Just In
- 1 hr ago ब्लेजर से लेकर बोट नेकलाइन ब्लाउज तक, अदिती राव हैदरी के ब्लाउज डिजाइन हैं सबसे हटके
- 2 hrs ago World Malaria Day 2024 : मलेरिया होने पर जल्दी रिकवरी के लिए मरीज को क्या खिलाएं और क्या नहीं?
- 3 hrs ago Personality Test: पैरों का आकार बताता है कई राज, जानें अपनी पर्सनालिटी से जुड़ी ये ख़ास बात
- 4 hrs ago क्या होता है स्मोक्ड बिस्किट? जिसे खाने के बाद कर्नाटक में एक बच्चे की बिगड़ गई तबीयत
Don't Miss
- Movies अपने बेटे की मौत का मंजर Shekhar Suman को आया याद, फफक कर रोए, कहा- 'मैंने सिर पटक लिया...'
- News मालिक को सबक सिखाने के लिए नौकर ने 13 माह के बच्चे के साथ किया ऐसा, सुनकर चौंक जाएंगे
- Finance FD vs Debt Fund: बेहतर रिटर्न चाहिए तो जानें FD या Debt Mutual Fund किसमें निवेश करना है सही?
- Technology लैपटॉप पर सेव वाई-फाई पासवर्ड कैसे देखें?
- Travel DGCA ने पेरेंट्स के साथ सफर कर रहे 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बदला नियम, जाने यहां
- Education MP Board 12th Toppers List 2024: एमपीबीएसई इंटर रिजल्ट जारी, जयंत यादव ने किया टॉप, 60% पास
- Automobiles भारत में लॉन्च हुई Ultraviolette F77 Mach 2 इलेक्ट्रिक बाइक, मिलेगी 323KM की रेंज, जानें कीमत
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
बच्चों के लिये ब्रेकफास्ट में सबसे अच्छा होता है अंडा: शोध
हाल ही में हुए शोध से पता चला है कि प्रोटीन से भरपूर खाना बच्चों के लिए भी स्वास्थ्यवर्धक होता है। नाश्ते में ओटमील या दूसरे अनाज की तुलना में अंडा आपके बच्चे का पेट काफी समय तक भरा रखता है। और इससे आपके बच्चे के शरीर में कम कैलोरीज जाती हैं।
शोधकर्ताओं
का
कहना
है
कि
स्वास्थ्यवर्धक
खाने
का
चुनाव
बच्चे
के
शरीर
में
ज़्यादा
कैलोरी
जाने
से
रोकता
है।
इससे
बचपन
के
मोटापे
से
भी
मुक्ति
मिलती
है।
हालांकि,
नाश्ते
में
प्रोटीन
लेने
से
बच्चे
के
रात
के
खाने
पर
असर
नहीं
दिखेगा
पर
दोपहर
के
खाने
में
ज़रूर
दिखेगा।
शोध
के
अनुसार,
शोधकर्ताओं
ने
8
से
10
साल
के
करीबन
40
बच्चों
के
खाने
को
परखा।
कुछ
को
अंडे
दिए
गए
और
कुछ
बच्चों
को
ओटमील
और
दूसरे
अनाज।
नाश्ते
के
बाद
उनको
खेल
खेलने
दिया
गया।
इन
बच्चों
पर
तीन
सप्ताह
तक
नज़र
रखी
गयी।
जिन
बच्चों
ने
नाश्ते
में
अंडा
खाया
था
उन्होंने
खाने
में
करीबन
70
कैलोरी
कम
खाया।
अक्सर, बच्चे में एक पूरे दिन में 1500 से 1800 कैलोरी का इस्तमाल होता है। अगर बच्चे को इससे 70 कैलोरी कम की ज़रूरत होती है तो वह बचपन में होने वाले मोटापे से दूर रहता है।
अगर बच्चा रोज़मर्रा से थोड़ा ज़्यादा खाता है तो धीरे धीरे वसा जमने लगती है और इससे बचपन में होने वाले मोटापे के होने का अंदेशा रहता है। तो अब जब शोधकर्ताओं ने यह बताया है कि प्रोटीन से भरपूर नाश्ता अनाज की तुलना में ज़्यादा सही है तो आप अपने बच्चे के लिए स्वास्थ्यवर्धक प्राकृतिक प्रोटीन स्त्रोत ढूंढ सकती हैं।