Just In
- just now LokSabha Chunav 2024 : सही करो मतदान तो, हो उत्तम सरकार... इन संदेशों से लोगों को वोटिंग के लिए करें प्रेरित
- 50 min ago नारियल पानी Vs नींबू पानी, गर्मियों में हाइड्रेड रहने के लिए क्या पीना है ज्यादा फायदेमंद?
- 2 hrs ago Mukesh Ambani Quotes On Success: हर युवा को प्रेरित करते हैं मुकेश अंबानी के ये विचार
- 3 hrs ago Happy Birthday Mukesh Ambani: बुलंदियों पर पहुंचकर भी जड़ों को न भूलने वाले मुकेश अंबानी को दें जन्मदिन की बधाई
Don't Miss
- News UP Election: पीलीभीत,रामपुर सहित उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर हो रहा मतदान, इन दिग्गजों की साख दांव पर
- Finance Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के दिन क्या बंद रहेंगे बैंक, यहां से जाने डीटेल
- Movies दिव्यांका त्रिपाठी का एक्सीडेंट, टूट गईं इस जगह की हड्डियां, पति ने रद्द किए सारे इवेंट्स!
- Technology Youtube, UPI पेमेंट सपोर्ट के साथ Itel ने भारत में नया फीचर फोन किया लॉन्च, दाम 1800 रुपये से कम
- Education Jharkhand Board 10th Result 2024: कल आयेगा झारखंड बोर्ड 10वीं का परिणाम, कैसे चेक करें JAC Matric Result
- Travel बोरिंग जिंदगी से चाहिए ब्रेक तो घूम आएं ये 6 बटरफ्लाई पार्क, जहां फूलों में रंग भरती हैं तितलियां
- Automobiles टोल प्लाजा पर अब नहीं होंगे ये बोर्ड! केंद्र सरकार ने लिया अहम फैसला, जानें डिटेल्स
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
शक्तिशाली शनिदेव का मकर राशि में आगमन, प्रकोप से बचने के लिए करें राशि अनुसार उपाय
लगभग तीस साल के लंबे अर्से के बाद शनि ग्रह अपनी स्वराशि मकर में प्रवेश कर चुके हैं। ये घटना मौनी अमावस्या यानि 24 जनवरी 2020 के दिन हुई। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक 150 सालों के बाद ऐसा संयोग बना है। शनि 2020 से 2022 तक मकर राशि में ही गोचर करेंगे। शनि लगभग ढाई वर्ष तक धनु राशि में रहने के बाद मकर में आए हैं। शनिदेव के राशि परिवर्तन से सभी 12 राशियों के जातकों पर प्रभाव पड़ता है। इस लेख के माध्यम से अपनी राशि अनुसार जान लें शनि की टेढ़ी दृष्टि से बचने के उपाय।
मेष:
हर शनिवार को चींटियों को आटा और चीनी डालें। शनिवार की शाम पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। सोमवार के दिन शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करें।
वृषभ
आप गरीबों को चने की दाल से बनी खिचड़ी खिला सकते हैं। शनि मंत्र का जाप करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
मिथुन
शनिवार के दिन व्रत रखें। आप शनि प्रदोष व्रत भी कर सकते हैं। इस राशि के लोग शनिवार के दिन काले कपड़े पहनने से बचें। माता का सम्मान करें और उन्हें भेंट में कुछ वस्तुएं दें।
कर्क
जरूरतमंद लोगों की मदद करें। मंदिर जाकर खाने की कुछ वस्तुएं दान करें। आप हर शनिवार के दिन लोहे या मिट्टी के बर्तन में सरसों का तेल भरकर उसमें अपना चेहरे देखें। इसके बाद उस पात्र का दान कर दें।
सिंह
सिंह राशि के जातकों को शिव चालिसा का पाठ 40 दिनों तक लगातार करना चाहिए। शनिवार को साबुत काली उड़द का दान करें। सांयकाल में पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद वृक्ष की सात परिक्रमा करें।
कन्या
इस राशि के लोगों को शनि प्रदोष व्रत रखना चाहिए। शनिवार के दिन सरसों के तेल से दिया जलाएं। आप मिट्टी के बर्तन में सरसों के तेल का दान कर सकते हैं।
तुला
तुला राशि के जातकों को शनि के ग्रह परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए श्री विष्णु भगवान का पूजन करना चाहिए।
वृश्चिक
शनिवार के दिन चींटियों को आटा खिलाएं। किसी धार्मिक स्थल की साफ़-सफाई या सेवा देने का काम नियमित रूप से करें। अमावस्या के दिन खीर का दान करें।
धनु
शनि मंत्र का जाप नियमित रुप से 108 बार करें। हनुमान जी की उपासना करने से भी आपको लाभ मिलेगा।
मकर
शनिदेव की आराधना करें। साथ ही तेल का दीपक पीपल के वृक्ष के नीचे जलाने से भी आप पर नकारात्मक प्रभाव कम होगा।
कुम्भ
शनिवार के दिन शुरू करते हुए नियमित रूप से शनि देव के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए। मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी को पान चढ़ाएं। शनिवार के दिन दिव्यांग जनों को भोजन कराएं।
मीन
शिवलिंग पर जलाभिषेक करें। शनिवार को शुभ शनि यंत्र की पूजा करें और इसी दिन गरीबों को मुफ्त दवाई बटवाएं।