Just In
- 6 hrs ago ब्रैन और हार्ट स्ट्रोक से भी खतरनाक हैं लेग अटैक? जानें लक्षण, बचाव और इलाज
- 7 hrs ago World TB Day 2024 : ब्रेस्टफीड करवाने से बच्चे को हो सकता टीबी, जानें टीबी से जुड़े मिथक और सच
- 10 hrs ago World Tuberculosis Day 2024: क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड टीबी डे? इन संदेशों और स्लोगन से लोगों को जगाएं
- 11 hrs ago Holi 2024 ; इस होली रंगों पर रखें बच्चों के यूनिक नाम, हर रंग से जुड़े हैं खास मीनिंग
Don't Miss
- News Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 24 मार्च 2024, रविवार
- Movies VIDEO: उर्वशी रौतेला से चली ऋषभ पंत की शादी की बात... हसीना ने खुलेआम कर दिया ये ऐलान
- Finance Credit Card के इस्तेमाल से आपको मिलते हैं ये खास फायदे, बस संभल के करें इस्तेमाल
- Travel कोलकाता का ज़कारिया स्ट्रीट - मोहब्बत का शरबत या बत्तीसी हलवा, इफ्तार स्पेशल Must Try
- Automobiles Sarfaraz Khan के पिता नौशाद को आनंद महिंद्रा ने गिफ्ट की Mahindra Thar, पिछले महीने किया था वादा!
- Education Bihar Board 12th Result 2024: कॉमर्स में शेखपुरा की प्रिया कुमारी ने 96.2% के साथ किया टॉप, आर्ट्स टॉपरों सूची
- Technology OnePlus जल्द लॉन्च करने जा रहा नया स्मार्टफोन, स्पेसिफिकेशंस, कीमत लीक, यहां जानें सभी डिटेल
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
अगर बार-बार शौंच जाना पड़ता है जरुर पढ़ें इस बीमारी के बारे में
क्या आप रोज़ दो बार या तीन बार मल त्याग करते हैं? इसके बाद क्या आप थका हुआ महसूस करते हैं? अगर हाँ, तो समय आ गया है कि आप इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम(आईबीएस) के बारे में जानें।
पेट की गैस को कम करने के तरीके
तब क्या होगा अगर घर से फ्रेश होकर निकलने के बावजूद आप किसी दोस्त की पार्टी में गए हुए हों और आपको वाशरूम जाने की इच्छा होती है!
यह काफी निराशाजनक हो सकता है। हालांकि, दिन में दो बार मल त्याग करना आम बात है, पर अगर आप तीन बार से ज़्यादा वाशरूम जा रहे हैं तो यह चिंता का विषय हो सकता है। और खासकर तब जब वाशरूम से निकलने के बाद आप थका हुआ महसूस करते हों।
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम ऐसी बीमारी है जिसमें बड़ी आंत पर असर पड़ता है और यह लाल हो जाती है जिससे कई बार डायरिया भी हो सकता है। अगर आईबीएस का सही समय पर इलाज नहीं किया गया तो कई बीमारियां जैसे आँतों का अलसर और कोलन कैंसर भी हो सकता है। इसलिए यहाँ पर आईबीएस के विषय में कुछ तथ्य बताये गए हैं जिनके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।
FACT 1
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम का कारण अभी तक साफ नहीं है और इसका पता लक्षण को देखकर लगाया जाता है।
FACT
2
आईबीएस
ऐसी
बिमारी
है
जो
आपके
रोज़मर्रा
के
जीने
के
तरीके
में
गड़बड़ी
आने
से
होती
है।
इसका
मतलब
है
कि
जो
लोग
इस
बिमारी
से
पीड़ित
हैं
उन्हें
अपने
रहन
सहन
और
खान
पान
में
बदलाव
लाने
की
ज़रुरत
है।
FACT
3
इरिटेबल
बॉवेल
सिंड्रोम
के
कुछ
आम
लक्षण
हैं
पेट
दर्द,
पेट
का
फूलना,
डायरिया
और
कब्ज़।
FACT
4
आमतौर
पर
पाए
जाने
वाले
डायरिया
से
अलग,
आईबीएस
से
पीड़ित
लोग
मल
त्याग
करने
की
प्रबल
इच्छा
से
परेशान
रहते
हैं।
धीरे
धीरे
यह
आदत
बन
जाती
है
और
व्यक्ति
की
रोज़मर्रा
की
ज़िन्दगी
ऐसी
हो
जाती
है।
FACT
5
आईबीएस
के
बारे
में
एक
सच्चाई
यह
है
कि
पीड़ित
व्यक्ति
जब
भी
कुछ
खाता
या
पीता
है
उसे
मल
त्याग
करनी
की
इच्छा
होती
है।
FACT
6
आईबीएस
के
बारे
में
यह
भी
कहा
जाता
है
कि
चूँकि
पीड़ित
कुछ
समय
के
अंतराल
में
मल
त्याग
करता
है
तो
उसके
शरीर
से
कई
पोषक
तत्व
ऐसे
ही
निकल
जाते
हैं।
इससे
उन्हें
थकावट
और
कई
और
कमियां
भी
महसूस
होती
हैं।
FACT
7
एक
शोध
से
पता
चला
है
कि
जो
लोग
ज़्यादा
व्याकुल
रहते
हैं
वह
आईबीएस
से
ज़्यादा
परेशान
रहते
हैं।
FACT
8
आईबीएस
में
इंसान
को
मल
त्याग
करनी
की
इच्छा
तो
हो
रही
होती
है
पर
कई
बार
वह
ऐसा
कर
नहीं
पाता
जिससे
पेट
की
परेशानी
बनी
रहती
है।
FACT
9
आईबीएस
का
कोई
इलाज
नहीं
है
पर
खान
पान
और
जीनी
के
तरीके
में
बदलाव
कर
इसके
लक्षण
पर
नियंत्रण
ज़रूर
किया
जा
सकता
है।