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World Disability Day 2022: क्या है टौरेटे सिंड्रोम? कारण, लक्षण और बचाव
टॉरेट सिंड्रोम के कारण
टॉरेट सिंड्रोम के सही कारणों का आज तक पता नहीं चल पाया है। ये सिंड्रोम दिमाग में मौजूद न्यूरोट्रंसमीटर के संतुलन के बिगड़ने के कारण होता है। मानव के दिमाग का यही हिस्सा सेल्स को एक्टिव रखने में मदद है। कई बार यह परिवार संबंधी भी होता है। ऐसे में अगर कोई टॉरेट सिंड्रोम से पीड़ित है तो उस व्यक्ति में ओब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर, अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) जैसी चीजों को सीखने की अक्षमता देखने को मिलती है।
टॉरेट सिंड्रोम के लक्षण
टॉरेट सिंड्रोम में पीड़ित के बॉडी में मौखिक और शारीरिक दोनों में टिक्स के लक्षण देखें जाते हैं। ये आमतौर बर 5 से 10 साल की उम्र में बच्चों में शुुरू हो जाता है। इसके लक्षणों में आप पीड़ित को दांत पीसते हुए, मुंह बनाना, बार-बार कंधा उचकाना, अपनी आंखे घुमाना, बार बार सिर को हिलाना, बात करते-करते सीटी बजाना, बार-बार अपना गला साफ करना, खांसना, हिचकी लेना, चिल्लाना, कुछ भी बोल देना जैसे लक्षण शामिल है।
टॉरेट सिंड्रोम में टिक्स कई प्रकार के होते हैं। जिसे सरल और जटिल वोकल टिक्स में बांटा गया है।
सिंपल मोटर टिक्स - ये अचानक, संक्षिप्त, दोहराएं जाने वाले टिक्स होते हैं। जिसमें सीमित संख्या में मांसपेशी समूह शामिल होता हैं। मोटर टिक्स के उदाहरणों में आंख झपकना, कंधे सिकोड़ना, मुंह हिलाना और सिर मरोड़ना हैं।
जटिल मोटर टिक्स - ये कई मांसपेशी समूहों को शामिल करने वाले मूवमेंट के विशिष्ट, समन्वित पैटर्न हैं। इसके लक्षणों में चीजों को सूंघना या छूना, मरोड़ना, झुकना, कूदना शामिल है।
सिंपल वोकल टिक्स - इस प्रकार में दोहराई जाने वाली आवाजें हैं जो एक व्यक्ति बनाता है। इनमें गला साफ करना, सूंघना, खांसना, सीटी बजाना और जानवरों की आवाजें निकालना शामिल हैं।
कॉम्पलेक्स वोकल टिक्स - इस तरह के लक्षण में व्यक्ति अपने खुद के शब्दों और वाक्य, दूसरों के शब्दों और वाक्यों को दोहराता है या किसी अन्य व्यक्ति के मूंवमेंट को दोहराता है।
टॉरेट सिंड्रोम का इलाज
इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। लेकिन इसे तरीकों कंट्रोल करने के कई तरीके हैं। इसमें पीड़ित का थेरेपी की मदद से इलाज किया जाता है। जिसमें टिक्स को मैनेज करने के साथ-साथ सभी लक्षणों पर काम करना शामिल है। कई बार डॉक्टर टॉरेट सिंड्रोम के इलाज के लिए इसके साथ होने वाली परेशानियों जैसे अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर की दवाइयां भी रोगियों को देते हैं।