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एयरप्यूरीफायर की तरह काम करते हैं ये इनडोर प्लांट, ऑक्सीजन भी ज्यादा छोड़ते हैं
हर साल 5 जून को 'विश्व पर्यावरण दिवस' के रूप में मनाया जाता है। इस साल के पर्यावरण दिवस का थीम है - 'टाइम फॉर नेचर' यानी 'प्रकृति के लिए समय' इसका उद्देश्य पृथ्वी पर जीवन के लिए जैव विविधताओं के महत्व पर ध्यान केंद्रित करना है। पर्यावरण में सुधार करने के लिए हमारी एक छोटी सी पहल भी बड़ी भूमिका निभा सकती है। प्रकृति ने हमें ऐसे कई विकल्प दिए है जिनके जरिए हम स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। बहुत कम लोगों को पता है कि आप अपने घर में कुछ पौधे लगाकर आस-पास की हवा को शुद्ध बना सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही पौधों के बारे में।
स्नेक प्लांट:
स्नेक प्लांट को मदर-इन-लॉ-टंग भी कहा जाता है! इस पौधे को घर में ऐसी जगह रखना चाहिए जहां हलकी नमी बनी रहती है। दरअसल, इस पौधों को बढ़ने के लिए नमी की जरूरत होती है। यह पौधा लिली फैमिली का है। नासा की एक स्टडी यह पौधा sick building syndrome के लिए जिम्मेदार जहरीले तत्वों को फ़िल्टर कर एयर प्यूरीफायर तौर पर काम करता है।
एलोवेरा:
एलोवेरा को घृतकुमारी भी कहते हैं। एलोवेरा की पत्तियां गूदेदार होती हैं। इसके जैल सरीखा गूदा होता है. इस पौधे में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। इनडोर प्लांट के लिए एलोवेरा एक बेहतरीन ऑप्शन है। दरअसल, इस पौधे को बढ़ने के लिए बहुत ज़्यादा पानी और सूर्य की रौशनी की आवश्यकता नहीं होती है। यह पौधा हवा में मौजूद अशुद्धियों जैसे फार्मल्डिहाइड (मेथेनैल), बेंजीन और कार्बन मोनो ऑक्साइड को दूर करता है। इसके गूदे का इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधनों के रूप में भी किया जाता है।
तुलसी
घरों में तुलसी लगाने का प्रचलन हमारी संस्कृति का हिस्सा ऐसे ही नहीं है, इसे घर के आंगन में लगाया जाता है। यह मच्छरों और कीड़े-मकौड़ों को दूर करता है और हवा में ऑक्सीजन की मात्रा तेजी से बढ़ाता है। इसके अलावा यह हवा से कई हानिकारक रसायनों और बैक्टीरिया को साफ करता है।
स्पाइडर प्लांट
स्पाइडर प्लांट भी एक ऐसा पौधा है जो एयर प्यूरीफायर की तरह काम करता है। यह प्लांट हवा से जाइलीन, बेंजीन, फार्मल्डिहाइड और कार्बन मोनो ऑक्साइड जैसे हानिकारक तत्वों को फिल्टर करता है। सबसे अच्छी बात है कि इस पौधे की देखभाल में ज़्यादा मेहनत की जरूरत भी नहीं होती है। इसे ईजली मैनेज किया जा सकता है।