Just In
- 19 min ago Real Vs Fake Shampoo : आपका शैंपू असली है या नकली, इन ट्रिक्स से पता करें अंतर
- 1 hr ago Eggs Freeze कराएंगी मृणाल ठाकुर, कौन और कब करवा सकता है एग फ्रीज जानें यहां
- 2 hrs ago प्रेग्नेंसी में ब्राउन डिस्चार्ज होना नॉर्मल है या मिसकैरेज की तरफ इशारा, जानें यहां
- 3 hrs ago सफेद कपड़ों पर पड़ गए है पीले दाग, तो लांड्री में बेकिंग सोडा का यूं करें इस्तेमाल
Don't Miss
- Technology वीडियो कॉलिंग, लाइव स्ट्रीमिंग सब कुछ मिलेगा रे-बैन स्मार्ट ग्लास में
- News इस बार हरियाणा की जनता पीएम मोदी जी की झोली में 10 की 10 सीटें डालने को तैयार, बोले सीएम नायब सिंह सैनी
- Movies Wait What: 9 साल लिवइन में रहकर रचाई शादी, अब 3 साल बाद तलाक लेने जा रहा ये एक्टर?
- Finance Bengaluru Lok Sabha Election 2024: फ्री Rapido,बीयर.! वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए वोटर्स को दिए जा रहे ऑफर्स
- Travel 5 दिनों तक पर्यटकों के लिए बंद रहेगा शिमला का 'द रिट्रीट', क्या है यह और क्यों रहेगा बंद?
- Automobiles करोड़ों की संपत्ति का मालिक, लग्जरी कारों का कलेक्शन, फिर भी Maruti की इस कार में चलते दिखे Rohit Sharma
- Education CCS यूनिवर्सिटी ने जारी की जून सेमेस्टर के LLB और LLM की डेटशीट 2024, 18 मई से होंगे एग्जाम
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
सावधान! अगर ऐसे बनाएंगी खाना तो वो बन जाएगा ज़हर
आइए खाना बनाने की कुछ ऐसी पद्धतियों के बारे में जाने जो हमारे भोजन को ज़हरीला बना देती हैं। अत: इन पद्धतियों का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
AUGUST FOREVER SALE! Lenskart Freedom Carnival Buy Two Sunglasses/Eyeglasses For Rs.1500 Only
हम
में
से
अधिकाँश
लोग
खाना
बनाने
के
लिए
तथा
खाना
गरम
करने
के
लिए
माइक्रोवेव
का
उपयोग
करते
हैं।
क्या
आप
जानते
हैं
कि
माइक्रोवेव
में
बना
हुआ
खाना
पूरी
तरह
विकृत
होता
है?
इसके
कारण
रक्त
कोशिकाओं,
एलडीएल
और
एचडीएल
में
परिवर्तन
आता
है।
कभी भी जले हुए, काले पदार्थ न खाएं। अधिकतर हम मांस को ऐसे ही बनाते हैं। यह तरीका विषारी है क्योंकि यह भोजन में उपस्थित प्रोटीन को विकृत कर देता है जिसके कारण इसका पाचन करना कठिन हो जाता है।
यह
आपके
प्रतिरक्षा
तंत्र
पर
भी
प्रभाव
डालता
है।
इस
प्रक्रिया
में
मांस
में
उपस्थित
फैट
के
कण
ऑक्सीकृत
हो
जाते
हैं
जिससे
वे
उत्तेजक
बन
जाते
हैं।
इस बारे में कोई शंका नहीं है कि बारबेक्यू पद्धति से बनाये गए मीट (मांस) का स्वाद बहुत अच्छा होता है। परन्तु यदि आप बारबेक्यू पद्धति से बनाया हुआ मीट खाते हैं तो आप ऐसे पदार्थों का सेवन करते हैं जो सूजन और कैंसर का कारण बनते हैं। इसके बजाय धीमी आंच पर भुना हुआ मीट खाएं जो शरीर में कम विषारी पदार्थों उत्पन्न करता है।
तेल में तलने की पद्धति खाना बनाने की एक सामान्य पद्धति है। इस प्रक्रिया में आपका खाना ऑक्सीडाईज़्ड फैट्स, ग्ल्य्कैटेड शुगर और विकृत प्रोटीन का बड़ा स्त्रोत बन जाता है।
उच्च तापमान जिस पर खाने को तला जाता है, के कारण खाने में विषारी तत्वों में वृद्धि हो जाती है जिसके कारण कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
ब्राइलिंग भी खाना बनाने का स्वस्थ तरीका नहीं है। इस पद्धति में मांस को पकाने के लिए चारों ओर से आग लगाई जाती है। इसके कारण मांस के बाहर ग्लुकोमेट का निर्माण होता है तथा फैट्स भी ऑक्सीकृत होते हैं।
खाना बनाने के अन्य तरीकों की तुलना में इस पद्धति में खाने में उपस्थित प्रोटीन अधिक विकृत होते हैं। खाना बनाने की अन्य पद्धतियों की तुलना में इस पद्धति से खाना बनाने से खाने में उपस्थित पोषक तत्व अधिक मात्रा में नष्ट होते हैं।