तो यह आसपास की मांसपेशियों में नर्व्स सिग्नल को ब्लॉक कर देता है। नर्व्स सिग्नल में इस रुकावट के कारण प्रभावित मांसपेशियां अस्थायी रूप से जम जाती हैं। जिसके बाद एक योग्य त्वचा विशेषज्ञ इस समय कुछ रेखाओं या झुर्रियों पर काम कर सकता है। यहां ध्यान देने वाली बात है कि बोटॉक्स का असर सिर्फ उन्हीं झुर्रियों पर देखा जा सकता है जो मांसपेशियों के मूवमेंट के कारण होती हैं। यह झुर्रियां आमतौर पर नाक के आसपास, आंखों के बीच, आंखों के आसपास और भौंहों के ऊपर नजर आती है।

ऐसे की जाती है बोटॉक्स प्रक्रिया

ऐसे की जाती है बोटॉक्स प्रक्रिया

बोटॉक्स प्रक्रिया के दौरान विशेषज्ञ एक दर्द रहित इंजेक्शन का उपयोग करके टारगेट एरिया पर बोटॉक्स की डोज इंजेक्ट करता है। वे दर्द को कम करने के लिए उपचार से पहले एक सुन्न करने वाली क्रीम लगा सकते हैं। बोटॉक्स के प्रभाव के कारण, उस क्षेत्र में मसल्स का संकुचन प्रतिबंधित हो जाएगा। इस प्रकार, वहां झुर्रियां और महीन रेखाएं गहरी नहीं होंगी।

खुराक के प्रभाव उपचार के 24 से 72 घंटों में असर करना शुरू कर सकते हैं, और बोटॉक्स इंजेक्शन के परिणाम लगभग 8 से 12 सप्ताह तक रह सकते हैं। इसके बाद आपको दोबारा इंजेक्शन लेने की जरूरत हो सकती है।

बोटॉक्स के कुछ साइड इफेक्टस भी होते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं-

• इंजेक्शन की जगह पर हल्की चोट लगना

• हल्का सिरदर्द

• मतली

• अस्थायी कमजोरी

• पेट की ख़राबी

इनमें से कुछ दुष्प्रभावों का मुकाबला करने और उपचार की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए, रोगियों को उपचार के बाद चार घंटे तक सीधे रहने की सलाह दी जा सकती है और उस क्षेत्र को छूने से बचें जहां बोटॉक्स इंजेक्शन लगाए गए थे।

फिलर्स क्या हैं?

फिलर्स क्या हैं?

बढ़ती उम्र के कारण आपके चेहरे की मांसपेशियां अपनी लोच खो सकती हैं, जिससे आपकी त्वचा ढीली दिखाई दे सकती है। ऐसे में उन्हें फिर से जीवंत करने और उन्हें मोटा दिखाने के लिए फिलर्स की मदद ली जा सकती है। यह अंडर आई बैग्स से लेकर चीक्स, लिप्स, और फोरहेड पर फिलर्स को त्वचा के नीचे इंजेक्ट किया जा सकता है।

• फिलर्स के लिए स्किन को क्लीन करने के बाद विशेषज्ञ एक बेसिक एनेस्थेटिक आपको दे सकते हैं।

• इसके बाद, वह टारगेट एरिया पर फिलर को इंजेक्ट करते हैं। जब यह फिलर आपकी स्किन में प्रवेश करते हैं तो यह रिंकल्स, फाइन लाइन्स आदि के गैप को फिल करते हैं, जिससे चेहरे पर खोया हुआ वॉल्यूम बहाल होता है।

• इस उपचार का रिजल्ट कुछ ही घंटों में नजर आने लगता है और उपयोग किए गए फिलर के प्रकार के आधार पर परिणाम 6 महीने से 2 साल के बीच रह सकते हैं।

बोटॉक्स की तरह ही फिलर्स के भी अपने दुष्प्रभाव हैं। जैसे-

• खुजली, त्वचा पर चकत्ते

• रक्तस्राव, सूजन, और लाली

• स्किन डैमेज जो संक्रमण या निशान पैदा कर सकती है

• स्किन डिस्कलरेशन

बोटॉक्स की तरह ही फिलर्स के भी अपने दुष्प्रभाव हैं। जैसे-

बोटॉक्स की तरह ही फिलर्स के भी अपने दुष्प्रभाव हैं। जैसे-

• खुजली, त्वचा पर चकत्ते

• रक्तस्राव, सूजन, और लाली

• स्किन डैमेज जो संक्रमण या निशान पैदा कर सकती है

• स्किन डिस्कलरेशनबोटॉक्स की तरह ही फिलर्स के भी अपने दुष्प्रभाव हैं। जैसे-

• खुजली, त्वचा पर चकत्ते

• रक्तस्राव, सूजन, और लाली

• स्किन डैमेज जो संक्रमण या निशान पैदा कर सकती है

• स्किन डिस्कलरेशन

Read more about: skin स्किन
English summary

Botox vs. Dermal fillers: Difference Between Fillers And Botox in hindi

In this article we are talking about the difference between fillers and botox. Read on to more about it.
Desktop Bottom Promotion