Just In
- 51 min ago Happy Maha Ashtami 2024 Wishes: चैत्र नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी पर प्रियजनों को भेजें ये सुंदर बधाई संदेश
- 7 hrs ago स्कूल जाते समय बस में कितने सुरक्षित हैं आपके बच्चे? जानें क्या हैं स्कूल बस के लिए गाइडलाइंस
- 10 hrs ago Navratri 2024 : अष्टमी/नवमी पर क्यों भोग में बनते हैं काले चने, जाने वजह और फायदे
- 11 hrs ago Chaitra Navratri 2024: कंजक पूजन पर कन्याओं को दें उपहार, इन ट्रेंडी आइटम्स को कर सकते हैं गिफ्ट में शामिल
Don't Miss
- News दिनेश कार्तिक ने जड़ा इस IPL सबसे लंबा छक्का, तूफानी पारी देख लोगों ने खड़े होकर किया सम्मान
- Education JAC Class 10th Matric Results 2024: झारखंड बोर्ड 10 रिजल्ट अप्रैल के अंत तक आ सकते हैं, देखें संभावित तिथि
- Movies 31 साल की एक्ट्रेस जो 'कॉल गर्ल' बनने पर हुई मजबूर, बोलीं- मैं बहुत संतुष्ट हूं...
- Travel जैसलमेर में पटवों की हवेली संग्रहालय, पूरा बनने में लगा 60 सालों का समय, जानिए रोचक तथ्य
- Technology iPhone 15 को 50,000 रुपये तक की बचत के साथ खरीदें, बस करना होगा ये काम
- Automobiles IIT कानपुर का कमाल! अब वायरलेस चार्जर से इलेक्ट्रिक वाहनों को कर सकेंगे चार्ज, जानें डिटेल्स
- Finance Sone Chandi ka Bhav: सोने ने मारा तगड़ा उछाल, मार्केट बंद होने पर इतना रही कीमत
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
चांदी की अंगूठी पहनने के चमत्कारी फायदों के साथ जानें इसे कब और कैसे धारण करना होता है फलदायी
ज्योतिष शास्त्र काफी वृहत्त है। इसमें मनुष्य की हर समस्या का समाधान छिपा हुआ है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो अलग अलग धातुओं का अपना विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि चांदी भगवान भोलेनाथ के नेत्रों से उत्पन्न हुई। इस वजह से चांदी का इस्तेमाल केवल आभूषण के तौर पर नहीं, बल्कि कई परेशानियों के हल के तौर पर किया जाता है। ग्रह दोषों कू मुक्ति के साथ वैवाहिक संबंधों में सुधार और कई तरह की मानसिक और शारीरिक समस्याओं में राहत मिलती है। आज इस लेख के माध्यम से जानते हैं चांदी की अंगूठी धारण करने के क्या फायदे हैं और इसे कब और कैसे पहनना चाहिए।
चंद्रमा की स्थिति होगी बेहतर
चांदी की अंगूठी का संबंध शुक्र और चंद्रमा ग्रह से जुड़ा हुआ है। यदि किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा कमजोर है या अशुभ ग्रहों के साथ हो तो उसे अपने दाहिने हाथ की सबसे छोटी उंगली में चांदी की अंगूठी पहननी चाहिए।
मानसिक सुकून
चंद्रमा का सीधा प्रभाव व्यक्ति के मन-मस्तिष्क पर पड़ता है। चंद्रमा की स्थिति ठीक न रहने से दिमाग से जुड़े कार्य करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई लोग मस्तिष्क को तेज रखने के मकसद से चांदी की अंगूठी पहनते हैं। यह मानसिक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।
शुक्र ग्रह होगा मजबूत
यदि किसी जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति अच्छी नहीं है तो घर परिवार में कलह बनी रहती है। हर बात में गुस्सा आता है और झगड़े की स्थिति पैदा हो जाती है। इन परेशानियों से बचने के लिए चांदी की अंगूठी धारण की जा सकती है। आप चाहें तो चांदी की चेन भी पहन सकते हैं।
बीमारियों से राहत
यदि कोई जातक जोड़ों के दर्द, खांसी, जुकाम, ऑर्थराईटिस की समस्या से परेशान है तो उसे चांदी की अंगूठी से काफी फायदा मिल सकता है। व्यक्ति की सेहत पर चांदी काफी सकारात्मक असर डालती है।
कब और कैसे धारण करें चांदी की अंगूठी
यदि आपके जीवन में चंद्रमा की स्थिति अच्छी न हो तो किसी से चांदी तोहफे के तौर पर लेने से बचें। हालांकि मां से उपहार में मिली चांदी आपकी किस्मत बदल सकती है।
यदि आप चांदी की अंगूठी पहनना चाहते हैं तो इसे आप रविवार अथवा गुरुवार के दिन सुनार की दूकान से खरीद कर ले आएं। अब रातभर एक कटोरी में दूध में इस अंगूठी को डालकर रखें। अगले दिन सोमवार अथवा शुक्रवार को आप अंगूठी को पानी से साफ़ कर लें। अब इसे मंदिर में रखें। आप सभी देवी और देवताओं का स्मरण करके अक्षत, चंदन, फूल व अन्य पूजन सामग्री अर्पित करें। धूप-अगरबत्ती व दीप जलाएं। पूजा के पश्चात् ही चांदी की अंगूठी को दाएं हाथ की सबसे छोटी उंगली में धारण कर लें।