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किसी चीज को छूने पर लगता है करंट का झटका, ये है इसके पीछे का साइंटिफिक कारण
क्या आप भी उन लोगों में शामिल है, जो ये सोचकर हैरान है कि किसी इलेक्ट्रिक चीज को छूए बगैर आपको अचानक जोर का करंट क्यूं लगता है ? खासकर सर्दी के मौसम में किसी भी चीज को छूने पर झटका क्यूं लगता है? क्या इसका मतलब ये है कि आपकी बॉडी में करंट है? क्या ये कोई बीमारी का संकेत है? क्या ये सभी चीजें आप ही के साथ हो रही है? अगर आपके मन में भी इस तरह के सवाल घूम रहे है तो यहां हम आपको करंट लगने का कारण और इससे बचने के उपाय बताने वाले है।
इसलिए लगता है करंट
कई बार जब हम किसी को छूते हैं, तो अचानक शरीर में करंट-सा महसूस होता है। हल्का सा महसूस होने वाला ये झटका शरीर में झनझनाहट पैदा कर देता है जो कुछ देर तक रहता है। ऐसा होने से कभी-कभी तो हम सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर ऐसा क्यों और किस वजह से होता है। तो बतादें कि हमारा शरीर हमारे आसपास की चीजों से अतिरिक्त इलेक्ट्रॉन इकट्ठा करता है। इसके अलावा कई कपड़े और तत्व इसमें ज्यादा मददगार साबित होते हैं। खासकर नाइलॉन या ऊन से बने कार्पेट पर चलने या रबर सोल वाले स्पोर्ट्स शूज पहनने पर आपके शरीर में इलेक्ट्रॉन का चार्ज ज्यादा बढ़ जाता है।
सर्दियों में ज्यादा लगता है करंट
अब बात ये आती है कि इस तरह के ज्यादातर झटके सर्दियों में ही क्यूं लगते हैं। तो बतादें कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ठंड़ के समय हवा में नमी होती है। जिससे थोड़ा सा झटका लगने पर सुई चुभने जैसा महसूस होता हैं। दरअसल ऐसी फीलिंग स्पार्क की वजह से होती है।
दूरी से लग सकता है करंट
दूरी भी एक वजह है जिस वजह से करंट ज्यादा महसूस होता है। होता ये है कि, जब हमारे शरीर में इलेक्टॉन्स का प्रवाह डिसबैलेंस होता है तो उस वक्त हम जिस भी चीज को छूते हैं तो उससे हमारे शरीर से निगेटिव इलेक्टॉन्स बाहर निकल जाते हैं क्यूंकि उस चीज में पॉजिटिव इलेक्टॉन्स होते हैं। उस वक्त दोनों के मिलने से हमे करंट लगता है। कई बार हम किसी चीज को छूते नहीं है लेकिन उसके नजदीक होते हैं उस वक्त भी कुछ इंच की दूरी पर हमें करंट लग जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उस वक्त हमारे शरीर में इलेक्टॉन्स की संख्या काफी अधिक होती है।
गर्मी के मौसम में ऐसा नहीं होता
गर्मी के मौसम में ऐसा इसलिए नहीं होता, क्यों कि इस मौसम में नमी ज्या दा रहती है इसलिए इलेक्ट्रॉ न स्किन पर आसानी से विकसित नहीं होते और इंसान को करंट का झटका नहीं लगता, या बहुत कम ही मामलों में ऐसा हो पाता है। यही वजह है कि इंसान के साथ सर्दियों में ऐसा होता है लेकिन गर्मियों में नहीं।
सर्दियों में स्टेटिक इलेक्ट्रिसिटी शॉक से बचने के उपाय
- सर्दियों के मौसम में ऊनी स्वेटर या मोज़े पहनने से शरीर में गर्माहट महसूस होती है, लेकिन क्या आप जानते है नायलॉन और पॉलिस्टर सहित ऊनी और कुछ सिंथेटिक कपड़े पहनने से आपको करंट लगने की संभावना बढ़ जाएगी। ऐसे में एक्सपर्ट आपको सर्दियों में भी सूती कपड़े चुनने की सलाह देते हैं।
- रबर-सोल वाले जूते पहनने से, जो शक्तिशाली इंसुलेटर होते हैं, से स्टैटिक शॉक की संभावना भी बढ़ जाएगी और जब आप नायलॉन या ऊनी कालीन पर चलते हैं तो आपके शरीर में स्टैटिक इलेक्ट्रिसिटी का निर्माण हो सकता है। ऐसे में लैदर शूज झटके से बचने के लिए बेहतर विकल्प होंगे।
- सर्दियों के दौरान अपने घर में सेंट्रल हीटिंग को चालू करने से नमी का स्तर कम हो सकता है और ये एयर को और ड्राई कर सकता है, जिससे आपके करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए नमी का स्तर 40 से 50 प्रतिशत तक बनाए रखें।