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मसूड़ों की बीमारी के लक्षण, कारण और घरेलू उपाय, जानिए
मसूड़ों की समस्या बहुत ही आम हो चली है। इससे आपके जीवन में काफी समस्याएं आती है। जिंजीवाइटिस मसूड़ों की सूजन होती है। यदि प्लेक एक चिपचिपा पदार्थ है जो लगातार गठन करता है जब कीटाणु मुँह में उपस्थित रहते है तो लार, खाद्य कणों, और दांतो की सतह पर अन्य प्राकृतिक पदार्थ के साथ जमा हो जाता है रोजाना ब्रशिंग और फ्लोशिंग के द्वारा दूर नही होता है तब जिंजीवाइटिस होता है।
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प्लेक दांतो पर जमा हो जाता है और गमलाइन के नीचे मसूड़ो के ऊतकों में परेशानी पैदा करता है और मसूड़ो का सूजन का कारण बनता है।
यह मसूड़ो में सूजन की प्रारंभिक अवस्था के रूप में होती है, इसका आसानी से उपचार किया जाता है।हड्डी और संयोजी ऊतक जो दांतो को पकड़े हुए होते है, इस अवस्था में भी प्रभावित नही होते है।
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अगर जिंजीवाइटिस का इलाज नही किया जाए तो यह प्रोडोन्टिटिस नामक बीमारी को बढा सकता है और दांत और जबड़े के स्थायी नुकसान का कारण बन सकता है।
क्या होते हैं लक्षण
लाल होना, फूलना या सूजन आ जाना
अगर आपके मसूड़े लाल हो जाते है तो इसको आप हल्के में बिल्कुल ना लें। लाल होना, फूलना या सूजन आ जाना। ये सब मसूड़ों की बीमारी होने के संकेत है। ऐसे में अगर आपने जल्द से जल्द इलाज नहीं करवाया तो आपको काफी समस्याएं हो सकती है।
ब्रश करते समय खून आना
अगर आपको ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आता है तो ये आपके मसूड़ों के बीमारी होने के शुरुआती लक्षण है। ब्रशिंग और फॉलिशिंग करते हुए मसूड़ो से खून आना इससे इसकी पहचान कर सकते है।
दातों का लमबा दिखाई देना
अगर अचानक से आपके दांतो में परिवर्तन आ रहा है तो आपको आपके दांतो का लम्बा दिखाई देना,क्योंकि आपके मसूड़े परावृत्त हो जाते है। इसे हम मसूड़ों की बीमारी के लक्षण कह कह सकते है। इसका इलाज करना जरूरी है।
अलग दिखाई देना
अगर आपके दांत आपके मसूड़ो के दांतो से अलग हुए या खिंचे हुए दिखाई दे रहे है तो ये भी इसके लक्षण हो सकते है। इसलिए इसका इलाज करना बेहद जरूरी है।
पस आ जाना
अगर आपके दांतों में दर्द है और उनके बीच में पस आ जाता है तो ये समय लापरवाही का नहीं है। आपको इसका इलाज कराना चाहिए। ये मसूड़ों की बीमारी के लक्षण है।
सांसों में बदबू
अगर आपको सांस लेते समय कोई कही कि आपके मुंह से बदबू आ रही है तो ये आपके दांतों की बीमारी के संकेत है। इसका इलाज कराया जाना चाहिए।
इसके कारण क्या होते है
आपका रहन सहन
सबसे पहले आपको बता दें कि इसका कारण आपके रहन सहन पर निर्भर करता है। क्योंकि इसके साथ ही ये पता चलता है कि आपकी लाइफस्टाइल क्या और इसमें आप क्या करते है तो आपके दांतों के लिए सही नहीं है।
आपका खान-पान
सबसे बड़ी समस्या होती है आपका खानपान। सारी बीमारियां यहीं से जन्म लेती है। लेकिन अगर आप अपना खानपान सही रखें तो आपको मसूड़ों की समस्या नहीं होगी।
दांतों की सफाई
अगर शरीर के और अंगो की तरह दांतो का भी ख्याल रखें तो आपको मसूड़ों की समस्या नहीं होगी। पर आपकी लापरवाही के कारण सही से सफाई ना करने के कारण ये समस्या होती है।
टूथपेस्ट कैसा है
इन चीजों का सीधा संबंध आपके टूथपेस्ट से भी होता है। आपके टूथपेस्ट या पानी में फ्लोराइड की मात्रा कितनी होती है। इससे आपके मसूड़ों की समस्याएं होती है।
अनुवांशिक गुणों की वजह से
आपको ये समस्या अनुवांशिक गुणों की वजह से भी आपके दांत इस दोष के शिकार हो सकते हैं। अनुवांशिकता दन्त क्षय में अहम भूमिका निभाता है। इसलिए इनसे बचाव जरूरी है।
घरेलू उपाय
ग्रीन टी
अगर आप ग्रीन टी पीने के शौकीन है तो आपके इसका सेवन करना चाहिए। अगर आपके मसूड़ो अपनी जगह से हट रहे तो आपको ग्रीन टी पीना चाहिए। इसको पीने से आपके मसूड़ों में मजबूती आती है।
समुद्री नमक का घोल बनाएं
समुद्री नमक की थोड़ी मात्रा को एक कप गुनगुने पानी में मिलायें। इस घोल के एक घूँट को अपने मुंह में 30 सेकंड तक कुल्ला करें और थूक दें। इस प्रक्रिया को अनेक बार दोहराएं। इससे कुल्ला करने से आपकी समस्या खत्म होगी।
टी बैग का उपयोग करें
टी बैग को खौलते पानी में भिगोकर रख दें, 2-3 मिनट के बाद उसे निकालें और इसे उस तापमान तक ठंडा होने दें जिसको आप आसानी से सहन कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके मसूड़ों की समस्या खत्म हो जाती है।
थोड़ा सा शहद मसूड़ों पर लगाएं
आपको बता दे कि शहद आपके मसूड़ों को अपनी जगह छोड़ेने बचाता है। शहद में प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरीअल और एंटीसेप्टिक तत्व हैं, जिसका लाभ आप अपने संक्रमित मसूड़े के इलाज में उठा सकते हैं।
करौंदे का जूस पीएं
क्रैनबेरी जूस बैक्टीरिया को दांतो में चिपकने से रोकता है, इसलिए लगभग 120 मिली मिठास रहित क्रैनबेरी जूस प्रतिदिन पीने का प्रयास करें। इससे आपके मसूड़े मसबूत होते है। ये इसको इनकी जगह नहीं छो़ड़ने देता है।
नींबू का पेस्ट बनाएं
एक नींबू के रस में थोड़ा नमक मिला कर पेस्ट बना लें। इसे अच्छे से मिलाएं और अपने दांतो पर लगाएं। कुछ मिनट छोड़ने के बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। ये भी आपके मसूड़ों को मजबूत बनाता है।
विटामिन-सी से भरपूर आहार ले
ऐसा नहीं है कि मसूड़ों की तकलीफों में सिर्फ नींबू ही मददगार है। विटामिन-सी की भरपूर मात्रा वाले अन्य फल और भोजन, जैसे संतरा, अंगूर, अमरूद, कीवी, आम, पपीता, शिमला मिर्च और स्ट्रॉबेरी भी मसूड़ों की बीमारी के इलाज में जरूरी है ये आपके मसूड़ों को मजबूत करती है।
आहार में विटामिन-डी जरूर खाएं
विटामिन-डी में एंटी-इन्फ्लामेटरी तत्व होता है, इसलिए जब आप मसूड़ों के सूजन का इलाज कर रहे हैं और चाहते हैं कि ऐसा फिर से न हो, तो इस बात को सुनिश्चित करें कि आप विटामिन-डी की सही मात्रा में ले रहे है। ये हमारे मसूड़ों को मडबूत रखता है।
दांतो को ब्रश करते समय बेकिंग सोडा का प्रयोग करें
बेकिंग सोडा आपके मुंह में उपस्थित ऐसिड को खत्म कर देता है। जिससे दंत-क्षय और मसूड़ों की समस्याओं की संभावना कम हो जाती है, और ऐसा करना मसूड़े की बीमारियों का इलाज तो नहीं, पर बेकिंग सोडा से नियमित रूप से ब्रश करने से मसूड़े की पीड़ादायक समस्याएं दूर रहती है।
आंवल का सेवन करें
अगर आप मसूड़ो की समस्या से परेशान है तो आपको ये ध्यान होगा कि आपके मसूड़े अपनी जगह से अलग ना हो जाएं। इसलिए अगर आपके साथ ये समस्याएं होती है तो आपको आंवला का सेवन करना चाहिए। ये आपके मसूड़ो को सही जगह रखता है।