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10 बीमारियां जिसका इलाज साइंस के पास भी नहीं
हम साइंस और टेक्नॉलिजी के मामले में भले ही कितने आगे निकल गए हों लेकिन आज भी हम में से कई ऐसे लोग हैं जो लाइलाज बीमारियों से लड़ रहे हैं। जी हां ऐसी बीमारी जिसकी आज तक कोई दवा ही नहीं बनी है।
हम यह कह सकते हैं कि ये सभी रोग घातक तो नहीं हैं लेकिन इनका कोई इलाज भी नहीं है। कोई भी बीमारी तब लाइलाज बोली जाती है जब उसे ठीक करने के लिये कोई दवा नहीं बनी होती है। उदाहरण के तौर पर यदि आपका पेट खराब है तो आपको एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक कर दिया जाता है और आप 3 दिनों के अंदर ठीक हो जाते हैं। हो सकता है कि इससे ज्यादा का भी समय लगता हो लेकिन आखिर में आप ठीक ही हो जाते हैं, यानी की इसका इलाज है। मगर जब आपको ठंड पकड़ लेता है या वाइरल हो जाता है तो कोई भी दवा आपकी मदद नहीं कर पाती।
अलग तरह की कई बीमारियां हैं जो की अभी भी बहुत पुरानी हैं। कुछ बीमारियां जैसे, गठिया और मधुमेह किसी की जान तो नहीं लेती मगर इन्हें बिल्कुल से ठीक कर पाना मुश्किल है। इन बीमारियों को केवल दवाओं से कंट्रोल ही किया जा सकता है। कैंसर भी इसी लिस्ट में आता है, जिसका कोई इलाज नहीं है। तो यहां पर कुछ 10 बीमारियों की लिस्ट है जिसका इलाज साइंस और टेक्नॉलिजी के होते हुए भी असंभव है।
एच आई वी
इस बीमारी के लिये ना तो कोई दवा बनी है और ना ही इसका कोई इलाज है। इस बीमारी से बचने के लिये केवल बचाव ही किया जा सकता है।
कैंसर
कैंसर को ठीक करने के लिये कीमोथैरेपी, रेडियेशन थेरीपी की जाती है लेकिन इसका कोई फुल प्रूफ नहीं हैं कि ऐसा सब करने से कैंसर ठीक ही हो जाएगा।
पोलियो
पोलियो के लिये ठीके बने हुए हैं जिसे बचपन में ही दिया जाता है। पर यदि इस बीमारी के वाइरस शरीर में पहुंच गए तो आपका नीचे का हिस्सा काम करना बंद कर देगा। पोलियो 1 साल से कम बच्चों के लिये बहुत ही घातक है।
गठिया
जब हड्डियों के जोड़ो में यूरिक एसिड जमा हो जाता है तो वह गठिया का रूप ले लेता है। यह बच्चों तथा बड़ों दोनो को हो जाता है। इसका भी कोई इलाज नहीं है, लेकिन दवाओं और व्यायाम से इसे कम जरुर किया जा सकता है।
सर्दी-जुखाम
कई लोग इसे कंट्रोल करने के लिये दवाइयां खाते हैं। लेकिन यह इस बीमारी को 3 दिन लगते हैं आने में, 3 दिन रुकने में और 3 दिन जाने में। कोई भी दवाई इसे ठीक नहीं कर सकती।
इंफ्लुएंजा
यह एक तरह का बुखार है जिसमें फेफड़ों में पानी भर जाता है। यह एक महामारी बन सकती है जैसा की स्वाइन फ्लू और बर्ड फ्लू के मामले में हुआ था। इसकी खराब बात यह है कि यह एक दूसरे से फैलती है।
अस्थमा
यह सांस की बीमारी कभी नहीं सही हो सकती है। रोगी को अस्थलीन ले कर ही जीना पड़ता है। यदि इसे कंट्रोल करना है तो आप ब्रीथिंग एक्सरसाइज कर के इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
मधुमेह
मधुमेह खुद तो इतनी घातक नहीं होती है पर यह शरीर के कई अंगो को खराब जरुर कर देती है। किडनी पर इसका सबसे पहले असर पड़ता है।
इबोला
यह एक बहुत ही खतरनाक बुखार है जिससे हेमरिज हो सकता है। यह वाइरस से फैलती है जिसका नाम अफरीका के एक नदी इबोला के नाम पर पड़ा, जहां यह पहले पाया गया था। इस बीमारी पर बहुत रिर्सच की गई लेकिन वाइरस का कोई इलाज नहीं मिला।
क्रूज़फेल्ट जेकब डिसीज
यह एक गंभीर बीमारी है जो सेंट्रल नरवस सिस्टम और मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। इस रोग का एक आनुवंशिक लिंक हो सकता है, लेकिन इसका दवा से कोई इलाज नहीं है।