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पब्लिक ट्रासंपोर्ट में मिलते हैं ना जाने कैसे-कैसे लोग
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में हम सभी कभी न कभी सवार जरूर होते है, फिर चाहें प्रतिदिन काम पर जाना हो या किसी पार्टी में शामिल होने जाना हो। जब आप किसी बस, ट्रेन या मेट्रो में यात्रा कर रहे होते है तो ऐसा लगता है कि दुनिया में सबसे ज्यादा परेशान लोग इसी शहर में क्यूं है? क्या आपको भी ऐसा महसूस होता है? अगर आपको भी ऐसा लगता है तो यह मत समझिएगा कि सिर्फ आपका ही पाला ऐसे लोगों से पड़ता है। दुनिया में कई ऐसे लोग है जो राह चलते हुए किसी को भी अपनी दिक्कत सुनाने लगते है। जब भी आपको सफर के दौरान ऐसे लोग मिलते है जो अपना दुखड़ा रोने लगते है तो आपको पछतावा होता है कि आपने इस वाहन से सफर क्यों किया।
ट्रेन
हो
या
बस,
कोई
न
कोई
दुखी
और
परेशान
आत्मा
मिल
ही
जाती
है।
किसी
को
रास्ते
में
मतली
की
दिक्कत
होती
है
तो
किसी
को
निजी
जीवन
में
कोई
समस्या
होती
है।
कोई
अपने
बुरे
दौर
की
गाथा
सुनाता
है
तो
कोई
अपनी
बीमारी
की
कहानी
बताता
है।
किसी
को
बुरे
सपने
परेशान
करते
है
तो
किसी
की
बहु
खाना
नहीं
देती
है।
सबकी
अपनी
ही
दुनिया
होती
है।
आज
हम
आपको
ऐसे
ही
लोगों
की
कैटेगरी
के
बारे
में
बता
रहे
है
जो
यात्रा
के
दौरान
हमें
मिलते
है।
1) सुंदर दिखने की चाहत :
आप पब्लिक ट्रासंपोर्ट में सफर करते हुए ऐसी कई लड़कियों और महिलाओं को देख सकते है जो मानती है कि सफर के दौरान ही नेलपॉलिश लगाना और लिपस्टिक लगाना अच्छा काम है। सफर में वह खुद को हमेशा सवांरती रहती है और लोगों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करती है।
2) बदबूदार लोग :
आप सफर करें तो ऐसे लोगों से पाला जरूर पड़ता है। कई लोगों के बदन से गंदी पसीने की बदबू आती है तो कई के डिओडिरेंट भयानक महक वाले होते है जो सभी के सिर में दर्द कर देते है। ऐसे लोग अगर पास में बैठ जाएं तो आपकी यात्रा का कबाड़ा हो जाता है।
3) मीना कुमारी जैसी
ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो सफर के दौरान कानों में ईयरफोन घुसा लेते है और किसी किताब को पकड़कर बैठ जाते है। उनकी दुनिया उसी किताब में बस जाती है। ऐसे लोग इस तरह का शो करते है कि सारी दुनिया की समस्याएं उन्ही के साथ घट चुकी है।
4) पियक्कड़ - बेसुध लोग
ऐसे लोग सफर में मिल जाते है तो पूरे सफर का मज़ा किरकिरा हो जाता है। लोगों का ये टाइप वाकई में परेशानी देने वाला होता है। शराब पीकर चढ़ने वाले लोग किसी भी बात पर बहस करते है, गिर जाते है और कई बार तो उल्टियां करना भी शुरू कर देते है।
5) गैजेट्स के दीवाने :
सफर के दौरान कई ऐसे लोगों से भी मुलाकात होती है जो गैजेट्स से ही चिपके रहते है। उनके आईफोन, आईपैड, आईपॉड और टैब के बारे में साफ - साफ पता चल जाता है। कभी - कभी समझ में ही नहीं आता कि लोग इनते मंहगे गैजेट्स के पीछे पागल क्यों होते है। क्या ऐसे लोग इम्प्रेस करने की कोशिश में रहते है या शो ऑफ करते है। अरे आपके पास है तो अपनी जेब में रखिए, हमें क्यूं परेशान कर रहे है।
6) लव बर्ड्स :
कहीं भी चलें जाएं, ये प्यार के पंक्षी मिल ही जाते है। हाथों में हाथ डालकर मुस्कराते जोड़े पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी बहुतायत में होते है। इन्हे दुनिया से कोई मतलब नहीं होता है, ये सिर्फ खुद में खोए होते है। इन्हे इतना भी नहीं दिखता है कि इनके सामने कोई बुजुर्ग खड़ा है और वह उनका सम्मान करके ही अपनी हरकतें बंद कर दें।
7) जोर - जोर से बात करना :
कुछ लोग सफर में ऐसे भी मिलते है जो सोचते है चिल्लाकर बात कहने से उनकी बात ही सही हो जाएगी और वह सर्वोपरि हो जाएंगे। इसके अलावा, उन्हे दुनिया भर की सबसे बोरिंग और बोझिल कहानियां आती होती है जिन्हे वह सुनाकर बड़ा प्राउड फील करते है। ऐसे लोगों के साथ सफर करने में आपको बोलने का मौका नहीं मिलता है, सिर्फ सुनाया ही जाता है। उनके कुत्ते से लेकर उनके मुसीबत भरे वक्त की दास्ंता भी आपको झेलनी पड़ती है।