Just In
- 21 min ago Aaj Ka Rashifal 24th April: इन राशि वालों को मिलेगा आज भाग्य का पूरा सपोर्ट, बदलेगी इनकी जिंदगी
- 5 hrs ago Happy Birthday Sachin Tendulkar Wishes: अपने फेवरेट सचिन के 51वें जन्मदिन के मौके पर शेयर करें ये संदेश
- 7 hrs ago Hashimoto : एक्ट्रेस स्मृति खन्ना को प्रेग्नेंसी में हुई ये खतरनाक बीमारी, सीधा गर्भाशय पर करती है हमला
- 8 hrs ago नींद में आंखे खोलकर बोलते हैं विक्की कौशल, कितना खतरनाक हो सकता है ये स्लीपिंग डिसऑर्डर!
Don't Miss
- News Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 24 अप्रैल 2024, बुधवार
- Education UK Board Result 2024: उत्तराखंड बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट कब आएगा? चेक करें डेट और टाइम
- Movies मलाइका अरोड़ा के इन 8 कटिंग ब्लाउज को करें ट्राई, 500 की साड़ी में भी लगेगी हजारों की डिजाइनर साड़ी
- Automobiles KIA की इस कार को ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में मिली 5-स्टार रेटिंग्स, भरपूर सुरक्षा सुविधाओं से है लैस
- Technology Realme C65 5G भारत में 10 हजार से कम कीमत में होगा लॉन्च, जानें फीचर्स
- Travel IRCTC का मानसखंड यात्रा टूर पैकेज, देवभूमि उत्तराखंड के ऐतिहासिक मंदिरों में करें दर्शन
- Finance Aadhaar Card: कहीं आपके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल तो नहीं हुआ, ऐसे करें तुरंत चेक
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
ऑव्युलेशन के पांच संकेत
गर्भधारण करने के लिए यह जरूरी है कि आपको अपने ऑव्युलेशन के बारे में जानकारी हो। स्वस्थ शिशु के लिए ऑव्युलेशन के समय गर्भवती होना सबसे अच्छा रहता है। ऑव्युलेशन के पांच संकेत होते हैं, जिनसे हर महिला अपने मासिक चक्र से पहले हर महीने गुजरती है।
ऑव्युलेशन तब होता है जब अंडाशय में अंडे का निर्माण होता है, जो महिला की फेलोपियन ट्यूब से नीचे की ओर जाता है। यह अंडा अब संतानोत्पत्ति के लिए तैयार होता है। अगर इस दौरान महिला गर्भधारण का प्रयास नहीं करती है, तो यह अंडा यूट्रस द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है और फिर मासिक धर्म के दौरान यह बाहर निकल जाता है।
बच्चा होने के बाद कैसे जगाएं प्यार की उमंग दुबारा
ध्यान दें: जब आप ऑव्युलेट न कर रही हों, उस दौरान आपकी सरवाइकल मांसपेशी चिपचिपी, क्रीमी महसूस हो सकती है। यह भी संभव है कि आपको उसका पूरी तरह अहसास ही न हो। ऑव्युलेशन के दौरान यह मांसपेशी प्रचुर मात्रा में अपने होने का अहसास कराती है। ऑव्युलेशन के दौरान गर्भधारण करना आसान और फायदेमंद रहता है। हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे संकेत जिनसे पता चल सके कि महिला ऑव्युलेट कर रही है।
सरवाइकल पोजीशन बदल जाती है
जब आप गर्भधारण के लिए तैयार होती हैं, तो उस दौरान आपकी गर्भाशय ग्रीवा ऊपर, नरम और अधिक खुली हुई होती है। यह ऑव्युलेशन का संकेत है।
यौन इच्छा बढ जाती है
जब महिलायें गर्भधारण के लिए पूरी तरह तैयार होती हैं, उस समय उनकी यौन इच्छा चरम पर होती है। ऑव्युलेशन के एक दो दिन पहले उनकी कामेच्छा चरम पर होती है। और अगर आप गर्भवती होना चाहती हैं तो संभेाग के लिए यह सबसे अच्छा समय होता है।
शरीर का तापमान
इस दौरान महिला के शरीर का तापमान अधिक होता है। शरीर का तापमान में हल्की सी बढ़ोत्तरी ऑव्युलेशन का संकेत होती है। इस दिनों शरीर का तापमान अधिक ही बना रहता है। यहां तक कि ऑव्युलेशन के बाद भी तापमान में अधिकता कायम रहती है।
स्तन नाजुक हो जाते हैं
कुछ महिलाओं में ऑव्युलेशन से कुछ पहले स्तन नाजुक हो जाते हैं। ऐसा शरीर में हॉर्मोंस की गति के कारण होता है। ये हॉर्मोन इस बात का संकेत देते हैं कि आप गर्भधारण के लिए संभावित रूप से तैयार हो रही हैं।
अधिक डिस्चार्ज
ऑव्युलेशन का एक अन्य संकेत अधिक डिस्चार्ज होना है। ऐसा ऑव्युलेशन से ठीक पहले और इसके दौरान होता है। इस दौरान आपका शरीर सबसे अधिक उत्पादित मसक का निर्माण करता है।