Just In
- 1 hr ago Pickle in Diabetes : डायबिटीज में आम का अचार खा सकते है या नहीं? इस सवाल का जवाब जानें
- 2 hrs ago गर्मी में बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर किसी को पसंद आएगी मैंगो स्टफ्ड मलाई कुल्फी, यह रही रेसिपी
- 15 hrs ago Blackheads Removal Tips: नहीं निकल रहे हैं ठुड्डी पर धंसे हुए ब्लैकहेड्स? 5 मिनट में ये नुस्खें करेंगे काम
- 16 hrs ago आम पन्ना से 10 गुना ज्यादा ठंडक देता है इमली का अमलाना, लू से बचने का है देसी फार्मूला
Don't Miss
- Technology Honor X9b 5G पर बंपर डिस्काउंट, अब तक के सबसे कम दाम में खरीदें फोन, यहां जानें डिटेल
- News DC vs SRH: दिल्ली बनाम हैदराबाद का IPL मैच कौन जीतेगा? महामुकाबले से पहले जानें हेड-टू-हेड रिकॉर्ड
- Finance Indian Railway ने शुरू की स्पेशल ट्रेन, जानिए कब तक मिलेगी इसकि सुविधा
- Movies OMG! Rajkummar Rao ने किया चौंकाने वाला खुलासा, हैंडसम दिखने के लिए चेहरे पर करवा चुके हैं छेड़छाड़
- Education UPMSP Result 2024: यूपी बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट आज होंगे जारी, कैसे करें स्कोरकार्ड डाउनलोड
- Automobiles इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को Google की सौगात, अब EV चार्ज करना होगा और आसान, जानें क्या है नया फीचर?
- Travel हनुमान जयंती : वो जगहें जहां मिलते हैं हनुमान जी के पैरों के निशान
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
कोरोना वायरस: 10 गुना ज्यादा खतरनाक है नया वायरस, मौजूदा वैक्सीन भी कारगार नहीं!
मलेशिया में एक नए प्रकार के कोरोना वायरस का पता चला है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस सामान्य से 10 गुना ज्यादा संक्रामक है। माना जा रहा है कि यह वायरस चीन के वुहान में पाए गए सबसे खतरनाक कोविड के प्रकार से भी ज्यादा घातक है। खबरों के मुताबिक, यह वायरस सबसे पहले भारतीय मूल के एक रेस्त्रां मालिक में पाया गया, जिसे मलेशियाई सरकार ने होम क्वारंटीन का उल्लंघन करने के आरोप में पांच महीने की जेल और जुर्माना की सजा सुनाई थी।
इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (IMR) ने सिवागंगा क्लस्टर मलेशिया में डी614जी (D614G) प्रकार के वायरस का पता लगाया है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बताया है कि D614G म्यूटेशन पहली बार जुलाई में पाया गया था। यह इतना खतरनाक है कि दुनियाभर में वैक्सीन पर चल रही रिसर्च नाकाफी हो सकती है। कई अध्ययनों में कहा गया है वायरस के इस रूप पर कोई भी मौजूदा वैक्सीन प्रभावी नहीं है। आइए जानते है इस 10 गुना वायरस के बारे में।
क्या है D614G वायरस
D614G को कोरोना वायरस के 'G' म्यूटेशन के रूप में भी जाना जाता है। पहली बार जनवरी में इस स्ट्रेन के बारे में पता चला था, जिसके बाद विशेषज्ञों के लिए यह चिंता का सबब बना हुआ है। यह मूल 'L' और 'S' वेरिएंट्स को भी जन्म दे रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह श्वसन मार्ग में अधिक वायरल और संक्रामक प्रतियां(Replication) पैदा करता है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ज्यादा खतरनाक तरीके से फैल सकता है।
10 गुना अधिक संक्रमण
D614G को इस वायरस का सुपर स्प्रेडर कहा जा सकता है। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह अन्य व्यक्तियों में 10 गुना अधिक तेजी से संक्रमित करने की क्षमता रखता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और जारी प्रयासों से यह नियंत्रण में है, लेकिन एक बार यदि इस वायरस का प्रसार विस्फोटक रूप में फैल गया तो इसे नियंत्रित करना बहुत मुश्किल हो सकता है।
मलेशिया के स्वास्थ्य महानिदेशक ने अपील की है कि जनता को सतर्क रहना चाहिए और मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई जैसे तमाम एहतियात बरतनी चाहिए। कारण कि मलेशिया में पाए गए कोरोना के डी614जी (D614G) म्यूटेशन को आम वायरस नहीं कहा जा सकता है। मालूम हो कि बाकि देशों की तुलना में मलेशिया बड़े पैमाने पर वायरस को रोकने में काफी हद तक कामयाब रहा है।
कितने मामले सामने आ चुके हैं
खबरों के मुताबिक, कोरोनो के D614G नामक म्यूटेट वायरस के तीन मामले सामने आए हैं। 45 लोगों की जांच में इन नए मामलों का खुलासा हुआ था। इनमें एक रेस्तरां के मालिक का भी है, जो भारत से मलेशिया लौटा था। उसे 14 दिन के जरूरी होम क्वारंटीन के नियमों का उल्लंघन करने पर पांच महीने की जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई थी। बताया जा रहा है कि फिलीपींस से लौटने वाले लोगों में भी इस नये म्यूटेट वायरस का मामला सामने आया है।