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जानें, अक्सर ठुड्डी और टी ज़ोन पर ही मुंहासे क्यों आते हैं?
क्या आपके टी ज़ोन और ठोड़ी पर अक्सर मुंहासें आते हैं? यह कोई असामान्य बात नहीं है। इन भागों में मुंहासें आते ही हैं तथा चेहरे के अन्य भागों की तुलना में यहाँ मुंहासें आने की संभावना अधिक होती है।
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कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि मुंहासों का मुख्य कारण तैलीय त्वचा है। परन्तु यह सच नहीं है। शुष्क या मिश्र त्वचा वाले लोगों को भी मुंहासों की समस्या होती है।
ऐसे लोग जिनकी त्वचा मिली जुली होती है सामान्यत: उनका टी ज़ोन तैलीय होता है और बाकी का चेहरा शुष्क या सामान्य होता है।
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ठोड़ी और टी ज़ोन पर मुंहासे क्यों आते हैं
1. युवाओं में इस जगह के रोम छिद्र ब्लॉक हो जाते हैं जिसके कारण अक्सर युवाओं में इस तरह की समस्या देखने को मिलती है। तनाव, गर्भावस्था, मासिक चक्र, जन्म नियंत्रण के लिए ली जाने वाली गोलियों का सेवन शुरू या बंद करना आदि भी इस क्षेत्र को सबसे पहले प्रभावित करते हैं।
2. रोम छिद्रों के ब्लॉक होने से त्वचा से निकलने वाला तेल त्वचा में फंस कर रह जाता है। तेल ग्रंथियों के अत्याधिक सक्रिय होने के कारण रोम छिद्र बंद हो जाते हैं।
3. प्रोपिओनिबैक्टीरियम मुंहासे (पी एक्ने) एक केमिकल का उत्पादन करते हैं जो तेल की संरचना में परिवर्तन लाते हैं जिसके कारण त्वचा में खुजली महसूस होती है और त्वचा में जलन होती है।
4. ठोड़ी पर आने वाले मुंहासों का कारण हार्मोंस में होने वाला परिवर्तन है। वसा संबंधी ग्रंथियां हार्मोंस के नियंत्रण में होती है विशेष रूप से एंड्रोजन्स के। वसा संबंधी ग्रंथियां एंड्रोजन के सर्कुलेशन के प्रति संवेदनशील होती हैं।
5. त्वचा की सूजन के कारण लालिमा, सूजन, गर्मी और असुविधा महसूस हो सकती है। सूजन तब आती है जब शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र किसी बाहरी पदार्थ को लेने का प्रयत्न करता है।
6. पाचन तंत्र में गड़बड़ी होने के कारण भी नाक तथा टी ज़ोन वाली जगह पर मुंहासे आते हैं।