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Engineer's Day 2023: भारत की तरक्की में इनका योगदान, जानिए कौन हैं एम विश्वेश्वरैया

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Engineer's Day 2023: भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिन राष्ट्र निर्माण में योगदान के सम्मान में 15 सितंबर को भारत में इंजीनियर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। सर एम.विश्वेश्वरैया ने इंजीनियरिंग और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। उन्हें आधुनिक भारत के बांधों, जलाशयों और जल-विद्युत परियोजनाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान राष्ट्र-निर्माताओं में से एक माना जाता है।

सर एम.विश्वेश्वरैया की जयंती 1968 से एक महान इंजीनियर को श्रद्धांजलि के रूप में इंजीनियर दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने कर्नाटक में कृष्णा राजा सागर बांध सहित कुछ आर्किटेक्ट मार्वेल के निर्माण में मदद की।

सर एम विश्वेश्वरैया ने मुख्य अभियंता के रूप में कई आर्किटेक्ट मार्वेल बनाने में भूमिका निभाई। जिसमें कर्नाटक में कृष्णा राजा सागर बांध और हैदराबाद की फ्लड प्रोटक्शन सिस्टम शामिल है।

एम विश्वेश्वरैया की 161वीं जयंती

एम विश्वेश्वरैया की 161वीं जयंती

इस साल एम विश्वेश्वरैया की 161वीं जयंती है, जिनका जन्म 15 सितंबर, 1861 को कर्नाटक के मुद्दनहल्ली गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा अपने होम टाउन में पूरी की और बाद में मद्रास यूनिवर्सिटी से आर्ट्स में स्नातक (बीए) की पढ़ाई करने चले गए। उन्होंने स्नातक होने के बाद अपना करियर पाथ बदला और पुणे के कॉलेज ऑफ़ साइंस में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।

इरिगेशन सिस्टम स्थापित किया

इरिगेशन सिस्टम स्थापित किया

सर एमवी के रूप में लोकप्रिय हुए, विश्वेश्वरैया ने कई कॉम्प्लेक्स प्रोजेक्ट्स शुरू किये और अपने करियर के दौरान उसका रिजल्ट देश को दिया। उन्होंने फूड सप्लाई लेवल को हाई लेवल तक बढ़ाने के लिए 1903 में 'ब्लॉक सिस्टम' के रूप में जाना जाने के लिए पुणे के पास खडकवासला रिजर्वायर में पानी के फ्लडगेट के साथ एक इरिगेशन सिस्टम का पेटेंट कराया और स्थापित किया।

ये ग्वालियर के तिगरा बांध और मैसूर के कृष्णराज सागर (केआरएस) बांध में भी स्थापित किया गया था, जिसके बाद उस समय एशिया में सबसे बड़े जलाशयों में से एक बनाया गया था।

सर एम विश्वेश्वरैया पुरस्कार

सर एम विश्वेश्वरैया पुरस्कार

सर एम विश्वेश्वरैया को 1955 में भारत रत्न प्रदान किया गया था। उन्हें ब्रिटिश नाइटहुड से भी सम्मानित किया गया। उन्होंने 1912 से 1918 तक मैसूर के दीवान के रूप में कार्य किया। इंजीनियर दिवस पर, राष्ट्र सर एम विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि देता है।

विश्व इंजीनियर दिवस 15 सितंबर को मनाया जाता है

विश्व इंजीनियर दिवस 15 सितंबर को मनाया जाता है

वहीं विश्व इंजीनियर दिवस प्रतिवर्ष 15 सितंबर को मनाया जाता है और ये दुनिया भर के सभी इंजीनियरों का दिन है क्योंकि ये समाज में उनके योगदान को मान्यता देता है।आधुनिक युग में थॉमस सेवरी और स्कॉटिश इंजीनियर जेम्स वाट के आविष्कारों ने आधुनिक मैकेनिकल इंजीनियरिंग को जन्म दिया। औद्योगिक क्रांति के दौरान स्पेशल मशीनों और उनके रखरखाव उपकरणों के विकास ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग के ब्रिटेन और उसके बाहर तेजी से विकास किया।

English summary

Engineers Day 2023: Remembering M Visvesvaraya on his 161st birth anniversary

This year marks the 160th birth anniversary of M Visvesvaraya, who was born on September 15, 1861 in Muddanahalli village, Karnataka. He completed his schooling in his home town and later went on to pursue a Bachelor of Arts (BA) from Madras University. He changed his career path after graduation and studied civil engineering at the College of Science, Pune.
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