Just In
- 4 hrs ago Happy Birthday Sachin Tendulkar Wishes: अपने फेवरेट सचिन के 51वें जन्मदिन के मौके पर शेयर करें ये संदेश
- 5 hrs ago Hashimoto : एक्ट्रेस स्मृति खन्ना को प्रेग्नेंसी में हुई ये खतरनाक बीमारी, सीधा गर्भाशय पर करती है हमला
- 7 hrs ago नींद में आंखे खोलकर बोलते हैं विक्की कौशल, कितना खतरनाक हो सकता है ये स्लीपिंग डिसऑर्डर!
- 9 hrs ago ये शख्स हैं चलता-फिरता शराबखाना, इस अनोखी बीमारी की वजह से पेट में बनती है शराब
Don't Miss
- News ऋतुराज गायकवाड़ ने इस मामले में धोनी को पछाड़ा, ऐसा करने वाले बने CSK के पहले कप्तान
- Education UK Board Result 2024: उत्तराखंड बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट कब आएगा? चेक करें डेट और टाइम
- Movies मलाइका अरोड़ा के इन 8 कटिंग ब्लाउज को करें ट्राई, 500 की साड़ी में भी लगेगी हजारों की डिजाइनर साड़ी
- Automobiles KIA की इस कार को ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में मिली 5-स्टार रेटिंग्स, भरपूर सुरक्षा सुविधाओं से है लैस
- Technology Realme C65 5G भारत में 10 हजार से कम कीमत में होगा लॉन्च, जानें फीचर्स
- Travel IRCTC का मानसखंड यात्रा टूर पैकेज, देवभूमि उत्तराखंड के ऐतिहासिक मंदिरों में करें दर्शन
- Finance Aadhaar Card: कहीं आपके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल तो नहीं हुआ, ऐसे करें तुरंत चेक
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
प्रेगनेंसी में इन बातों का रखें खास ख्याल, विकलांग नहीं होगी आपकी होने वाली संतान
गर्भवती महिला, गर्भधारण करने के साथ ही एक ही कामना करती है कि उसके गर्भ में पल रहा बच्चा, तंदरुस्त और स्वस्थ इस दुनिया में आएं। उसमें जन्मजात किसी तरह की विकृति न हो। लेकिन कभी कभी कुछ कॉम्पिलिकेशन के वजह से जन्म से ही बच्चों में कुछ विकृ तियां पाई जाती है। इस बारे में डॉक्टर्स का मानना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान की गई छोटी-छोटी गलतियों के कारण बच्चों में विकलांगता आती है। पौष्टिक खुराक नहीं लेने की वजह से और केल्शियम और विटामिन डी की कमी के कारण गर्भ में पल रहे शिशु में कुछ कमियां रह जाती है।
विशेषज्ञों की मानें तो प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं। इसमें हार्मोनल चेंजेज भी शामिल होते है। इसकी वजह से उन्हें समय-समय पर कुछ खास खाने का मन होता है। जैसे कि खट्टा, चटपटा आदि. प्रेग्नेंसी में ऐसा करना मां को तो संतोष देता है, बच्चों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो उनमें विकलांगता के खतरे को बढ़ा देता है.
प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ बातों का ख्याल रखकर आप अपने होने वाले शिशु को विकलांगता से बचा सकते हैं।
सभी जरुरी जांच कराएं
अगर आप गर्भधारण करना चाहती है तो 3 महीने पहले से प्रेग्नेंसी की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। तीन महीने पहले सभी जरूरी टेस्ट जैसे थायरॉयड, सिस्ट आदि का टेस्ट जरूर कराएं। साथ ही प्रेग्नेंसी के 3 महीने पहले से ही महिलाओं को फॉलिक एसिड का सेवन शुरू कर देना चाहिए। ताकि बच्चे और मां में खून की कमी न हो और इसकी वजह से आगे चलकर कोई दिक्कत न आएं।
वायरल इंफेक्शन से दूर रहें
प्रेग्नेंसी के दौरान मां को ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए, जिन्हें वायरल इंफेक्शन है। यही वजह है कि डॉक्टर्स हमेशा गर्भवती महिलाओं को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से मना करते हैं। पब्लिक एरिया में कई तरह के इंफेक्शन का डर होता है। इंफेक्शन के चपेट में आने से इसका असर भ्रूण के विकास पर भी पड़ता है।
Most Read :इस एक टेस्ट से आप होने वाले शिशु को बचा सकते हैं जेनेटिक बिमारियों से
शांत वातावरण में गुजारे वक्त
प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा शोरगुल वाले माहौल में नहीं रहना चाहिए, इससे बच्चे की सुनने की शक्ति कम हो सकती है। एक अध्ययन की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है ध्वनि प्रदूषण से गर्भ में पल रहे बच्चें की श्रवण शक्ति प्रभावित होती है। ऐसे बच्चों के बोलने की क्षमता पर भी असर पड़ता है, क्योंकि बच्चा जब तक कुछ सुनेगा नहीं, तो उसकी उच्चारण करने की क्षमता कैसे विकसित होगी।
अल्कोहल और स्मोकिंग से बनाएं दूरी
अगर आप प्रेगनेंट होने की कोशिश कर रही है तो आपको हेल्दी लाइफस्टाइल की तरफ ध्यान देना होगा। अगर आप शराब या सिगरेट पीती है तो इसे आज ही छोड़ दें। शराब की आदी होने की वजह से आपका मिसकैरिज हो सकता है और भ्रूण का विकास रुक सकता है। शराब की वजह से बच्चें में बिहेवरियल समस्याएं हो सकती है। इसके अलावा सिगरेट पीने की वजह से शिशु को कई समस्याएं हो सकती है जैसे जन्म से ही कम वजन होना, इसके अलावा समय से पहले ही समय से पूर्व जन्म हो जाना। इसलिए आज ही शराब का सेवन बंद कर दें।
कोल्ड ड्रिंक्स और पैकेड ज्यूस से दूर रहें
प्रेग्नेंसी में जूस पीना फायदेमंद होता है, लेकिन बाहर का जून पीने में कई खतरा भी है। बाहर का जूस बैक्टीरिया इंफेक्टेड हो सकता है। वहीं कोल्ड ड्रिंक्स में उच्च मात्रा में प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल होता है।
Most Read:फूड प्वॉइजनिंग से भी हो सकता है गर्भपात, जाने इससे बचने के लिए क्या करें?
बाहर के खाने से करें परहेज
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में होने वाले बदलावों के कारण कुछ चटपटा और अलग-अलग जायका टेस्ट करने का दिल करता है. ऐसे में बच्चे की सेहत के लिए जरूरी है कि आप अपनी जुबान पर थोड़ा कंट्रोल रखें और बाहर का खाना खाने से बचें. खासतौर से पिज्जा, बर्गर, रोड साइड चाट-पकौड़े आदि को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दें।