Just In
- 1 hr ago World Malaria Day Slogans and Quotes: इन संदेशों के साथ अपनों को करें मलेरिया से बचाव के लिए जागरूक
- 10 hrs ago Nitin Gadkari Health : पहले भी कई दफा बेहोश हो चुके हैं नितिन गडकरी, कहीं शुगर तो वजह नहीं?
- 11 hrs ago Cow Dreams Meaning: सपने में गाय देखना शुभ या अशुभ, जानें क्या कहता है स्वप्न शास्त्र
- 12 hrs ago Shukra Gochar 2024: भोग-विलास के कारक शुक्र देव का गोचर जल्द, इन राशियों के शुरू होंगे ऐशो-आराम के दिन
Don't Miss
- News Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 25 अप्रैल 2024, गुरुवार
- Education JEE Mains Topper List Statewise: किस राज्य में किसने किया टॉप, देखें राज्यवार जेईई मेन टॉपर्स सूची
- Movies Seema Haider ने पाकिस्तानी प्रेमी का किया खुलासा, कहा- 'मैं उससे शादी करके घर बसाना चाहती थी, लेकिन...'
- Technology OPPO Find X7 Ultra Camera Deep-Dive: स्मार्टफोन पर फोटोग्राफी की सीमाओं को आगे बढ़ाने का नया उपाय
- Finance IndiGo Airline: आपके एंटरटेनमेंट पर नहीं लगेगा फुल स्टॉप, फ्लाइट में मिलेगी ये खास सर्विस
- Automobiles मिडिल क्लास की पसंदीदा है Hero की ये बाइक, कीमत सिर्फ 75 हजार रुपये, माइलेज भी है शानदार..
- Travel DGCA ने पेरेंट्स के साथ सफर कर रहे 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बदला नियम, जाने यहां
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
अंडकोष के दर्द को न ले हल्के में, वरना हो सकती हैं ये बीमारियां
टेस्टिस या अंडकोष पुरुषों को सबसे सेंसेटिव बॉडी पार्ट होता है। यहां हल्की सी आई चोट उनके लिए जानलेवा साबित हो सकती है। लेकिन बेवजह यहां होने वाला दर्द कभी भी नॉर्मल नहीं हो सकता है। अगर अचानक से टेस्टिस या अंडकोष में दर्द होना शुरु हो जाएं तो पुरुषों को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए समय रहते डॉक्टर को दिखाएं। कई मामलों में होता है कि चोट के कारण पुरुषों को टेस्टिस में दर्द की शुरूआत होती है। टेस्टिकल्स में कभी-कभी और लगातार दर्द रहना खतरनाक माना जाता है।
पुरुषों को टेस्टिकल्स का दर्द को कभी भी हल्कें में नहीं लेना चाहिए। अगर इस दर्द का समय पर इलाज न किया जाए तो भारी नुकसना उठाना पड़ सकता है। आइए जानते हैं अंडकोष में किन कारणों से दर्द हो सकता है।
अंडकोष क्या है?
अंडकोष यानी टेस्टिस पुरुषों में पायी जाने वाली एक थैली है। अंडकोष की थैली के अंदर दो अंडकोष होते हैं। अंडकोष लाखों छोटे-छोटे शुक्राणु कोशिकाएं पैदा करते हैं और उन्हें सुरक्षित रखते हैं। इसके अलावा ये टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन भी बनाते हैं, एक ऐसा हार्मोन जिसके कारण लड़के शुक्राणु पैदा करते हैं। कई कारणों से टेस्टिस में दर्द होता है परंतु उसका उपचार भी संभव है। अंडकोष का कैंसर है खतरनाक, पुरुषों को जरूर पता होने चाहिए इसके लक्षण
चोट की वजह से
टेस्टिस बहुत ही सेंसेटिव पार्ट होता है। यहां लगी हल्की चोट भी आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। टेस्टिस में अगर कभी बचपन के समय खेलते समय चोट लग गई हो तो वो भी उभर कर सामने आ जाती है। टेस्टिस में दर्द है तो इसका जल्द से जल्द उपचार डॉक्टर को दिखाएं घरेलू उपाय अजमाने से पहले 10 बार सोचें।
ग्रोइन हर्निया की वजह से
छोटी आंत का कुछ भाग जब नीचे की तरफ आ जाता है तो वह अंडकोष में प्रेशर बनाता है जिसकी वजह से भी दर्द हो सकता है। इसे ग्रोइन हर्निया भी कहा जाता है, इसकी वजह से अंडकोष में तेज दर्द और सूजन हो सकता है। ऐसा वजन उठाने या गलत वर्कआउट करने की वजह से भी हो सकता है। अंटेशन जेंटलमेन! क्या आप जानते है अंडकोष में सूजन की वजह?
टेस्टिकल कैंसर
टेस्टिस में दर्द का कारण टेस्टिकुलर कैंसर भी हो सकता है। इसके लिए हमेशा सतर्क रहने की जरूरत होती है। अगर अंडकोष में कोई गांठ है और आपके अंडकोष में दर्द और सूजन है तो इसकी तुरंत जांच करायें। ये कैंसर अंडकोष से शरीर के अन्य अंगों में भी फैल सकता है। टेस्टिकुलर कैंसर का इलाज संभव है इसके सफल होने का प्रतिशत 95 प्रतिशत है।
एपीडिड्यमिटिस
एपीडिड्यमिटिस की वजह से टेस्टिकल्स की नसों में जलन और दर्द होने लगता है। इसका कारण चोट या इंफेक्शन भी हो सकता है। एपीडिड्यमिस में जलन होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे चोट लगना, बैक्टीरिया द्वारा संक्रमण और STD की वजह से भी एपीडिड्यमिटिस ज्यादातर 18 से 36 वर्ष के पुरुषों में ज्यादा पाया जाता है
कोनायम
अंडकोष में खून प्रवाहित करने वाली नाड़ियों के अन्दर खून जमा होने के कारण शारीरिक शक्ति कम हो जाती है और उस हिस्सें में कम संवेदनशीलता महसूस होती है। इस वजह से या तो यहां कभी कभी सूजन आ जाती है।
ऑर्किटिस की वजह से
ये समस्या वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होती है। इसमें भी जलन और दर्द होता है, इसकी वजह से अंडकोष में सूजन और दर्द होता है। इसमें आपको एक या दोनों अंडकोष में कोमलता या शिथिलता, जो सप्ताहों तक आपको महसूस होती है। इसका भी समय रहते इलाज न किया जाय तो यह अंडकोष की कार्य क्षमता को प्रभावित करता है।