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देर रात तक जागने से टीनएजर्स के माइंड के डेवलपमेंट पर पड़ता है असर, रिसर्च

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एक नई रिसर्च के अनुसार, रात में बहुत देर तक सोने वाले टीनएजर्स में बिहेवियर रिलेटेड प्रॉब्लम्स होने और बाद की जिंदगी में दिमाग के विकास में देरी होने का खतरा बढ़ जाता है। द जर्नल ऑफ चाइल्ड साइकोलॉजी एंड साइकियाट्री में पब्लिश स्टडी से पता चलता है कि किशोरों के दिमाग का क्या होता है अगर वे "रात के उल्लू" बन जाते हैं। शोधकर्ताओं ने देर से सोने की वरीयता और वाइट सब्सटेंस के विकास के बीच संबंधों की जांच की है। शोधकर्ताओं ने रिसर्च के लिए 12 से 19 वर्ष के बीच के 209 किशोरों पर स्टडी किया। उन्होंने कहा कि उनमें से 49 फीसदी मेल टीनएजर्स थे।

इमोशनल और बिहेवियरल संबंधी समस्याओं का खतरा

इमोशनल और बिहेवियरल संबंधी समस्याओं का खतरा

स्टडी में कहा गया है, इन नमूनों में, शाम के लिए प्रायोरिटी 19 साल की उम्र तक अधिक प्रमुख हो गई। शाम के प्रति बड़े व्यक्तिगत स्तर के बदलाव ने एक्सट्रालाइजेशन में अधिक गंभीरता की भविष्यवाणी की, लेकिन इंटरनलाइजेशन नहीं, ये 19 साल की उम्र में लक्षण रहे।

रिसर्च में कहा गया है कि जो टीनएजर्स रात में देर से सोते हैं, उनमें शुरुआती काउंटरपार्ट की तुलना में इमोशनल और बिहेवियरल संबंधी समस्याओं का खतरा अधिक होता है। जो किशोर देर रात तक जागते हैं उनमें व्यवहार संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है और जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं उनके दिमाग का विकास में देरी होती है।

देर रात सोने से मस्तिष्क में होते हैं ये बदलाव

देर रात सोने से मस्तिष्क में होते हैं ये बदलाव

अध्ययन द जर्नल ऑफ चाइल्ड साइकोलॉजी एंड साइकियाट्री में पब्लिश हुआ था जहां रिसर्चर्स ने पाया है कि देर रात सोने और मस्तिष्क में वाइट सब्सटेंस के विकास के बीच एक गंभीर संबंध है। यह स्टडी 12 से 19 साल के 209 टीनएजर्स पर की गई।

नींद की महत्वपूर्ण कमी से गुजर रहे किशोर

नींद की महत्वपूर्ण कमी से गुजर रहे किशोर

परिणामों ने अधिकांश 17-19 वर्ष के बच्चों में देर रात रहने का एक की प्वाइंट दिखाया। इसलिए, ये कहा गया कि जो किशोर रात में बहुत देर से सोने जाते हैं, वे नींद की महत्वपूर्ण कमी से गुजरते हैं, जिससे उनके शुरुआती काउंटरपार्ट्स की तुलना में भावनात्मक और व्यवहार संबंधी समस्याओं का खतरा अधिक होता है।

(https://www.ncbi.nlm.nih.gov/)


English summary

Waking up late at night affects the development of teenagers' minds, research

According to new research, teenagers who sleep too late at night are at an increased risk of behavior-related problems and delayed brain development in later life.
Story first published: Saturday, November 26, 2022, 17:31 [IST]
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