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बर्ड फ्लू का फैला कहर, जानें इस समय अंडे और मीट खाना है सुरक्षित?
कोरोना महामारी का कहर अभी थमा नहीं है। हालांकि भारत समेत कई देशों में इसकी वैक्सीन उपलब्ध हो चुकी है, जो राहत की बात है। देश में जल्द ही वैक्सिनेशन शुरू होने वाला है। इस बीच देश के दो राज्यों में एक नए खतरे की आशंका जताई जा रही है।
दरअसल, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में कौवों की मौत हो गई है। इन मौतों के पीछे की वजह 'बर्ड फ्लू' वायरस को बताया जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एमपी, राजस्थान के बाद झारखंड और हिमाचल प्रदेश की राज्य सरकारों ने भी अलर्ट जारी किया है। इधर केंद्र सरकार भी एक्टिव मोड में आ गई है।
बता दें कि राजस्थान में 250 से ज्यादा कौवों की मौत के मामले सामने आए हैं, जबकि मध्य प्रदेश के कई शहरों में 375 से ज्यादा कौवों की मौत हो चुकी है। इंदौर में कौवों के मरने के बाद हुई लैब टेस्ट में 50 कौवों में H5N8 वायरस भी मिल चुका है। आपको घबराने की जरुरत नहीं है. बर्ड फ्लू यानी एवियन इंफ्लूएंजा का इलाज है।आइए जानते हैं कि इस बीमारी का ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है?
H5N1 वायरस से खतरा
बर्ड फ्लू के नाम से पहचाने जाने वाली यह बीमारी दरअसल एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 के कारण फैलती है! हालांकि कौवों में H5N8 वायरस मिलने की पुष्टि हुई है। इस वायरस की चपेट में आकर पक्षियों की मौत तो होती ही है, यह वायरस इंसानों के लिए भी बहुत खतरनाक है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इससे जान जाने का भी खतरा रहता है।
अब जिन-जिन इलाकों में कौवों की मौत हुई है, वहां आसपास रहने वाली आबादी की भी मॉनिटरिंग की जा रही है। ऐसा इसलिए कि अगर यह वाकई बर्ड फ्लू वायरस है तो इसे इंसानों मे फैलने से रोका जा सके। बता दें कि देश में पहले भी कई बार बर्ड फ्लू का संक्रमण फैल चुका है।
लक्षण
बर्ड फ्लू होने पर आपको बुखार, बेचैनी, खांसी, गले में जलन, मांसपेशियों में दर्द, उल्टियां, डायरिया, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द, थकान, नाक बहना, नींद न आना और आंखों में कंजक्टिवाइटिस जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं. जरूर नहीं कि सारे लक्षण एक साथ दिखें, लेकिन इनमें कुछ जरूर दिखाई दे सकते हैं. इसकी वजह से निमोनिया तक हो सकता है
बर्ड फ्लू का इलाज
बर्ड फ्लू का इलाज एंटीवायरल ड्रग के जरिए किया जाता है बताते हैं कि सामान्यत: डॉक्टर ओसेल्टामिविर/टैमीफ्लू (oseltamivir/Tamiflu) और जानामिविर/रेलेएंजा (zanamivir/Relenza) दवा देते हैं लेकिन बिना चिकित्सकीय सलाह के कोई दवा नहीं लेनी चाहिए।
इस वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए पूरी तरह आराम करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा लिक्विड के साथ हेल्दी डायट लेनी चाहिए। अन्य लोगों को बर्ड फ्लू के मरीज से दूरी बनाए रखने की सलाह भी दी जाती है।
क्या खा सकते हैं अंडा और चिकन?
बर्ड फ्लू आते ही अधिकतर लोग चिकन, अंडे आदि खाना बंद कर देते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बर्ड फ्लू के, दौरान चिकन और अंडे खा सकते हैं या नहीं? तो आपको बता दें कि बर्ड फ्लू में आप चिकन या अंडे खा सकते हैं लेकिन इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि यह अच्छे से पका हुआ हो। संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (FAO) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एय बयान के मुताबिक, अगर अच्छे से पकाया जाए तो चिकन आदि चीजों को खाया जा सकता है लेकिन एक बाद का ध्यान रहे कि कोई भी संक्रमित पक्षी इस फूड चेन का हिस्सा ना हो। वहीं WHO का यह भी कहना है कि जिस पोल्ट्री में बर्ज फ्लू हो वहां का चिकन खाना खतरनाक हो सकता है. तो अगर आप चिकन खाना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि चिकन 70 डिग्री सेल्सियस पर या उससे अधिक तापमान पर पका हो।