Just In
- 1 hr ago Pickle in Diabetes : डायबिटीज में आम का अचार खा सकते है या नहीं? इस सवाल का जवाब जानें
- 2 hrs ago गर्मी में बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर किसी को पसंद आएगी मैंगो स्टफ्ड मलाई कुल्फी, यह रही रेसिपी
- 15 hrs ago Blackheads Removal Tips: नहीं निकल रहे हैं ठुड्डी पर धंसे हुए ब्लैकहेड्स? 5 मिनट में ये नुस्खें करेंगे काम
- 16 hrs ago आम पन्ना से 10 गुना ज्यादा ठंडक देता है इमली का अमलाना, लू से बचने का है देसी फार्मूला
Don't Miss
- News प्रियंका गांधी के करीबी और हिमाचल कांग्रेस के सह-प्रभारी तजिंदर सिंह बिट्टू ने छोड़ी पार्टी, लिखा भावुक पोस्ट
- Education यूपी बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2024 वेबसाइट, SMS और डिजिलॉकर से कैसे करें डाउनलोड
- Technology Honor X9b 5G पर बंपर डिस्काउंट, अब तक के सबसे कम दाम में खरीदें फोन, यहां जानें डिटेल
- Finance Indian Railway ने शुरू की स्पेशल ट्रेन, जानिए कब तक मिलेगी इसकि सुविधा
- Movies OMG! Rajkummar Rao ने किया चौंकाने वाला खुलासा, हैंडसम दिखने के लिए चेहरे पर करवा चुके हैं छेड़छाड़
- Automobiles इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को Google की सौगात, अब EV चार्ज करना होगा और आसान, जानें क्या है नया फीचर?
- Travel हनुमान जयंती : वो जगहें जहां मिलते हैं हनुमान जी के पैरों के निशान
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
शिमला के इस टनल को माना जाता है भूतिया, जानें इससे जुड़ी कहानी
शिमला हिमाचल प्रदेश का सुंदर शहर है। शिमला हिल स्टेशन का शहर है। बर्फीलें पहाड़ा वाले इस शहर में देश-विदेश के लोगों को घूमने आते हैं। शिमला जैसे खूबसूरत शहर में ऐसी जगह भी है जहां अकेले जाना काफी डरावना है। शिमला में बड़ोग रेलवे स्टेशन के पास एक टनल नंबर 33 है। इस टनल के बारे में अफवाह है कि यहा भूत का साया है। चलिए जानते है क्या है टनल नंबर 33 की कहानी।
क्या टनल नंबर 33 की कहानी
ये कहानी ब्रिटिश राज के समय की हैं। लगभग 1898 के आसपास शिमला में ब्रिटिश अपना धर्मशाला बनाना चाहती थी। इसके उन्होंने शिमला में विकास के लिए प्ररियोजना बनाई गई थी। शमिला के विकास के लिए शिमला में रेवल लाइन बनाने का फैसला किया गया था। लेकिन रेलवे लाइन बनाने के लिए एक पहाड़ बीच में आ रहा था। जिसे हटाने के लिए ब्रिटिश सरकार ने इंजिनियर कर्नल बड़ोग को जिम्मेदारी दी थी।
इंजिनियर कर्नल बड़ोग ने टनल काम शुरु कर दिया। उन्होंने पहाड़ के दोनों तरफ से खुदाई शुरु करवाई लेकिन मजदूर द्वारा खुदाई सहीं नहीं होने की वजह से टनल नहीं बना पाया। इसके बाद ब्रिटिश सरकार ने उनसे ये काम वापस ले लिया। उस समय उन पर 1 रुपए का जुर्माना लगया था। कर्नल बड़ोग इस अपमान को सहन नहीं कर पाएं जिसके बाद उन्होंने सुरंग में आत्महत्या कर ली थी। जिसे आज टनल 33 के नाम से जाना जाता है। उनकी आत्महत्या के बाद वहां टनल का काम शुरु हुआ। टनल बनकर तैयार हो गई थी।
टनल बनने के बाद वहां आम लोगों का आना जाना शुरु हुआ है। सब लोग कर्नल बड़ोग की आत्महत्या को भूल गए थे। इसके बाद कई बार लोनों टनल में काला साया देखना शुरु किया जिसके बाद अफवाह फैल गई कि टनल में कर्नल बड़ोग की आत्मा हैं। इसके बाद टनल में लोहे का दरवाजा लगाकार तला भी लगा दिया गया था। अगले दिन ताला टुटा हुआ मिला। इसके बाद उस टनल पर कभी भी ताला नहीं लगाया गया। तब से शिमला टनल नंबर 33 भारत की डरावनी जगहों में से गिना जाने लगा।
बता दें कि बाद में इस टनल का नाम कर्नल बड़ोग के नाम पर रखा गया है। शिमला की ये टनल दुनिया की सबसे सीधी टनल में से एक है। यहां का रेलवे स्टेशन स्कॉटिश स्टाइल में बना हुआ है, जिसे देखने के लिए लोग देश-विदेश से आते हैं।
OMG! क्या बवाल है- 25 साल की लड़की पहनती है डायपर और सोती है पालने में, फोटो वायरल