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स्क्रैच कार्ड से कैंसर होने की आशंका
यह बात अमेरिका में किए गए एक अध्ययन से सामने आई है। अध्ययन में बताया गया है कि स्क्रेच कार्ड का सिल्वर नाइट्रो ऑक्साइड नाखून से शरीर में चला जाता है। यह ऑक्साइड स्किन कैंसर को दावत देता है। मेडिकल रिसर्च अथॉरिटी ऑफ अमेरिका ने स्क्रैच कार्ड को लेकर हाल ही में एक अध्ययन किया है। इसमें कहा गया है कि कार्ड में सिल्वर और नाइट्रो ऑक्साइड होता है जो रगड़ने के दौरान नाखून और उंगलियों के माध्यम से शरीर के अंदर पहुंच जाता है।
नाइट्रिक ऑक्साइड शरीर में पहुंचने के बाद धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाने लगता है। सिरदर्द, उल्टी और कमजोरी के रूप में इसका प्रभाव सामने आने लगता है। अध्ययन में शामिल लोगों में यह पाया गया कि असामान्य हार्ट बीट रहने से ऐसे लोग असहज दिखे। साथ ही, स्किन में खुजली, मुंह का सूखापन और शरीर में पानी की कमी देखी गई। यह भी देखा गया कि सांस लेने में भी लोगों को परेशानी आ रही थी।
शरीर में ज्यादा नाइट्रिक ऑक्साइड होने पर जहर का रूप ले लेता है जिससे रक्तचाप न्यूनतम स्तर पर पहुंच जाता है और मौत हो जाती है। अध्ययन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एम्स के एक कैंसर रोग विशेषज्ञ कहते है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। सभी तरह का केमिकल कैंसर रोग को आमंत्रित करता है इसलिए इस मामले में और शोध की जरूरत है। जबकि एम्स के एक चर्म रोग विशेषज्ञ का कहना है कि स्किन से शरीर में पहुंचने वाला रसायन डीएनए को क्षतिग्रस्त करता है। लंबे समय के बाद कैंसर का वाहक कार्सियोजेंट सामने आता है।