Just In
- 45 min ago Guru Shukra Yuti 2024: 12 साल बाद गुरु शुक्र का होगा मिलन, इन 3 राशियों पर मेहरबान होंगी देवी लक्ष्मी
- 2 hrs ago Aaj Ka Rashifal 18th April: इन 5 राशि वालों को मिलेगा आज भाग्य का साथ, सुख समृद्धि में होगी वृद्धि
- 7 hrs ago मनोज तिवारी Vs कन्हैया कुमार: कौन हैं कितना अमीर? दोनों की संपति डिटेल जानिए
- 10 hrs ago Summer skin care: गर्मी में आप भी बार-बार धोते हैं चेहरा? जानें दिन में कितनी बार करें Face Wash
Don't Miss
- News यूक्रेन के चर्नेहाइव शहर में रूस की तीन मिसाइल क्रैश, 17 की मौत
- Education KVS Admission 2024: केवी संगठन ने अनंतिम प्रवेश सूची जारी की; यहां देखें डायरेक्ट लिंक
- Movies बुशरा अंसारी ने 66 साल की उम्र में किया दूसरा निकाह, जानिए कौन हैं एक्ट्रेस के शौहर
- Finance Car Loan: पहले समझें 20-4-12 का नियम फिर खरीदें अपनी पसंद कार, कभी नहीं होगी फंड की दिक्कत
- Technology Samsung ने मार्केट में लॉन्च किए नए स्मार्ट टीवी, मिलेंगे AI इंटिग्रेटेड फीचर्स
- Automobiles 3 घंटे में पूरा होगा 900 KM का सफर, अहमदाबाद से दिल्ली तक चलेगी दूसरी बुलेट ट्रेन, जानें Railways की प्लान
- Travel सऊदी अरब ने बदला उमराह Visa Rule, अब 90 दिनों तक वीजा रहेगा वैध, Details
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
कान के टिश्यू से स्पर्म सेल्स बनाकर दूर की जा सकेगी पुरुषों की नपुंसकता , पढ़िए रिपोर्ट
नपंसुकता आज के समय की एक गंभीर बीमारी है और दिन प्रति दिन इसके मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। हाल ही में रिसर्चर की टीम ने एक चूहे के कान के टिश्यू से स्पर्म सेल्स बनाने में सफलता हासिल की है।
इस प्रयोग में इस्तेमाल किया गया चूहा भी नपुंसक था। इस रिसर्च को इंसानों की नपुंसकता दूर करने की दिशा में काफी अच्छा कदम माना जा रहा है।
आपको बता दें कि हमारा सेक्स एक्स और वाई क्रोमोसोम से मिलकर बना है और आमतौर पर महिलाओं में दोनों एक्स क्रोमोसोम होते हैं जबकि पुरुषों में एक एक्स और एक वाई क्रोमोसोम होता है।
लेकिन इन सबसे अलग लगभग 500 में से एक पुरुष ऐसा भी होता है जिसमें एक एक्स्ट्रा एक्स या वाई क्रोमोसोम होता है। ऐसे पुरुष के स्पर्म ही ठीक से विकसित नहीं हो पाते हैं जिस वजह से नपुंसकता की समस्या होती है।
साइंस जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यूके स्थित फ्रांसिस क्रिक इंस्टिट्यूट की रिसर्च टीम ने एक अतिरिक्त क्रोमोसोम को हटाने का एक तरीका निकला है जिससे फर्टिलिटी अच्छी की जा सके।
अगर चूहे पर किया गया यह शोध इंसानों पर भी पूरी तरह फिर बैठता है तो यह इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा और इससे क्लीनफेल्टर सिंड्रोम या डबल एक्स सिंड्रोम से पीड़ित पुरुषों को काफी राहत मिल सकती है।
इस
तकनीक
ने
कुछ
ख़ास
किस्म
के
केमिकल
सिग्नल
भेजे
जाते
हैं
जो
स्टेम
सेल्स
को
दिशा
निर्देश
देते
हैं
कि
वे
आगे
कैसे
ठीक
से
विकसित
होकर
स्पर्म
में
बदल
जायें।
फ्रांसिस क्रिक इंस्टिट्यूट के टाकायूकी हिरोटा ने बताया कि जब इन स्टेम सेल्स को चूहे के अंडकोष में इंजेक्ट किया गया तो ये आसानी से इस प्रक्रिया से गुजरते हुए स्पर्म में बदल गये। इन स्पर्म की जांच की गयी तो ये पूरी तरह से स्वस्थ पाए गये। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह प्रयोग इंसानों पर भी सफल रहेगा।
उन्होंने यह बताया कि अभी भी शरीर के बाहर किसी लैब में स्पर्म बनाना संभव नहीं हो पाया है हालांकि प्रयास इस दिशा में भी जारी हैं। अगर सब कुछ सही रहा तो एकदिन वैज्ञानिक लैब में भी स्पर्म विकसित कर पायेंगें जिससे नपुंसकता जैसी बीमारियों का पूरी तरह खात्मा हो जायेगा।