Just In
- 1 hr ago Curd Benefits For Skin: रोजाना चेहरे पर दही मलने से पिग्मेंटेशन और मुंहासे की हो जाएगी छुट्टी, खिल उठेगा चेहरा
- 3 hrs ago IPL 2024: कौन हैं क्रिकेटर केशव महाराज की स्टाइलिश वाइफ लेरिशा, इंडिया से हैं स्पेशल कनेक्शन
- 5 hrs ago 'हीट वेव' से बचाने के लिए चुनाव आयोग ने जारी की एडवाइजरी, सेफ रहने के लिए हाइड्रेड रहें और ये काम न करें
- 7 hrs ago तपती गर्मी में भी नहीं सूखेगा तुलसी का पौधा, बस अपनाएं ये छोटे-छोटे टिप्स
Don't Miss
- News क्या सीमा हैदर को जाना होगा पाकिस्तान? पति गुलाम खेल रहा ये दांव, सचिन की भी बढ़ेगी मुश्किलें
- Movies दूसरे से करती थी इश्क इसलिए कर दिया पत्नी का कत्ल! संजय दत्त ने जब कहा था- 'भुगत रहा कर्मों का फल'
- Technology Amazon से Samsung, Oneplus समेत इन फोल्डेबल फोन्स को सस्ते में खरीदें, जल्दी करें, यहां देखें लिस्ट
- Travel खुल गया है लद्दाख पहुंचने का नया रास्ता, मनाली से लेह को जोड़ने वाला यह है सबसे छोटा रूट
- Finance 4 ETF Mutual Fund ने 3 साल में इन्वेस्टरों को दिया जबरदस्त रिटर्न
- Education एनआईओएस कक्षा 10वीं, 12वीं हॉल टिकट 2024 हुए जारी, जानें कैसे करें डाउनलोड
- Automobiles Tesla को टक्कर देने के लिए Xiaomi ने लॉन्च की पहली इलेक्ट्रिक कार, सिंगल चार्ज में मिलेगी 810KM की रेंज
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
प्यार में कितना जरूरी है अपने पार्टनर से जुड़ाव
प्यार एक ऐसा अहसास है जिसमें आप अपने आप ही दूसरे व्यक्ति से जुड़ जाते हैं लेकिन कई लोग प्यार तो कर लेते हैं लेकिन अपने पार्टनर से भावनात्मक रूप से जुड़ नहीं पाते हैं। क्या इस तरह भी आप अपने रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं ? अब सवाल ये उठता है कि ऐसे प्यार का क्या फायदा जिसमें दो लोगों के बीच जुड़ाव ही ना हो। किसी भी तरह के जुड़ाव के बिना हम किसी से प्यार कैसे कर सकते हैं? क्या सच में ऐसा हो सकता है ? और क्या रिलेशनशिप जुड़ाव के बिना भी मजबूत रह सकता है ? ये सब सवाल हमारे दिमाग में इसलिए उठते हैं क्योंकि हमें लगता ही नहीं है कोई रिश्ता बिना किसी भी तरह के जुड़ाव के भी चल सकता है। ऐसे में आपको ये बात समझनी चाहिए कि प्यार कोई जुड़ाव नहीं है। इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आप भी इस बात को पूरी तरह से समझ जाएंगें।
ज़रा अपने पुराने रिलेशनशिप और एक ही समय पर रखे गए मल्टीपल रिलेशनशिप पर ध्यान दीजिए। अब सोचिए कि क्या आप इन सब रिश्तों में अपने पार्टनर से जुड़े हुए थे या नहीं ? अगर आपका उनसे जुड़ाव प्यार था तो फिर आपका वो रिश्ता खत्म क्यों हुआ ?
तो चलिए अब हम ज़रा गहराई से जानने की कोशिश करते हैं कि प्यार में जुड़ाव होना क्यों जरूरी नहीं है। इस पोस्ट में आपको अपने सभी सवालों का तो जवाब नहीं मिलेगा लेकिन आप खुद ही अपने सवालों का जवाब दे सकते हैं क्योंकि यहां आप ये जान सकते हैं कि किसी भी तरह के जुड़ाव के बिना आप किस तरह किसी से प्यार कर सकते हैं।
अपने पार्टनर से बिना किसी चाहत के भी प्यार कर सकते हैं
सबसे पहले दिमाग में यही सवाल आता है। अगर आप किसी से बिना किसी इच्छा या मांग के प्यार करते हैं तो आपका प्यार सही है। अगर आपका जवाब हां में है तो आपको खुद ही पता होगा कि आप अपने पार्टनर के लिए कैसा महससू करते हैं। इसका फर्क समझना आसान है :
जब आप जुड़ाव के साथ किसी से प्यार करते हैं तो आप कहते हैं उनके साथ आपको बहुत अच्छा लगता है या वो आपको वैसे ही मानते हैं जैसे आप हैं और उनके साथ आपको स्पेशल महसूस होता है
वहीं जुड़ाव के बिना प्यार करने पर आप कहते हैं कि आपका पार्टनर बहुत स्पेशल है और वो आपके लिए हमेशा ही स्पेशल रहेगा।
अगर आप अब भी इन दोनों बातों में फर्क नहीं जान पाएं हैं तो इसे दोबारा पढ़ें। इससे आप प्यार और जुड़ाव के बीच के फर्क को समझ पाएंगें।
जुड़ाव के बिना भी इस तरह कर सकते हैं प्यार
सबसे पहले खुद से प्यार करें
सबसे पहले जरूरी है कि आप खुद से प्यार करें। इससे आपको किसी दूसरे व्यक्ति से जुड़ने की चाहत ही नहीं रह जाती है। खुद से जुड़कर आप ज्यादा बेहतर महसूस करते हैं। आपको जो कुछ भी चाहिए उसे खुद में ढूंढिए। अपने अंदर बसे प्यार को बांटें और इसे अपने पार्टनर के साथ भी साझा करें।
प्यार करने का ये तरीका सबसे बेहतरीन है। पहले ये जानें कि अपने बारे में वो कौन-सी बातें जो आपको खुद को पसंद हैं। इसके बाद का रास्ता अपने आप आसाना हो जाएगा। इसके बिना कोई खुद से प्यार नहीं कर सकता है और ना ही किसी को प्यार दे सकता है और ना ही जुड़ाव के बिना किसी से प्यार कर सकता है।
किसी से जुड़ने का क्या कारण है
आप जिनसे प्यार करते हैं उन्हें जानने की कोशिश करें। आप उनसे किस तरह और कैसे जुड़ सकते हैं, ये जानन का प्रयास करें। इससे आपकी लव लाइफ आसान हो पाएगी। साथ ही आप जान पाएंगें कि आप अपने पार्टनर से किस हद तक जुड़ सकते हैं।
जानिए कि किस तरह आपका पार्टनर आपका पूरक बन सकता है। अगर आपको खुद में कोई कमी लगती है तो आप खुद से भी प्यार नहीं कर पाते और अपने पार्टनर से भी। आपको इन कमियों को दूर करना चाहिए।
इसके अलावा उन चीज़ों पर भी ध्यान दें जिनसे आपको अपने पार्टनर के प्रति आकर्षण हुआ था। इससे आप अपने पार्टनर के लिए खुशी महसूस करेंगें। इस बहाने आप अपने पार्टनर से प्यार करने लगेंगें।
खुद से कितना प्यार करते हैं
आपको जो प्यार चाहिए या जिसकी चाहत है उसे खुद पूरा करने की कोशिश करें ना कि अपने पार्टनर से उसकी उम्मीद करें। अगर आप खुद से पर्याप्त प्यार करेंगें तो आप प्यार के लिए दूसरों पर कभी निर्भर नहीं रहेंगें। वहीं अगर आप दूसरों पर निर्भर हैं तो अब आपको प्यार के मामले में खुद को आत्मनिर्भर बनाना शुरु कर देना चाहिए।
अपने काम और प्रतिक्रिया देखें
इसे लेकर आपको थोड़ा सावधान रहना चाहिए।
जब आप दोनों के बीच किसी गंभीर मुद्दे पर बहस या लड़ाई होती है या आपके पार्टनर का मूड खराब रहता है तो आप खुद में ये बात नोटिस करें कि इससे आपको कितना फर्क पड़ता है। इससे आप प्यार और जुड़ाव के बीच संतुलन बनाना सीखेंगें और अपने पार्टनर के खराब मूड से खुद को प्रभावित करना भी जान पाएंगें।
एक बार आप खुद को जान जाएंगें तो ऐसा कुछ नहीं करेंगें जिससे आप दोनों के बीच मतभेद हो। अपनी भावनाओं को जानने और उन्हें कंट्रोल करने की कोशिश करें। अपने पार्टनर की तरह प्रतिक्रिया देने के बाद आप खुद भी अपने मूड में बदलाव पाएंगें। इस तरह आप भावनात्मक रूप से अपने पार्टनर से जुड़ सकते हैं।
बिना जरूरत के प्यार करें
इस पहलू में आपको अपने पार्टनर से बिना किसी जरूरत और अपेक्षा के प्यार करना है। इसका मतलब है कि आपको अपने पार्टनर से बिना किसी उम्मीद के प्यार करना है। उम्मीदों के पहाड़ की जगह उन्हें प्यार करें और इसके बदले में कोई अपेक्षा ना रखें। आप समझ पाएंगें कि प्यार और रिलेशनशिप में क्या फर्क होता है
इस तरह आप बिना जुड़ाव के भी अपने पार्टनर के साथ प्यार को महसूस कर सकते हैं। प्यार में पहले खुद को पूरा कीजिए और अपने पार्टनर को खूब प्यार दीजिए। इससे आपका रिश्ता भी बेहतर हो पाएग और आप खुद से भी प्यार करना सीख लेंगें।