Just In
- 9 min ago गर्मी में बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर किसी को पसंद आएगी मैंगो स्टफ्ड मलाई कुल्फी, यह रही रेसिपी
- 12 hrs ago Blackheads Removal Tips: नहीं निकल रहे हैं ठुड्डी पर धंसे हुए ब्लैकहेड्स? 5 मिनट में ये नुस्खें करेंगे काम
- 13 hrs ago आम पन्ना से 10 गुना ज्यादा ठंडक देता है इमली का अमलाना, लू से बचने का है देसी फार्मूला
- 15 hrs ago रूबीना दिलैक ने शेयर किया स्तनपान से जुड़ा दर्दनाक एक्सपीरियंस, नई मांए ने करें ये गलती
Don't Miss
- News इराक में पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स के सैन्य ठिकाने पर भीषण हमला, अमेरिका ने हाथ होने से किया इनकार
- Movies Bollywood Hindi News Live: BMCM की हुई हाफ सेचंरी, गोविंदा की भांजी की शादी की रस्में शुरू
- Technology जर्मनी में रोबोट को मिलेगी छुट्टी, कानपुर के सबस्टेशन पर इंस्पेक्शन करेंगे रोबोट
- Education UP Board 12th Result 2024: यूपी बोर्ड 12वीं रिजल्ट 2024 कल 2 बजे आयेगा, यहां देखें UPMSP Result डाउनलोड लिंक
- Travel हनुमान जयंती : वो जगहें जहां मिलते हैं हनुमान जी के पैरों के निशान
- Finance Employee Count: देश की टॉप IT कंपनियों में कम हो गए 63,759 कर्मचारी, जानें किस कंपनी में कितने लोग हुए कम
- Automobiles 3 करोड़ की कार में वोट डालने पहुंचे साउथ सिनेमा के दिग्गज स्टार Dhanush, फैंस ने किया स्वागत
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
अच्छे स्वास्थ्य के लिये खाएं साबुत अनाज
साबुत अनाज कार्बोहाइड्रेट का भंडार होता है जो कि स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत अच्छा होता है। साबुत अनाज का सेवन करने वाले लोगों को मधुमेह, कोरोनरी धमनी रोग, पेट का कैंसर और उच्च रक्तचाप जैसे रोगों की आशंका कम हो जाती है।
साबुत अनाज में फाइबर के अलावा कई विटामिनों के अनूठे मिश्रण, खनिज-लवण, अघुलनशील एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोस्टेरोल भी पाया जाता है। आइये जानते हैं कि ऐसे कौन से साबुत अनाज हैं, जिनको अपनी डाइट में शामिल करना चाहिये।
1.ब्राउन राइस- जितनी बार आप भोजन में सफेद चावल खाते हैं, उतनी ही बार आप 75 प्रतिशत तक का पोषण जो कि कार्बोहाइड्रेट से मिलता है उसको खो देते हैं। ब्राउन राइस में प्रचूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो कि विटामिन बी, फॉसफोरस, मैग्नीशियम और अन्य एंटी ऑक्सीडेंट में होता है।
2.गेहूं- यह एक बहुत ही आम और खास अनाज है, जो कि खाने की थाली में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है। गेहूं को पीस कर इस्तमाल किया जाता है। गेहूं में बहुत सारा रेशा तथा विटामिन बी कॉमप्लेक्स होता है, जो कि पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है।
3.कार्न- भुट्टे को चावल और गेहूं के मुकाबले बस कभी-कभी ही खाते हैं। कार्न दिल की बीमारी, डायबिटीज और पाचन प्रणाली को नियंत्रित करता है और अच्छे बैक्टीरिया को संतुलन में रखता है।
4.मेथी- अगर आपका पेट हर वक्त खराब रहता है तो मेथी खाना शुरु कर दीजिये। मेथी अच्छे बैक्टीरिया को संतुलन में रखती है जिसका मतलब है आंतडिय़ों संबंधी समस्याओं का कम होना और एक बढिय़ा रोग प्रतिरोधक प्रणाली का विकास होना।
5.कुटू- उत्तर भारत में नवरात्रि के व्रत में कुटू के आटे की बनी चीजे़ खाइ जाती हैं। महिलाओं को अगर मासिक के दौरान दर्द हो, तो उन्हें कुटू का सेवन करना चाहिये। इसको खाने से दर्द कम होता है और यह उस दौरान मैग्नीशियम की कमी को भी दूर करता है।
6.ओट- आज कल बाजार में तरह तरह के फ्लेवर वाले ओट मिलते हैं। सुबह ओट नाश्ते में खाने से पूरा दिन पेट भरा महसूस होता है। ओट में आपको सबसे ज्यादा फाइबर मिलेगा, जिससे आपका कोलस्ट्रॉल हमेशा नियंत्रित रहेगा।
7.निवारिका या राई- यह एक प्रकार की घास है जो कि गेहूं के जाति की है। नीवारिका के दाने आटा, ब्रेड, बीअर, ह्विस्की, वोडका एवं जानवरों के चारे के लिये प्रयोग की जाती है। यह महिलाओं के स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत अच्छी होती है क्योंकि इसमें फाइबर, आयरन और खूब सारे पोषक तत्व मिले होते हैं।