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पीरियड रैश ने कर दिया है परेशान तो यह उपाय आएंगे काम
एक उम्र के बाद हर स्त्री को प्रति माह पीरियड्स आते हैं। मासिक धर्म का चक्र एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। लेकिन इस दौरान कभी-कभी महिलाओं को बहुत अधिक कष्ट भी उठाना पड़ता है। पीरियड्स के दौरान जब महिलाओं को होने वाली परेशानी की बात होती है तो अक्सर हैवी ब्लीडिंग, दर्द या क्रैम्प आदि की ही बात की जाती है। लेकिन पीरियड रैश के बारे में कोई बात नहीं करता। जबकि पीरियड्स के दौरान लगातार पैड लगाने के कारण महिलाओं को अक्सर रैशेज हो जाते हैं। जिसमें काफी जलन होती है। साथ ही महिलाओं को बहुत अधिक अनकंफर्टेबल भी महसूस होता है। वह अपनी इस समस्या को किसी के साथ शेयर भी नहीं कर पाती हैं। हालांकि, पीरियड रैश की समस्या से निजात पाने के लिए आप कुछ आसान उपायों को अपना सकती हैं। जिसके बारे में आज हम आपको इस लेख में बता रहे हैं-
बर्फ़ से मिलेगी राहत
जब महिला को पीरियड रैश होते हैं तो उसके बहुत अधिक जलन व सूजन का अहसास होता है। इस स्थिति में बर्फ का इस्तेमाल करना उनके लिए लाभदायक हो सकता है। यह दर्द और सूजन दोनों को ही कम करने में कारगर है। आपको बस इतना करना है कि एक दो बर्फ के टुकड़े लें, उन्हें एक साफ कपड़े में लपेटकर प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। ऐसे में आप तुरंत बेहतर महसूस करेंगी।
नारियल के तेल का करें इस्तेमाल
नारियल के तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जिसके कारण यह पीरियड रैशेज की समस्या के लिए एक बेहतरीन उपाय है। साथ ही, यह आपकी त्वचा को मॉइश्चराइज भी करता है, जिससे आपको खुजली व इचिंग कम होती है। रात को सोने से पहले प्रभावित हिस्से को ठंडे पानी से साफ करें और कॉटन बॉल से प्रभावित जगह पर नारियल का तेल लगाएं। इसे रात भर रहने दें। आप इसे सुबह नहाने के बाद भी लगा सकती हैं।
नीम के पत्तों से दूर होंगे रैशेज
नीम के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पैड रैश से राहत दिलाने में मदद करते हैं। आपको बस एक बर्तन में पानी उबालना है, पानी में लगभग 20 नीम की पत्तियां डालनी है और इसे कुछ देर तक के लिए उबलने दें। अब पानी को आंच से उतार लें और ठंडा होने दें। एक बार जब यह कमरे के तापमान पर हो जाए, तो इसका इस्तेमाल प्रभावित क्षेत्र को धोने के लिए करें। आप इसे एक बाल्टी पानी में भी मिला सकते हैं और इससे नहा सकते हैं। नीम आपकी त्वचा के लिए अच्छा होता है। इससे आपके रैशेज की समस्या जल्द ही दूर होगी।
इन बातों का रखें ध्यान
पीरियड्स रैश यकीनन काफी दर्दनाक होते हैं। इनके होने के बाद उपचार करने से बेहतर है कि आप पीरियड्स के दौरान कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें और पीरियड रैश की समस्या होने ही ना दें।
• अगर आपको बार-बार पीरियड रैश हो रहे हैं तो इसका अर्थ है कि सैनिटरी पैड आपको सूट नहीं कर रहा है। ऐसे में आप तुरंत दूसरे ब्रांड पर स्विच करें। बेहतर होगा कि प्लास्टिक कोटिंग वाले कॉटन पैड के बजाय कॉटन पैड चुनें।
• पीरियड्स के दौरान सिंथेटिक कपड़े या टाइट-फिटिंग कपड़े पहनने से बचें, जो ना केवल पसीने के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं, बल्कि स्किन को भी सांस लेने का मौका नहीं देते हैं। जिससे रैशेज होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
• कोशिश करें कि आप पीरियड्स के दौरान खुशबू वाले सैनिटरी पैड का इस्तेमाल ना करें। इनमें रासायनिक सामग्री अधिक होती है, जिससे आपके पीरियड्स रैश होने का खतरा बढ़ जाता है।
• अपने सैनिटरी पैड को दिन में समय-समय बदलें। अपने पैड को हर 4-5 घंटे में बदलना चाहिए। इससे आपके स्किन इंफेक्शन का जोखिम कम होता है।
• घर्षण को कम करने के लिए ढीले सूती अंडरवियर पहनें।
• इरिटेटिड एरिया से राहत पाने के लिए सिट्ज़ बाथ का उपयोग करें। आप अधिकांश दवा की दुकानों पर सिट्ज़ बाथ खरीद सकते हैं। आप सिट्ज़ बाथ को गुनगुने पानी से भरें और उसमें 5 से 10 मिनट तक बैठें, फिर उस जगह को थपथपा कर सुखा लें।