Just In
- 1 hr ago नींद में आंखे खोलकर बोलते हैं विक्की कौशल, कितना खतरनाक हो सकता है ये स्लीपिंग डिसऑर्डर!
- 2 hrs ago ये शख्स हैं चलता-फिरता शराबखाना, इस अनोखी बीमारी की वजह से पेट में बनती है शराब
- 4 hrs ago Suhana Khan Beauty Tips : खुल गया सुहाना खान की खूबसूरती का राज, बेदाग त्वचा के लिए रखती हैं ऐसे ख्याल
- 7 hrs ago गर्मी में पेट को शांत रखता है यूपी-बिहार का सन्नाटा रायता, ये हैं फायदे और बनाने का तरीका
Don't Miss
- News चुनाव आयोग की बड़ी कार्रवाई, आंध्र प्रदेश के डीजीपी इंटेलिजेंस का किया तबादला
- Movies सीमा हैदर को याद आए पाकिस्तान के वो पुराने दिन, बोलीं- मैं रोती रही लेकिन.. एक रात के लिए भी...
- Automobiles KIA की इस कार को ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में मिली 5-स्टार रेटिंग्स, भरपूर सुरक्षा सुविधाओं से है लैस
- Education Jharkhand Board 12th Result 2024: जैक बोर्ड इंटर रिजल्ट कब आयेगा? कैसे चेक करें JAC Result
- Technology Realme C65 5G भारत में 10 हजार से कम कीमत में होगा लॉन्च, जानें फीचर्स
- Travel IRCTC का मानसखंड यात्रा टूर पैकेज, देवभूमि उत्तराखंड के ऐतिहासिक मंदिरों में करें दर्शन
- Finance Aadhaar Card: कहीं आपके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल तो नहीं हुआ, ऐसे करें तुरंत चेक
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
पेट की चर्बी दूर करे मकर अधोमुख शवासन
जो लोग अपने शरीर को मजबूत और अपने निचले पेट की चर्बी को घटाना चाहते हैं वह इस आसन को अवश्य करें। इस आसन को करने में शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और आध्यात्मिक प्रबुद्धता प्राप्त करने में भी मदद मिलती है।
शुरूआत में यह आसन करना कठिन महसूस हो सकता है लेकिन हर दिन क्षमता में इजाफा करने पर कुछ ही दिनों में आप सरलता से यह आसन कर पाएंगे। प्राचीन समय में ऋषि थका देने वाले इस योगासन को करते थे और तभी उन्हें शांति की अनुभूति होती थी।
अन्य
आसनों
की
भांति,
इस
आसन
से
भी
आपके
शरीर
में
ऊर्जा
का
संचार
हो
जाएगा,
आप
स्वयं
पर
ध्यान
लगाने
में
सक्षम
हो
पाएंगे।
आइए
जानते
हैं
किस
प्रकार
कर
सकते
हैं
ये
आसन:
चरण : 1 अपने पेट के बल पर लेट जाएं और हाथों को अपनी की सीध में रखें। पैरों और सिर को बिल्कुल सीधा रखें।
चरण : 2 अब गहरी सांस लें और अपने शरीर को आगे की ओर बढ़ाएं, अपने कंधों को अपने हाथों और कलाई से संरेखित करें।
चरण : 3 अब अपनी कोहनी का सपोर्ट लेते हुए, अपनी कलाई को जमीन पर रखें और सुनिश्चित कर लें कि आपके कंधें और कोहनी एक ही सीध में हैं। साथ ही, आपकी कलाई भी उसी सीध में होनी चाहिए।
चरण : 4 अपनी गर्दन और कंधें को दृढ़ रखें। अब, अपना संतुलन बनाएं, अपनी हथेलियों को प्रार्थना की स्थिति में ले आएं।
चरण : 5 अपनी एडियों पर खड़े हो जाएं, अपने शरीर का संतुलन बनाएं और अपनी जांघों को बिल्कुल सीधा और मजबूत रखें।
चरण : 6 आपकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी एक ही दिशा में रहनी चाहिए।
चरण : 7 अपने मन में 5 से 10 तक गिनती गिनें और अपना संतुलन बनाएं रखें। अब सांस छोडें, बैठ जाएं और आराम करें।
आसन
के
लाभ
-
थकान
से
आराम,
पीठ
दर्द
में
आराम,
पैरों
और
भुजाओं
को
मजबूत
बनाएं,
पाचन
क्रिया
दुरूस्त
करें,
मासिक
धर्म
के
दौरान
होने
वाले
दर्द
को
कम
करें।
सावधानी
-
गर्दन
में
चोट
या
कोई
समस्या
होने
पर
न
करें।
कमर
या
कूल्हें
में
चोट
होने
पर
न
करें।