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जिम में वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक के बढ़ते मामले, ये है कारण
कोरोना के बाद जिम में वर्कआउट करने के दौरान मौत होने के अब तक कई केस सामने आ चुके है। हाल ही में एक्टर सिद्धांत वीर सूर्यवंशी की आकस्मिक मौत ने जिम जाने वालों के मन में डर पैदा कर दिया गया है। सिद्धांत से पहले राजू श्रीवास्तव, दीपेश भान और सिद्धार्थ शुक्ला भी हार्ट अटैक की वजह से दुनिया को अलविदा कह गए। तो आखिर सवाल ये उठते है कि क्या जिम जाकर वर्कआउट करना नुकसानदेह है? क्या जिम में दी जाने वाली ट्रेनिंग इतनी सख्त होती है जो सीधा दिल पर असर ड़ालती है? या फिर जिम के दौरान दिए जाने वाले सप्लिमेंट जानलेवा साबित हो रहे है। यहां हम आपको बताएंगे उन कारणों के बारे में जिनकी वजह से युवाओं में हार्ट प्रॉब्लमस बढ़ रही है।
पर्याप्त ऑक्सीजन की कमी
ज्यादातर हार्ट अटैक के मामले सुबह के वक्त होते हैं। दरअसल, सुबह के समय ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ रहता है। बल्कि सुबह ब्लड क्लॉटिंग टेंडेंसी भी ज्यादा देखी जाती है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति की कोरोनरी आर्टरी में पहले से ही रिस्क फैक्टर्स हैं और वो रात में ठीक से सोया नहीं है या उसके शरीर में पानी की कमी है, तो ज्यादा हार्ड एक्सरसाइज करते वक्त आर्टरीज में ब्लड क्लॉटिंग बढ़ सकती है। क्योंकि एक्सरसाइज कर रही बॉडी की एक्सट्रा ऑक्सीजन की डिमांड पूरी नहीं होती। जो हार्ट अटैक का कारण बनता है।
स्टेरॉयड भी है बड़ा कारण
अगर आप स्मोकिंग करते हैं, या फिर स्टेरॉयड या दूसरी ऐसी दवाएं लेते हैं, जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हैं, तो इनका असर आपके दिल की सेहत पर पड़ सकता है। वहीं, कुछ लोग अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक एक्सरसाइज करते है, जिसका परिणाम हार्ट अटैक के रूप में सामने आता है। वहीं जिम में दिए जाने वाले सप्लीमेंटस भी हमारे शरीर पर बुरा असर दिखाते हैं। कई लोग तो इसकी जांच किए बिना अधिक मात्रा में सप्लीमेंट ले लेते हैं। जिससे कोलेस्ट्रोल लेवल बढ़ जाता है। जो आगे जाकर हार्ट अटैक का कारण बनता है। ध्यान रहें, बॉडी पसीना बहाने से अच्छा खाना खा कर और अच्छी नींद आने से बनती है। ना कि इन सप्लीमेंट के जरिए। इसलिए ये जिम के मालिकों और ट्रेनर की जिम्मेदारी है के वह अपने क्लाइंट्स की पूरी डिटेल ले कर अच्छी ट्रेनिंग दे और उनके सेहत की जिम्मेदारी खुद उठाए।
फैमिली हिस्ट्री
देखा जाए तो पिछले कुछ समय से जिम जाना एक ट्रेंड सा बन गया है। ऐसे में कई बार लोग जिम जाने के लिए अपनी मेडिकल फैमिली हिस्ट्री का भी ख्याल नहीं रखते। जो कि हार्टअटैक की बड़ी वजह हो सकती है। ऐेसे में ये जरूरी है कि जिन लोगों की फैमिली में हार्ट प्रॉब्लमस की हिस्ट्री रही है उन्हें अपनी सेहत को लेकर और भी ज्यादा अलर्ट रहना चाहिए। क्यूंकि आप में हार्ट प्रॉब्लमस बढ़ने का खतरा कई ज्यादा रहता है।
जिम में एक्सपर्ट ट्रेनर ना होना
जिम में हार्ट अटैक आने की एक वजह जिम में एक्सपर्ट ट्रेनर ना होना भी है। दरअसल जिम में वर्कआउट कराने की जिम्मेदारी ट्रेनर की होती है। लेकिन इसके लिए हमारे भारत में कोई फिटनेस सर्टिफिकेट या लाइसेंस की जरूरत नहीं रहती। कुछ लोग थोड़ा बहुत इधर-उधर से सीख कर ट्रेनर बन जाते है। और एक्सपर्ट की गाइडेंस में ट्रेनिंग ना लेने के कारण लोग मौत का शिकार बन रहे है।
सावधानियां
जिम में एक्सरसाइज करें, मगर अपनी बॉडी में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच नियमित रूप से कराते रहें। यानि ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल या लिपिड प्रोफाइल समय-समय पर कराते रहें। ताकि आपको अपने शरीर की वास्तविक स्थिति का पता चल सकें। इसके अलावा ये बात मत भूलिएगा कि रोजाना 30 से 45 मिनट की एक्सरसाइज ही करें। क्यूंकि ओवर एक्सरसाइज आपकी बॉडी पर बुरा असर ड़ाल सकती है।