For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

गर्भवती महिलाएं पितृपक्ष में करें इन नियमों का पालन

|

जल्द ही पितृपक्ष की शुरुआत होने वाली है। कहते हैं जो भी व्यक्ति इस दौरान नियमों का पालन करता है और सही विधि से तर्पण और श्राद्ध करता है उनके पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। पितृपक्ष पूरे 15 दिनों का होता है और ऐसी मान्यता है कि इस दौरान कुछ बुरी आत्माएं भी धरती पर होती हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से बहुत ही संभलकर रहने की आवश्यकता होती है। उन्हें कुछ खास नियमों का पालन करना चाहिए जिससे वे और उनका होने वाला शिशु सुरक्षित रहे। कहा जाता है कि यदि गर्भवती महिलाएं पितृपक्ष के नियमों का पालन करती हैं तो उन्हें गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ और उनकी आने वाली कई पीढ़ियों को पितरों का आशीर्वाद मिलता है।

Pitru Paksha 2022: Precautions For Pregnant Women in Hindi

आइए आपको बताते हैं कि गर्भवती महिलाओं को पितृपक्ष के दौरान कौन से नियमों का पालन करना चाहिए और उन्हें किन गलतियों से बचने की आवश्यकता है।

रात को सुनसान जगह पर जाने से बचें

रात को सुनसान जगह पर जाने से बचें

गर्भवती महिलाएं रात को घर से बाहर निकलने से बचें। सुनसान जगहों पर अकेले जाने से आपको बचना चाहिए। कहते हैं इस समय नेगेटिव एनर्जी सक्रिय रहती हैं। ऐसे में गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए यह ठीक नहीं है। यदि इस समय आपको किसी जरूरी काम से बाहर जाना हो तो आप किसी के साथ ही जाएं।

पितृपक्ष में यात्रा न करें

पितृपक्ष में यात्रा न करें

जहां तक हो सके पितृपक्ष में गर्भवती महिलाओं को यात्रा करने से बचना चाहिए। खासतौर पर लंबे सफर पर न जाएं।

 इत्र या परफ्यूम न लगाएं

इत्र या परफ्यूम न लगाएं

इस दौरान आपको तेज महक वाले परफ्यूम या इत्र लगाने से परहेज करना चाहिए, विशेष रूप से रात के समय आपको इनके इस्तेमाल से बचने की जरूरत है।

 मांसाहारी भोजन का सेवन करने से बचें

मांसाहारी भोजन का सेवन करने से बचें

पितृपक्ष के दौरान शुद्ध शाकाहारी भोजन का ही सेवन करना चाहिए। जो व्यक्ति तर्पण और श्राद्ध कर्म करने वाले हैं उन्हें लहसुन प्याज का भी त्याग करना चाहिए। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को भी इस अवधि में मांस, मछली खाने से बचना चाहिए।

पितरों का आदर सम्मान करें

पितरों का आदर सम्मान करें

पितृपक्ष में आपको अपने पितरों का अपमान नहीं करना चाहिए। पूरे 15 दिनों तक आप उनकी सेवा करें साथ ही ब्राह्मणों, गरीबों और जानवरों को भी भोजन कराएं।

जानवरों को न सताएं

जानवरों को न सताएं

गर्भावस्था के दौरान आपको जानवरों की सेवा करनी चाहिए। यदि आप उनका अपमान करती हैं या फिर उन्हें सताती है तो इससे आपके पितरों के साथ ईश्वर भी रुष्ट हो सकते हैं। पितृपक्ष में आपको किसी भी जानवर की हत्या नहीं करनी चाहिए। ऐसी गलती करने से आपको पित्र दोष लग सकता है।

गरीबों और ब्राह्मणों को दान करें

गरीबों और ब्राह्मणों को दान करें

पितृपक्ष में दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। आप अपनी क्षमता अनुसार गरीबों और ब्राह्मणों को दान कर सकती हैं। ऐसा करने से आपको और गर्भ में पल रहे शिशु को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

 ऐसी जगहों पर न जाएं

ऐसी जगहों पर न जाएं

गर्भवती महिलाओं को पितृपक्ष में श्मशान घाट पर नहीं जाना चाहिए। कहते हैं यहां अच्छी आत्माओं के साथ बुरी आत्माओं का भी वास होता है। इन बुरी आतमाओं की छाया होने वाले बच्चे पर नहीं पड़नी चाहिए।

English summary

Pitru Paksha 2022: Precautions For Pregnant Women in Hindi

During Pitru Paksha there are certain rules for the pregnant women, which if followed judiciously would yield a good life and bring blessings for the entire generation.
Story first published: Saturday, September 10, 2022, 10:23 [IST]
Desktop Bottom Promotion