Just In
- 1 hr ago IPL 2024: कौन हैं क्रिकेटर केशव महाराज की स्टाइलिश वाइफ लेरिशा, इंडिया से हैं स्पेशल कनेक्शन
- 3 hrs ago 'हीट वेव' से बचाने के लिए चुनाव आयोग ने जारी की एडवाइजरी, सेफ रहने के लिए हाइड्रेड रहें और ये काम न करें
- 5 hrs ago तपती गर्मी में भी नहीं सूखेगा तुलसी का पौधा, बस अपनाएं ये छोटे-छोटे टिप्स
- 6 hrs ago Crispy Chicken Strips : इफ्तार के लिए इस तरह बनाएं टेस्टी-टेस्टी क्रिस्पी चिकन स्ट्रिप्स, पढ़ें पूरी रेसिपी
Don't Miss
- News बिहार में INDIA गठबंधन में हुआ सीटों का बंटवारा, किस पार्टी के खाते में गई कौन सी सीट? देखें पूरी लिस्ट
- Movies दो साल में टूटी शादी, बॉयफ्रेंड की हुई कैंसर के कारण मौत, 72 साल की उम्र में ऐसे जी रही ये हसीना
- Travel खुल गया है लद्दाख पहुंचने का नया रास्ता, मनाली से लेह को जोड़ने वाला यह है सबसे छोटा रूट
- Technology 6000mAh बैटरी, 70W चार्जिंग के साथ TECNO POVA 6 Pro भारत में लॉन्च, जानें कीमत
- Finance 4 ETF Mutual Fund ने 3 साल में इन्वेस्टरों को दिया जबरदस्त रिटर्न
- Education एनआईओएस कक्षा 10वीं, 12वीं हॉल टिकट 2024 हुए जारी, जानें कैसे करें डाउनलोड
- Automobiles Tesla को टक्कर देने के लिए Xiaomi ने लॉन्च की पहली इलेक्ट्रिक कार, सिंगल चार्ज में मिलेगी 810KM की रेंज
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
Constitution Day 2022: भारत के संविधान के महत्वपूर्ण फैक्ट्स,जो शायद आप ना जानते हों
स्वतंत्र भारत के इतिहास में 26 नवंबर का खास महत्व है क्योंकि 1949 में इसी दिन भारत के संविधान को अपनाया गया था। जिसको 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। ये भारत के नागरिकों के लिए उनकी ताकत का प्रतीक है। संविधान निर्माताओं के योगदान और प्रमुख मूल्यों के प्रति देश की तरफ से 26 नवंबर को 'संविधान दिवस' के रूप में मनाया जाता है। साल 2015 मई में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने "निवासियों के बीच संवैधानिक मूल्यों" को आगे बढ़ाने के लिए 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया। ये दिन उस साल घोषित किया गया था जब संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष बीआर अंबेडकर की 125वीं जयंती मनाई जा रही थी।
संविधान दिवस 2022: रोचक तथ्य
भारतीय संविधान को तैयार करने में लगभग 2 साल 11 महीने 18 दिन लगे।
संविधान की मूल प्रति हाथ से लिखी गई थी।
भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
संविधान की मूल प्रतियां संसद के पुस्तकालय के अंदर संरक्षित हैं। जिस डिब्बे में इसे रखा जाता है, उसे हीलियम से भरकर फलालेन के कपड़े में नेफ्थालीन की गोलियों से लपेटा गया है।
संविधान दिवस 2022: रोचक तथ्य
संविधान के प्रत्येक पृष्ठ पर सोने की पत्ती का फ्रेम है और हर अध्याय के शुरुआती पृष्ठ में किसी न किसी प्रकार की कलाकृति बनीं है।
प्रसिद्ध लेखक प्रेम नारायण रायजादा ने संविधान की मूल प्रति तैयार की थी।
भारतीय संविधान की मूल संरचना भारत सरकार अधिनियम 1935 पर आधारित है। इसने प्रांतों और रियासतों को इकाइयों के रूप में शामिल करने वाले सभी भारतीय संघों की स्थापना के लिए प्रदान किया। केंद्र और राज्य के बीच शक्तियों को विभाजित किया है।
संविधान दिवस 2022: रोचक तथ्य
भारतीय संविधान के कुछ महत्वपूर्ण भागों को कई देशों के संविधान से लिए गए हैं। जैसे अमेरिका से मौलिक अधिकार और स्वतंत्र न्यायपालिका, ब्रिटेन से संसदीय व्यवस्था और राष्ट्रपति का पद, जर्मनी से आपातकालीन प्रावधान, निर्देश आयरलैंड से नीति के सिद्धांत, फ्रांस से शासन की गणतांत्रिक प्रणाली कनाडा से संघीय शासन प्रणाली, अफ्रीका से संवैधानिक संशोधन व्यवस्था, सोवियत संघ से मौलिक कर्तव्य, और ऑस्ट्रेलिया से समवर्ती सूची, अन्य देशों से कई भाग शामिल हैं।
संविधान दिवस 2022: रोचक तथ्य
संविधान के मुख्य सलाहकार सर बेनेगल नरसिंह राव थे, जो एक आईसीएस थे, जो अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) के पहले भारतीय न्यायाधीश और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष थे।
सर राव ने संविधान का प्रारंभिक प्रारूप तैयार किया था। डॉ बी आर अंबेडकर ने 25 नवंबर, 1949 को अपने भाषण में सर राव के योगदान को स्वीकार किया।
संविधान दिवस 2022: रोचक तथ्य
संविधान के मूल संस्करण को बेहर राममनोहर सिन्हा और नंदलाल बोस और शांतिनिकेतन के कलाकारों ने सजाया।
संविधान के सुलेखक (Calligrapher) प्रेम बिहारी नारायण रायजादा थे।