Just In
- 3 hrs ago Happy Birthday Sachin Tendulkar Wishes: अपने फेवरेट सचिन के 51वें जन्मदिन के मौके पर शेयर करें ये संदेश
- 5 hrs ago Hashimoto : एक्ट्रेस स्मृति खन्ना को प्रेग्नेंसी में हुई ये खतरनाक बीमारी, सीधा गर्भाशय पर करती है हमला
- 6 hrs ago नींद में आंखे खोलकर बोलते हैं विक्की कौशल, कितना खतरनाक हो सकता है ये स्लीपिंग डिसऑर्डर!
- 8 hrs ago ये शख्स हैं चलता-फिरता शराबखाना, इस अनोखी बीमारी की वजह से पेट में बनती है शराब
Don't Miss
- News ऋतुराज गायकवाड़ ने इस मामले में धोनी को पछाड़ा, ऐसा करने वाले बने CSK के पहले कप्तान
- Education UK Board Result 2024: उत्तराखंड बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट कब आएगा? चेक करें डेट और टाइम
- Movies मलाइका अरोड़ा के इन 8 कटिंग ब्लाउज को करें ट्राई, 500 की साड़ी में भी लगेगी हजारों की डिजाइनर साड़ी
- Automobiles KIA की इस कार को ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में मिली 5-स्टार रेटिंग्स, भरपूर सुरक्षा सुविधाओं से है लैस
- Technology Realme C65 5G भारत में 10 हजार से कम कीमत में होगा लॉन्च, जानें फीचर्स
- Travel IRCTC का मानसखंड यात्रा टूर पैकेज, देवभूमि उत्तराखंड के ऐतिहासिक मंदिरों में करें दर्शन
- Finance Aadhaar Card: कहीं आपके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल तो नहीं हुआ, ऐसे करें तुरंत चेक
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
वेटलॉस : प्री-डायबिटिक रेंज में आ गई गिरावट ? अपनी ईटिंग हैबिट में लाएं ये बदलाव
प्रीडायबिटीज होने का सीधा सा मतलब है कि आप टाइप 2 डायबिटीज की ओर बढ़ने के कगार पर हैं। एक व्यक्ति को इस स्थिति का मालूम जब चलता है जब रक्त शर्करा का स्तर सामान्य से अधिक होता है, लेकिन इतना अधिक नहीं होता कि वह मधुमेह की श्रेणी में आ जाए। आम तौर पर वो ही इन्हीं लक्षणों का अनुभव करते हैं जो सामान्य मधुमेह के रोगी करते हैं, लेकिन उनके पास अभी भी टाइप 2 मधुमेह को बदलने से रोकने के लिए अवसर है।
यदि लाइफस्टाइल में समय रहते जरुरी परिवर्तन नहीं किए गए तो अधिकांश प्रीडायबिटिक लोगों में इस दौरान वेट गेन की समस्या से परेशान हो जाते है। प्रीडायबिटीज को अपनी कंडीशन सुधारने के लिए सिर्फ स्वस्थ खान-पान और जीवनशैली के पैटर्न की आवश्यकता होती है। यहां हम आपको ऐसी 5 चीजें बता रहे हैं जो पूर्व मधुमेह रोगियों को वजन बढ़ने से बचने और अपनी स्थिति को प्रबंधित करने के लिए अवश्य करनी चाहिए।
संतुलित भोजन करें
सबसे पहले आपको अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अपने खाने के पैटर्न को बदलने की जरूरत है। उच्च रक्त शर्करा के स्तर का निदान करने वालों को अपने अस्वास्थ्यकर कार्ब सेवन में कटौती करनी चाहिए और स्वस्थ और आकार में रहने के लिए अधिक सब्जियां और फल भी खाने चाहिए। कैलोरी की मात्रा और रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने के लिए चीनी, वसा और जंक फूड से भी बचना चाहिए।
भोजन के बीच बहुत अधिक स्नैकिंग से बचे
भोजन के बीच में नाश्ता करना अच्छा है, अगर इसे सोच-समझकर किया जाए। भोजन के बीच और सीमित मात्रा में स्वस्थ स्नैक्स खाने से असमय भूख को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। यह आपको अनहेल्दी चीजें खाने से बचना चाहिए। लेकिन आपको दिन में सिर्फ 2 स्नैक्स ही खाने चाहिए। दिन भर में कुछ न कुछ चरने से आपकी दैनिक कैलोरी की संख्या बढ़ सकती है और आपका वजन बढ़ सकता है।
समय पर खाएं
भोजन छोड़ना या असमय भोजन करना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। रक्त शर्करा के स्तर को कम करने के लिए कम खाना तर्कसंगत लग सकता है, लेकिन यह आदत वास्तव में चीजों को और खराब कर सकती है। भोजन छोड़ने से आपको बाद में भूख लगती है और आपके हिस्से के आकार को नियंत्रित करना कठिन हो जाता है। अपने शुगर लेवल को मैनेज करने के लिए हर 4-5 घंटे के बाद संतुलित भोजन करें।
समय पर सोने जाएं
नए शोध से पता चला है कि देर रात सोना, पर्याप्त नींद न लेना और रात के खाने के बाद बैठना प्रीडायबिटीज में वजन बढ़ने का कारण हो सकता है। इसलिए, यदि आप वजन नहीं बढ़ाना चाहते हैं, तो अपना दैनिक कार्यक्रम तय करें और उसके अनुसार काम करें। अधिक स्वस्थ आदतों को शामिल करें और उन चीजों को छोड़ दें जो स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं मानी जाती हैं।
एक्सरसाइज करें
वजन प्रबंधन के साथ-साथ रक्त शर्करा स्तर प्रबंधन दोनों के लिए व्यायाम करना आवश्यक है। व्यायाम के बिना लक्ष्य को प्राप्त करना कठिन हो सकता है। भले ही आप रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज करें। स्वस्थ और फिट रहने के लिए यह काफी है। आप योग, वॉकिंग, जॉगिंग या साइकिलिंग कर सकते हैं।