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जानें, असाढ़ के गुप्त नवरात्र में क्या करना चाहिए
गुप्त नवरात्र आषाढ़ और माघ मास के शुक्ल पक्ष में मनाये जाते हैं। वर्ष 2017 में आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्र के रूप में मनाये जायेगें।
साल में चार नवरात्र मनाये जाते हैं जिसमें से दो नवरात्र चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र के नाम से जानने जाते हैं और दूसरे दो नवरात्र ऐसे भी आते हैं जिनमें मां दुर्गा की दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है।
यह साधना हालांकि चैत्र और शारदीय नवरात्र से कठिन होती है लेकिन मान्यता है कि इस साधना के परिणाम बड़े आश्चर्यचकित करने वाले मिलते हैं।
इसलिये तंत्र विद्या में विश्वास रखने वाले तांत्रिकों के लिये यह नवरात्र बहुत खास माने जाते हैं। चूंकि इस दौरान मां की आराधना गुप्त रूप से की जाती है इसलिये इन्हें गुप्त नवरात्र भी कहा जाता है।
गुप्त नवरात्र आषाढ़ और माघ मास के शुक्ल पक्ष में मनाये जाते हैं। वर्ष 2017 में आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्र के रूप में मनाये जायेगें। अंग्रेजी कलैंडर के अनुसार यह नवरात्र 24 जून 2017 से लेकर 2 जुलाई 2017 तक रहेंगें।
वेदों को अनंत माना गया है वैसे ही शक्ति को भी, इसीलिए अगर आपको पूजा का फल पाना है तो इन गुप्त नवरात्र दुर्गा सप्तशती का पाठ कर इनकी उपासना करें।
वैज्ञानिक
तर्क
अथर्ववेद
में
गुग्गल
के
कई
सारे
लाभों
के
बारे
में
विस्तार
से
बताया
गया
है।
ऐसा
कहा
गया
है
कि
जब
बहुत
ज्यादा
गर्मी
इसके
पेड़
से
ओलेओ
गोंद
निकलता
है
जिसमें
एंटीसेप्टिक
गुण
होते
हैं।
और
इसे
घर
में
जलाने
से
मन
में
सकारात्मक
आती
है।
आइये जानते हैं की क्या करें इन गुप्त नवरात्र जिससे देवी माँ हमसे प्रसन्न हो जाएँ।
1.
ऋण या पैसों की परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए दुर्गा जी की मूर्ति के सामने गुग्गल को जलाएं।
2.
एक ब्राह्मण लड़की को उसकी मर्ज़ी के कपड़े दान में दें।
3.
दुर्गा जी को केले, सेब और अनार चढ़ाएं और फिर इसी का प्रसाद गरीबों में बाटें।
4.
अपनी प्रार्थना को पूर्ण करने के लिए दुर्गा जी का अभिषेक दूध और केसर करें।
5.
अगर आपकी शादी होने में देरी हो रही है तो गुरुवार को देवी दुर्गा को पीले फूलों का हार चढ़ाएं।
6.
घर में सकारात्मकता आए, इसके लिए नवरात्रि का नौ दिनों तक दुर्गा जी की मूर्ति के सामने अखंड दीपक जलाएं।
7.
ग़रीबों और जरूरतमंदों की मदद करने की प्रतिज्ञा लें