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Ahoi Ashtami Katha and Aarti: कथा और आरती के बिना अधूरा है यह व्रत, पूजा के समय जरूर करें इनका पाठ

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Ahoi Ashtami Katha and Aarti: अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रखा जाता है। अहोई अष्टमी का व्रत करवा चौथ व्रत के चार दिन बाद पड़ता है। इस दिन अहोई माता की पूजा की जाती है। अहोई अष्टमी का व्रत माताओं द्वारा अपनी संतान के लिए भोर से सांझ तक रखा जाता है।

इस दिन की खासियत ये है कि यह व्रत तारों को देखने के बाद तोड़ा जाता है। अहोई अष्टमी के दिन अहोई अष्टमी व्रत कथा पढ़ने की परंपरा है। माता को प्रसन्न करने के लिए उनकी आरती भी गाई जाती है। इस लेख में हम आपके लिए अहोई अष्टमी व्रत कथा और अहोई माता की आरती लाये हैं। व्रत के दिन इसका पाठ जरूर करें।

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English summary

Ahoi Ashtami Vrat Katha and Aarti in Hindi

The fast of Ahoi Ashtami is kept for the long life and prosperity of the child. Know the vrat katha of Ahoi Ashtami and aarti in Hindi.
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