For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

बच्‍चें को जबरदस्‍ती खाना खिलाने से हो सकते है ये नुकसान, जाने सही तरीका

|

खाने के मामले में अक्‍सर बच्‍चें बहुत नखरे करते हैं। ऐसे अक्सर हम उनको डांटकर या फिर समझा बुझाकर खाना खिला देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि बेमन खाना बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है। एक शोध में यह बात सामने आई है कि ऐसा करने से बच्चे का वजन बेवजह बढ़ जाता है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। खाने के सामान्य व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए यह जरूरी है कि बच्चे खुद तय करें कि वह कितना खाना चाहते है।

 निमोनिया का ख़तरा

निमोनिया का ख़तरा

बच्चे को ज़बरदस्ती खिलाने से उसके कुछ टुकड़े बच्चे के लंग्स में फंस सकते हैं। जिसकी वजह से उन्हें निमोनिया होने का ख़तरा हो सकता है।

चोकिंग

चोकिंग

खासतौर पर बहुत छोटे बच्चों के मुंह में ज़बरदस्ती खाना ठूंसा जाता है तो ये ख़तरनाक हो सकता है। इससे वो चोक भी हो सकते हैं। उन्हें ऐसे में खाना निगलने में दिक्कत होती है। खाना उनके गले में फंस सकता है।

Most Read : नवजात बच्‍चे रोते है तो क्‍यों नहीं टपकते है उनके आंसू, क्‍या आपने कभी सोचा है?Most Read : नवजात बच्‍चे रोते है तो क्‍यों नहीं टपकते है उनके आंसू, क्‍या आपने कभी सोचा है?

खाने से नफ़रत

खाने से नफ़रत

जब बच्चों को ज़बरदस्ती खाना खिलाया जाता है तो वो उन्हें मानसिक रूप से परेशान करता है। आप जबरदस्‍ती करेंगे तो उसे उस सब्‍जी से नफरत हो जाएगी। वो उसे बड़े होकर भी नहीं खा पाएगा। हेल्दी खाने से उसे परहेज़ ही रहेगी।

न‍िगलने की पड़ जाती है आदत

न‍िगलने की पड़ जाती है आदत

कई बार माएं खाना खिलाते हुए गुस्‍से में एक-एक चम्मच उसके मुंह में ज़बरदस्ती ठूंस रही हैं ऐसे बच्‍चा खाना अच्‍छी तरह से न खाकर उसे न‍िगल जाता है। ऐसे में बच्‍चे को खाना नहीं चबाने की जगह न‍िगलने की आदत पड़ जाती है। इसके अलावा उसे कब्ज़ रहेगा।

 उल्टी और बीमारी

उल्टी और बीमारी

जब मां-बाप बच्चे के मुंह में ज़बरदस्ती खाना डालते हैं तो उनके पास निगलने के अलावा कोई और चारा नहीं होता है। ऐसे में बच्‍चों को अपच की समस्‍या हो सकती है। वो उल्टियां करनी शुरू कर देंते हैं। और बीमार पड़ जाते है।

Most Read : प्रेगनेंसी में इन बातों का रखें खास ख्‍याल, विकलांग नहीं होगी आपकी होने वाली संतानMost Read : प्रेगनेंसी में इन बातों का रखें खास ख्‍याल, विकलांग नहीं होगी आपकी होने वाली संतान

समय के ह‍िसाब से बांट दे मील

समय के ह‍िसाब से बांट दे मील

छोटे बच्चों को हर तीन से चार घंटे में खिलाना होता है। एक समय फिक्स कर लीजिए। बच्चों को खाने से पहले या दिनभर में जूस या पानी पीते रहने से रोकिए। क्योंकि इससे उनका पेट भरा हुआ रहेगा। कभी-कभी बच्चों को नए खाने का टेस्ट डेवेलप करने में समय लगता है। इसलिए एक साथ सारी हरी सब्जियां खिलाना शुरू मत करिए। धीरे-धीरे नए खाने और सब्जियां इंट्रोड्यूज करिए।

English summary

Do you force-feed your toddler? Here are six negative effects

So what are the long-term effects of forcing a child to eat? Let’s take a look…
Desktop Bottom Promotion