Just In
- 1 hr ago इंटरव्यू के लिए बेस्ट हैं IAS रिया डाबी के ये 5 फॉर्मल ब्लाउज पैटर्न, देंगे प्रोफेशनल लुक
- 3 hrs ago क्रॉच एरिया के फंगल इंफेक्शन की वजह हो सकता है आपका गंदा अंडरवियर, Jock Itching से बचने के लिए करें ये काम
- 6 hrs ago Save Earth Rangoli Design : इन रंगोली डिजाइन से दें पृथ्वी बचाओ का संदेश, यहां से लें आइडिया
- 8 hrs ago Pickle in Diabetes : डायबिटीज में आम का अचार खा सकते है या नहीं? इस सवाल का जवाब जानें
Don't Miss
- News कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज, जानिए क्या है मामला
- Finance National Pension Scheme: जानिए कैसे राष्ट्रीय पेंशन स्कीम के जरिए टैक्स बचा सकते हैं आप?
- Movies सेल्सपर्सन बनकर किया काम, प्रेग्नेंट मां थी होटल में नौकर, बचपन के स्ट्रगल बताते हुए इमोशनल हुई ये एक्ट्रेस
- Technology 4 कलर ऑप्शन के साथ boat Storm Call 3 स्मार्टवॉच लॉन्च, मिलेंगे कई कमाल के फीचर्स
- Education UP Board 12th Toppers List 2024:इंटर में सीतापुर के शुभम ने किया टॉप, 453 छात्र टॉप 10 में, देखें टॉपर्स लिस्ट
- Automobiles Bajaj Chetak इलेक्ट्रिक स्कूटर का किफायती वेरिएंट जल्द होगा लॉन्च, जानिए कितनी होगी कीमत?
- Travel 5 शहर जो जुझ रहे हैं अत्यधिक भीड़ की समस्या से, अभी ड्रॉप कर दें यहां घूमने जाने का प्लान
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
पेरेंटिंग का नया खतरनाक ट्रेंड है शेरेंटिंग
हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग, टाइगर पेरेंटिंग से लेकर ऑथोरिटेरियन पेरेंटिंग तक हर तरह की पेरेंटिंग के अपने फायदे-नुकसान हैं। अब एक नई पेरेंटिंग भी लोकप्रिय हो रही है जिसका नाम है 'शेरेंटिंग’। शोधकर्ताओं के मुताबिक जब माता-पिता अपने बच्चे से जुड़ी हर चीज को सोशल मीडिया पर शेयर करने लगें तो उसे शेरेंटिंग (Sharenting) कहते हैं। बच्चों की उपलब्धि से लेकर उनकी तस्वीरें तक सोशल मीडिया पर डालना ना केवल उनकी निजता का हनन करता है बल्कि उनकी सुरक्षा को भी खतरे के घेरे में ले आता है।
एक रिसर्च में शोधकर्ताओं ने मां बनने और सोशल मीडिया पोस्ट के बीच संबंध पाया। हालांकि, कई बार सोशल मीडिया पोस्ट से वो बातें तक पता चल जाती हैं जिनकी जरूरत नहीं होती। जैसे कि बच्चे की लोकेशन, उसकी जन्म तिथि, स्कूल, प्राइवेट क्लास आदि। इस रिसर्च को यूनिवर्सिटी ऑफ एक्रॉन और यूनिवर्सिटी ऑफ टेनेसिए के एलेक्सा के.फॉक्स और मारिआ ग्रब्स होय द्वारा किया गया था। इस रिसर्च के परिणाम पब्लिक पॉलिसी एंड मार्केटिंग के जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं।
इस रिसर्च में हिस्सा लेने वाली महिलाएं डिलीवरी के बाद अपने शरीर को लेकर, मां बनने की जिम्मेदारियों, बच्चे की देखभाल की जरूरतों और डिलीवरी के बाद होने वाली समस्याओं एवं चिंता को लेकर परेशान थीं। शोधकर्ताओं ने स्टडी में लिखा कि, "सोशल मीडिया पर अपना अनुभव और निजी जानकारी शेयर करके महिलाएं सोशल सपोर्ट या चिंता, तनाव या डिप्रेशन से राहत पाने का रास्ता ढूंढती हैं।"
इन लोगों को बच्चे की ऑनलाइन प्राइवेसी और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बच्चों से जुड़ी बातों को शेयर करने के संबंध में मार्गदर्शन की जरूरत है। शोधकर्ताओं ने कहा कि “आजकल के माता पिता अपनी जिंदगी को भी सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं, उन्हें इसके संभावित नुकसान के बारे में पता ना हो।”