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साइटिका का प्राकृतिक उपचार
कभी-कभार आपने कुछ लोगों को देखा होगा और उनसे मुलाकात की होगी, जिन्हें शरीर के एक ओर कमर में निचले हिस्से में पूरी टांग में भयानक पीड़ा होती है। इस दर्द को मेडीकल भाषा में साइटिका के नाम से जाना जाता है।
यह
दर्द
इतना
भयानक
होता
है
कि
व्यक्ित
अपाहिज
महसूस
करने
लगता
है।
साइटिका
में
होने
वाले
दर्द
को
दूर
करने
के
लिए
हैवी
मेडीसीन
का
डोज
दिया
जाता
है
जिसे
लम्बे
समय
तक
लेने
पर
साइड
इफेक्ट
होने
का
डर
भी
बना
रहता
है।
इसलिए,
बेहतर
होगा
कि
कुछ
प्राकृतिक
उपचार
को
अपनाया
जाएं।
प्राकृतिक उपचार से साइटिका का इलाज करने पर कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है और बीमारी का जड़काट इलाज हो जाता है। इसके लिए मरीज को खुद का पूरी तरीके से ध्यान रखना होगा और कुछ बातों का पालन करना होगा।
रोगी को ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए। अचानक से दर्द बढ़ जाने पर बेडरेस्ट करना सबसे अच्छा रहता है। इससे पैर पर प्रेशर नहीं पड़ता है।
अगर रोगी को उस टांग में हॉट और कोल्ड कम्प्रेसेस दिया जाता है तो उसे दर्द में आराम मिल सकता है। साथ ही रोगी को थोड़ी सी वॉक करनी चाहिए और एक्सरसाइज करनी चाहिए।
फिजियो थेरेपिस्ट के पास जाकर रोगी को अपना इलाज करवाना चाहिए। वह कुछ विशेष प्रकार की एक्सरसाइज बताएंगे, जिनसे भरपूर लाभ मिलता है। क्योंकि साइटिका का दर्द, नर्व में खिंचाव की वजह से होता है जो एक्सरसाइज करने पर पुन: अपनी स्थिति में आ जाती है।
अगर आप चाहें तो एक्यूपंचर का सहारा भी ले सकते हैं। इसमें कुछ विशेष हिस्सों में सुई को लगा दिया जाता है और बीमारी का इलाज किया जाता है। लेकिन शुरूआती दौर में एक्यूप्रेशर को ट्राई करें। इससे शरीर के नर्व सिस्टम पर प्रेशर पड़ता है और बीमारी काफी हद तक सही हो जाती है।
साइटिका दर्द को चिरोपैथी के द्वारा भी ट्रीट किया जा सकता है। इस प्रकार के ट्रीटमेंट में स्पाइल कॉलम और उससे जुड़े हुए ज्वाइंट को ट्रीट किया जाता है, ताकि ब्लड सर्कुलेशन अच्छी तरह हो पाएं। साथ ही व्यक्ति का स्वास्थ्य और उसमें दर्द का स्तर भी कम हो जाता है।