Just In
- 21 min ago प्रेग्नेंसी में ब्राउन डिस्चार्ज होना नॉर्मल है या मिसकैरेज की तरफ इशारा, जानें यहां
- 1 hr ago सफेद कपड़ों पर पड़ गए है पीले दाग, तो लांड्री में बेकिंग सोडा का यूं करें इस्तेमाल
- 2 hrs ago DIY Mosquito Repellent : मच्छरों के काटने से बच्चे का हो गया बुरा हाल, बचाने के लिए करें ये काम
- 2 hrs ago चेहरे का आकार बता सकता है कैसे इंसान हैं आप, यकीन नहीं होता तो ये टेस्ट आजमाकर देख लें
Don't Miss
- Movies Salman Khan के जीजा आयुष हुए इमोशनल, कहा- 'मुझे कुत्ता बुलाया गया और बच्चे भी अब मेरे बारे में...'
- News Lok Sabha Elections: यूपी में BJP फिर दूसरे दलों को करेगी क्लीन स्वीप या फिर होगा खेला?
- Finance Bank holiday for Lok Sabha Election 2024: क्या 26 अप्रैल को इन राज्यों में बंद रहेंगे बैंक? देखें ये लिस्ट
- Technology Infnix Note 40 Pro 5G पर शुरू हुई सेल, भारी छूट के साथ घर ले आए फोन
- Automobiles भारत में लॉन्च हुई 2024 Jeep Wrangler Facelift, शानदार डिजाइन और धांसू फीचर्स से है लैस, जानें कीमत?
- Education MP Board Sehore Toppers List 2024: सीहोर जिले के 10वीं, 12वीं के टॉपर छात्रों की सूची
- Travel DGCA ने पेरेंट्स के साथ सफर कर रहे 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बदला नियम, जाने यहां
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
शाकाहारियों को हार्ट-अटैक का खतरा कम
लोमा लिंडा विश्वविद्यालय में हुए अध्ययन के मुताबिक 25 प्रतिशत शाकाहारियों में पाचन सम्बंधी गड़बड़ियां पाई जाती हैं जबकि 37 प्रतिशत अर्ध-शाकाहारियों को इस तरह की शिकायत होती है। दूसरी ओर मांसाहार अपनाने वाले 39 प्रतिशत लोगों में पाचन सम्बंधी गड़बड़ियों की शिकायत होती है।मुख्य शोधकर्ता निको एस. रिज्जो का कहना है, "इस अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि उपापचय या पाचन सम्बंधी बीमारियों की रोकथाम में जीवनशैली के खान-पान सम्बंधी कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।"
लोमा लिंडा विश्वविद्यालय के 'एडवेंटिस्ट स्वास्थ्य अध्ययन 2' में शामिल 700 वयस्कों पर यह अध्ययन किया गया था।अध्ययन में शामिल 35 प्रतिशत वयस्क शाकाहारी थे। औसत के आधार पर शाकाहारी और अर्ध-शाकाहारी लोगों की उम्र मांसाहारी लोगों की तुलना में तीन साल ज्यादा थी। शाकाहारियों की उम्र अधिक होने के बावजूद उनमें ट्राईग्लिसराइड्स, ग्लूकोज का स्तर, रक्तचाप, कमर के आसपास वसा का जमाव अधिक था। इन लोगों में उनकी लम्बाई की तुलना में वजन अधिक था।